इजरायल और हमास के बीच सीजफायर डील के बावजूद गाजा में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इजरायली सेना ने हाल ही में गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमले किए, जाने पूरी खबर ? 

Hamas :-इजरायल और हमास के बीच सीजफायर समझौता हो चुका था, लेकिन इसके बावजूद इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर हमले किए हैं। इन हमलों में अब तक 400 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अब सवाल यह उठता है कि जब युद्धविराम की बात हो रही थी, तो फिर इजरायल ने अचानक इतने घातक हमले क्यों किए? इसके पीछे की वजह अब सामने आई है।
हमास कर रहा था नए हमले की साजिश?
इजरायली खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों ने गाजा में हमास की संदिग्ध गतिविधियों में तेजी देखी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास 7 अक्टूबर जैसे एक और बड़े हमले की तैयारी कर रहा था। इस बार उनका लक्ष्य इजरायली सेना (IDF) पर हमले तेज करना या फिर इजरायल के इलाके में घुसपैठ करना था।
इजरायल की खुफिया एजेंसियों को इस बारे में अलर्ट मिला, जिसके बाद 17 मार्च को इजरायली सुरक्षा कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई। इस बैठक में हमास के हमले की योजना पर चर्चा की गई और तुरंत कार्रवाई करने का फैसला लिया गया। इसी के चलते इजरायल ने गाजा में ताबड़तोड़ हमले किए।
इजरायल का दावा – हमास सीजफायर का कर रहा था गलत इस्तेमाल
इजरायल का कहना है कि हमास ने संघर्ष विराम का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया और इस दौरान IDF के ठिकानों के पास विस्फोटक लगाने की कोशिश की। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा,
“हमास लगातार 7 अक्टूबर जैसा हमला करने की तैयारी कर रहा था। हमें इसे खत्म करना होगा, हमले और बचाव दोनों ही रणनीतियों का इस्तेमाल करना होगा।”
इजरायली सेना (IDF) ने भी दावा किया कि पिछले कुछ हफ्तों से हमास चुपचाप अपनी ताकत बढ़ाने और नए हमलों की योजना बना रहा था। इसी वजह से IDF ने गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए।
हमास ने आरोपों को बताया झूठा
दूसरी ओर, हमास ने इजरायल के इन दावों को पूरी तरह से झूठा बताया। हमास का कहना है कि,
“इजरायल सिर्फ युद्ध को फिर से शुरू करने और अपनी खूनी आक्रामकता को बढ़ाने के लिए बहाने बना रहा है। ये आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।”
हमलों में मारे गए बड़े नेता
गाजा में हुए इजरायली हमलों में गृह मंत्रालय के प्रमुख महमूद अबू वटफा और आंतरिक सुरक्षा सेवा के महानिदेशक बहजात अबू सुल्तान भी मारे गए हैं। हमले बेहद घातक थे और इसमें सैकड़ों आम नागरिकों की भी मौत हुई है।
इन ताजा हमलों ने इजरायल-हमास युद्ध को और भड़का दिया है। अब जबकि दो महीने के संघर्ष विराम के बाद गाजा में फिर से भीषण युद्ध छिड़ गया है, ऐसा लग रहा है कि शांति स्थापित होने में अभी और वक्त लगेगा। हमास और इजरायल दोनों ही एक-दूसरे पर हमले करने के लिए तैयार हैं और इसमें निर्दोष नागरिकों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते कोई नई शांति वार्ता होती है या फिर ये संघर्ष और आगे बढ़ता है।