Airtel:-भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी एयरटेल ने स्पैम कॉल्स और एसएमएस की समस्या को गंभीरता से लेते हुए अपने एआई-पावर्ड (AI-powered) स्पैम-फाइटिंग सॉल्यूशन को लॉन्च किया है। जाने इसके बारे में ?
Airtel:-एयरटेल, जो भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में से एक है, ने अपने ग्राहकों को स्पैम कॉल्स और एसएमएस से बचाने के लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित समाधान पेश किया है। यह सॉल्यूशन सिर्फ ढाई महीने में ही काफी प्रभावी साबित हुआ है। आइए इस टेक्नोलॉजी और इसके परिणामों को विस्तार से समझते हैं।
8 बिलियन स्पैम कॉल्स और 0.8 बिलियन एसएमएस
एयरटेल ने बताया कि उसने इस नई तकनीक के जरिए 8 बिलियन स्पैम कॉल्स और 0.8 बिलियन स्पैम एसएमएस को फ्लैग किया है। इसका मतलब है कि इन कॉल्स और मैसेज को स्पैम के रूप में पहचाना गया और ग्राहकों को सतर्क किया गया। इसके अलावा, एयरटेल ने 252 मिलियन अलग-अलग ग्राहकों को इन संदिग्ध कॉल्स और मैसेज के बारे में जानकारी दी।
ग्राहक
एयरटेल का दावा है कि इस समाधान के बाद ग्राहकों द्वारा स्पैम कॉल्स का जवाब देने में 12% की कमी आई है। यह दिखाता है कि लोग अब इन कॉल्स को पहचान कर इन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं।
कितने प्रतिशत कॉल और एसएमएस स्पैम हैं?
कंपनी ने खुलासा किया है कि उसके नेटवर्क पर आने वाली कुल कॉल्स में से 6% कॉल्स स्पैम के रूप में पहचानी गईं। वहीं, एसएमएस की बात करें तो कुल मैसेज में से 2% एसएमएस स्पैम थे।
स्पैम कॉल्स
दिलचस्प बात यह है कि इन स्पैम कॉल्स में से 35% कॉल्स लैंडलाइन फोन के जरिए की गई थीं।
स्पैम कॉल्स और एसएमएस के टॉप राज्य
स्पैम कॉल्स और एसएमएस के मामले में कुछ क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए:
- स्पैम कॉल्स:
- दिल्ली
- आंध्र प्रदेश
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश
- स्पैम एसएमएस:
- गुजरात
- कोलकाता
- उत्तर प्रदेश
सबसे ज्यादा टारगेट किए गए Customer
- मुंबई, चेन्नई, और गुजरात के ग्राहक सबसे ज्यादा स्पैम कॉल्स का शिकार हुए।
- उम्र के लिहाज से, 36-60 साल के ग्राहक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। उन्हें कुल स्पैम कॉल्स का 48% हिस्सा प्राप्त हुआ। इसके बाद, 26-35 साल के ग्राहकों को 26% स्पैम कॉल्स मिलीं।
स्पैम कॉल्स का समय और डिवाइस का प्रभाव
- स्पैम कॉल्स ज्यादातर सुबह 9 बजे शुरू होती हैं और दिन भर बढ़ती जाती हैं।
- रविवार को इन कॉल्स की संख्या लगभग 40% कम हो जाती है।
- जिन स्मार्टफोन्स की कीमत 15,000 से 20,000 रुपये के बीच है, वे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इन डिवाइस को कुल स्पैम कॉल्स का 22% प्राप्त हुआ।
एयरटेल का प्रयास ग्राहकों की सुरक्षा के लिए
एयरटेल का यह कदम स्पैम कॉल्स और एसएमएस की समस्या से निपटने में एक बड़ी सफलता है। कंपनी ने एआई तकनीक का इस्तेमाल करके न केवल संदिग्ध कॉल्स और मैसेज को ब्लॉक किया, बल्कि ग्राहकों को सतर्क भी किया। इससे लोगों को अनचाही कॉल्स से बचने में मदद मिली और उनकी गोपनीयता को सुरक्षित रखने में भी योगदान दिया।
यह कदम भारतीय टेलीकॉम उद्योग में एक बड़ा बदलाव लाने वाला है और अन्य कंपनियों को भी इस दिशा में प्रेरित कर सकता है।