AI के नाम पर प्राइवेसी की सेंध! Facebook का नया दावा

“क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी मोबाइल गैलरी में जो फोटोज आपने कभी शेयर भी नहीं कीं, वो भी कोई और देख सकता है? अब ज़रा रुकिए. जाने इस फीचर्स के बारे में ? Facebook AI

 

Facebook AI:-क्या आपने कभी सोचा है कि फेसबुक अब आपके फोन की उन फोटोज को भी देख सकता है, जो आपने कभी किसी के साथ शेयर ही नहीं कीं?
जी हां, मार्क जुकरबर्ग की कंपनी Meta फिर से विवादों में है, और इस बार मामला है यूज़र्स की प्राइवेसी यानी निजता से जुड़ा।

📸 क्या है ये नया फीचर?

फेसबुक (Meta) ने एक नया AI फीचर शुरू किया है, जिसका नाम है “Cloud Processing”। यह फीचर तब एक्टिव होता है जब आप फेसबुक ऐप पर कोई स्टोरी अपलोड करते हैं। कुछ यूज़र्स को एक नोटिफिकेशन (Prompt) दिखाई दिया जिसमें पूछा गया:

“क्या आप चाहते हैं कि हम आपके फोन की तस्वीरों को स्कैन करके आपको बेहतर क्रिएटिव सजेशन (जैसे फोटो कोलाज, बर्थडे वीडियो, AI जनरेटेड फोटो आदि) दें?”

अगर आप “हाँ” पर क्लिक कर देते हैं, तो मेटा को आपके फोन की पूरी फोटो गैलरी तक पहुंच मिल जाती है — चाहे आपने वो फोटो कभी अपलोड नहीं की हो। इसके बाद Meta उन तस्वीरों को अपने क्लाउड (Cloud Server) पर सेव करता है और उन्हें स्कैन व एनालाइज करता है।

🤖 AI कैसे आपकी फोटोज को स्कैन करता है?

Meta का यह AI आपकी तस्वीरों में ये चीजें पहचानता है:

  • चेहरे कौन-कौन हैं

  • बैकग्राउंड में कौन-सी जगह है

  • कौन-सी चीजें (जैसे केक, फूल, गाड़ी आदि) दिख रही हैं

  • फोटो कब और कहां ली गई थी (Metadata पढ़कर)

यानि सिर्फ आपकी फोटो ही नहीं, बल्कि फोटो से जुड़ी पूरी जानकारी भी मेटा के पास चली जाती है।

🔒 मेटा का दावा क्या है?

Meta कह रहा है कि:

  • यह फीचर पूरी तरह ऑप्शनल है, आप इसे चालू या बंद कर सकते हैं।

  • अगर आप बाद में इस फीचर को बंद करते हैं, तो मेटा 30 दिन के भीतर आपके फोटोज को अपने सिस्टम से हटा देगा।

लेकिन सवाल ये है – क्या हर यूज़र को सही जानकारी दी जा रही है? क्या हर कोई इसे समझकर “हां” बोल रहा है?

⚠️ विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?

प्राइवेसी के जानकारों का कहना है:

  • यह एक तरह का “डेटा कलेक्शन ट्रैप” है।

  • फीचर को ऐसे दिखाया जा रहा है जैसे यह एक मजेदार फोटो सजेशन टूल हो, जबकि असल में ये Meta को आपके पर्सनल डेटा की और गहराई तक पहुंच देता है।

  • ज्यादातर लोग इसे बिना पढ़े ही “Enable” कर सकते हैं, जिससे Meta को आपकी निजी जानकारी मिलती रहती है – चुपचाप।

🧠 Meta पहले भी ऐसा कर चुका है

Meta ने माना है कि वह 2007 से Facebook और Instagram की “Public Posts” को अपने AI को ट्रेन करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है।
लेकिन अब तक Meta ने कभी साफ नहीं बताया कि “Public” पोस्ट से उसका मतलब क्या है? और किस उम्र के यूज़र की जानकारी ली जा रही है?

🛑 आपको क्या करना चाहिए?

  1. फेसबुक ऐप खोलें और Settings > AI Features > Cloud Processing चेक करें कि ये फीचर चालू है या नहीं।

  2. अगर चालू है, तो उसे फौरन बंद कर दें

  3. कोई भी ऐप जब आपकी फोटो गैलरी तक पहुंच मांगे, तो पहले समझें कि क्यों चाहिए।

  4. अगर आपको नहीं पता कि आपका डेटा कहां जाएगा या कैसे इस्तेमाल होगा, तो अनुमति न दें

आजकल टेक कंपनियां “AI”, “क्रिएटिव सजेशन”, “मैमोरी रिकैप” जैसे मीठे नामों से हमें ऐसे टूल्स दे रही हैं, जिनके पीछे उनका मकसद होता है – हमारे निजी डेटा को इकट्ठा करना

इसलिए, कोई भी फीचर चाहे जितना भी अच्छा लगे, पहले समझिए, फिर सोचिए… और फिर ही “Allow” कीजिए।

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