AI Voice Scam:-एक ऐसा मामला सामने निकल कर आया है जिसमे एक महिला ने अपने पड़ोस में रहने वाली महिला के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके स्कैम कर लिया है , जाने इसके बारे ?
AI Voice Scam :-यह घटना सपनो की नगरी मुंबई से आई है जो सबको चौंका कर रख दिया है। इसमें पुलिस वालो ने एक महिला जिसका नाम रश्मि है उसको गिरफ्तार कर लिया है। इस महिला पर आरोप है की यह अपने पास में रहने वाली पड़ोसन के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से एक नकली वॉइस बना कर पड़ोसन से 7 लाख कर चुना लगा दिया है , रश्मि अपना काम एक कॉल सेंटर में करती है , इस स्कैम में उसका साथ रश्मि का पति भी करता है , जो अभी गिरफ्त से बहार है।
क्या था मामला:-पीड़िता एक 34 साल की विधवा महिला हैं जो अपने जीवन में एक स्थिर नौकरी की तलाश में थीं। सात महीने पहले, उन्होंने अपनी सहेली रश्मि को अपनी परेशानी बताई और मदद मांगी। रश्मि ने तुरंत ही उन्हें अपने ऑफिस में काम करने वाले अभिमन्यु मेहरा का फोन नंबर दिया, यह कहकर कि वह उन्हें नौकरी दिलाने में मदद कर सकता है।
इसके बाद, पीड़िता और अभिमन्यु के बीच फोन पर बातचीत शुरू हुई। धीरे-धीरे उनकी बातचीत एक दोस्ती में बदल गई और फिर एक रोमैंटिक रिलेशनशिप में परिवर्तित हो गई। हालांकि, यह संबंध केवल फोन और संदेशों तक सीमित था और कभी भी दोनों का आमना-सामना नहीं हुआ। बावजूद इसके, पीड़िता ने अभिमन्यु पर भरोसा किया और उसे करीब 6.6 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
महिला ने पुलिस को बताया कि हर बार जब उसने अभिमन्यु से मिलने की बात की, तो वह किसी न किसी बहाने से बात को टाल देता था। इससे महिला के मन में संदेह उत्पन्न हुआ। परंतु, इस संदेह के बावजूद, अभिमन्यु ने अपने प्रेम के प्रतीक के रूप में उसे एक कंबल गिफ्ट किया और कहा कि जब भी वह कंबल ओढ़कर सोएंगी, तो खुद को उसके करीब महसूस करेंगी।
यह सब सुनकर पुलिस इंस्पेक्टर राहुल पाटिल ने मामले की जांच शुरू की। उन्होंने कहा कि अभिमन्यु ने महिला के विश्वास का गलत इस्तेमाल किया और उसे भावनात्मक रूप से ठगा। इस मामले में पीड़िता की शिकायत पर उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अभिमन्यु की खोजबीन कर रही है और उसे जल्द से जल्द पकड़ने का प्रयास कर रही है।
AI वॉइस स्कैम क्या होता है:-AI वॉइस स्कैम एक नई और खतरनाक धोखाधड़ी की तकनीक है, जिसमें स्कैमर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके इंसानों जैसी आवाजें बनाते हैं। यह तकनीक इतनी उन्नत हो चुकी है कि यह वास्तविक आवाज से लगभग अप्रभेद्य होती है। स्कैमर्स इस तकनीक का इस्तेमाल करके किसी के भी आवाज की नकल कर सकते हैं, जैसे कि आपके रिश्तेदार, दोस्त, या कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव। इस प्रकार की धोखाधड़ी लोगों को आर्थिक और भावनात्मक रूप से नुकसान पहुंचा सकती है।
AI वॉइस स्कैम कैसे काम करता है?
- आवाज की नकल करना: AI वॉइस स्कैम में स्कैमर्स पीड़ित की आवाज के कुछ नमूने प्राप्त करते हैं। यह नमूने सोशल मीडिया, वीडियो, फोन कॉल, या अन्य माध्यमों से लिए जा सकते हैं। इन नमूनों का उपयोग करके AI मॉडल पीड़ित की आवाज की नकल करता है।
- भरोसा जीतना: एक बार जब स्कैमर्स के पास पीड़ित की आवाज की नकल होती है, तो वे उसे इस्तेमाल करके पीड़ित के परिवार के सदस्य, दोस्त, या आधिकारिक व्यक्ति बनकर बात करते हैं। वे किसी आपातकालीन स्थिति का हवाला देते हुए पैसे मांग सकते हैं, या किसी संवेदनशील जानकारी को हासिल करने की कोशिश कर सकते हैं।
- धोखाधड़ी की तकनीकें: कई बार स्कैमर्स ऐसी स्थितियां बनाते हैं जो अत्यधिक आपातकालीन और संवेदनशील होती हैं, जैसे कि अस्पताल का बिल चुकाना, पुलिस हिरासत में होना, या किसी दुर्घटना में फंसे होने का दावा करना। इस प्रकार की स्थितियों में लोग अक्सर जल्दी और बिना सोचे-समझे प्रतिक्रिया देते हैं।
कैसे बचें AI वॉइस स्कैम से?
- असामान्य चीजों पर ध्यान दें: अगर आपको किसी कॉल या संदेश में कुछ भी असामान्य लगे, तो सतर्क हो जाएं। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति जिसे आप अच्छी तरह से जानते हैं, अचानक पैसे मांगने लगे या किसी अनजान स्थिति में फंसा होने का दावा करे, तो उसपर शक करें।
- पहचान की पुष्टि करें: अगर आपको किसी कॉल पर संदेह हो, तो तुरंत उस व्यक्ति से वीडियो कॉल करने को कहें। वीडियो कॉल के माध्यम से आप व्यक्ति की पहचान की पुष्टि कर सकते हैं और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
- व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें: फोन कॉल या संदेशों पर कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल्स, या पासवर्ड साझा न करें। अगर आपको किसी कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव का कॉल आए और वे आपसे संवेदनशील जानकारी मांगें, तो पहले कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके जानकारी की पुष्टि करें।
- सतर्क रहें और जानकारी साझा करें: अगर आपको AI वॉइस स्कैम का अनुभव हुआ हो, तो इसकी जानकारी तुरंत अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें। साथ ही, संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दें ताकि अन्य लोग भी सतर्क रह सकें।