देश की राजधानी दिल्ली में एक बड़ा खतरा टल गया। अगर समय रहते पुलिस ने इस साजिश को नाकाम नहीं किया होता, तो दिल्ली में खूनी गैंगवार छिड़ सकता था, जाने इसके बारे में ? 

Crime Branch:-दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी गैंगवार को टाल दिया है। अगर यह साजिश कामयाब हो जाती, तो कई लोगों की जान पर खतरा मंडरा सकता था और राजधानी में एक बार फिर गैंगवार का खौफ फैल सकता था। लेकिन पुलिस ने समय रहते एक बड़ा एक्शन लिया और गोगी-अंकेश लाकड़ा गैंग के शार्पशूटर विशाल लाकड़ा को गिरफ्तार कर लिया।
विशाल लाकड़ा के पास से दो पिस्टल और चार जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक, यह गैंग दिल्ली में नीरज बावानिया गैंग के लोगों पर हमला करने की साजिश रच रहा था और इसके लिए पूरी प्लानिंग हो चुकी थी। लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए इस साजिश को नाकाम कर दिया।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
दिल्ली पुलिस के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच को इंटेलिजेंस इनपुट मिला था कि गोगी-अंकेश लाकड़ा गैंग दिल्ली में एक बड़ी गैंगवार करने की योजना बना रहा है। इस इनपुट के बाद एसीपी नरेंद्र बेनिवाल की निगरानी में एक स्पेशल टीम बनाई गई। इस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर अजय शर्मा कर रहे थे और उनके साथ सब-इंस्पेक्टर मनीष, हेड कॉन्स्टेबल विकास दाबास, नरेंद्र, मदीप, आकाश और नीरज भी शामिल थे।
टीम ने गैंग की हरकतों पर नजर रखना शुरू किया। तफ्तीश के दौरान पुलिस को पता चला कि गैंग रोहिणी इलाके में एक बड़े हमले की फिराक में है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने रोहिणी के संभावित इलाकों में अपना जाल बिछा दिया।
25 फरवरी को पुलिस को इंटेलिजेंस मिली कि गैंग का एक शार्पशूटर जापानी पार्क के पास आने वाला है। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी और सही वक्त पर विशाल लाकड़ा को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद क्या पता चला?
पूछताछ में आरोपी विशाल लाकड़ा ने कबूला कि वह गोगी-अंकेश लाकड़ा गैंग का सक्रिय मेंबर है।
- वह दिल्ली के मुंडका गांव का रहने वाला है, जो अंकेश लाकड़ा का भी गांव है।
- विशाल पहले भी दो बार जेल जा चुका है और वहीं उसकी अंकेश लाकड़ा से अच्छी दोस्ती हो गई थी।
- अंकेश को वह अपना गुरु और बड़ा भाई मानता था और उसी के कहने पर गैंग में शामिल हो गया।
विशाल ने यह भी बताया कि कुछ समय पहले नीरज बावानिया गैंग ने उसके खास दोस्त अमित लाकड़ा की हत्या कर दी थी। अमित की मौत से वह बदले की आग में जल रहा था और नीरज बावानिया गैंग के लोगों को मारने की साजिश रच रहा था।
इस प्लान को पूरा करने के लिए अंकेश लाकड़ा ने हरियाणा के झज्जर से दो अत्याधुनिक हथियार मंगवाए थे और विशाल को गैंगवार को अंजाम देने के लिए कहा था।
दिल्ली में गैंगवार का डर क्यों बढ़ रहा है?
दिल्ली में गैंगवार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। गोगी गैंग और नीरज बावानिया गैंग के बीच पहले भी कई बार खून-खराबा हो चुका है। गोगी गैंग के लीडर जितेंद्र गोगी को 2021 में तिहाड़ जेल में ही मार दिया गया था। उसकी मौत के बाद गैंग को अंकेश लाकड़ा और उसके बाकी गुर्गे चला रहे हैं।
गिरफ्तारी के बाद विशाल लाकड़ा को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। अब पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि गैंग में और कौन-कौन शामिल है और दिल्ली में कोई और बड़ा हमला प्लान किया जा रहा था या नहीं।
अगर दिल्ली पुलिस ने समय रहते विशाल लाकड़ा को नहीं पकड़ा होता, तो राजधानी में एक और गैंगवार देखने को मिल सकती थी। पुलिस की मुस्तैदी से कई लोगों की जान बच गई और दिल्ली में एक बड़ा अपराध होने से टल गया। अब पुलिस इस मामले की आगे जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गोगी-अंकेश लाकड़ा गैंग के और कौन-कौन लोग दिल्ली में एक्टिव हैं।