Atul Subhash-Nikita: आरोपी पत्नी निकिता और ससुराल वालों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में मांगी अग्रिम जमानत

Atul Subhash-Nikita;-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी की आत्महत्या के मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके ससुराल वालों द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की जाने पूरा मामला ? Atul Subhash

Atul Subhash-Nikita News:-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी की आत्महत्या का मामला इस समय देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगे हैं। अब इस मामले में सिंघानिया परिवार ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

सिंघानिया परिवार की अग्रिम जमानत अर्जी

निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और पिता सुशील सिंघानिया ने 13 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की है। इस अर्जी में उन्होंने पुलिस गिरफ्तारी से राहत देने की अपील की है। उन्होंने कोर्ट से कहा है कि उन्हें पहले ही आरोपित किया जा चुका है और उनकी गिरफ्तारी से परिवार को भारी नुकसान हो सकता है।

अर्जेंट सुनवाई की अपील

सिंघानिया परिवार ने हाईकोर्ट से इस मामले को जल्द से जल्द सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने की अपील की है। बताया जा रहा है कि सोमवार को यह परिवार कोर्ट में केस को “अर्जेंट बेसिस” पर मेंशन करेगा, ताकि सुनवाई मंगलवार या बुधवार को हो सके। उनका मकसद है कि उन्हें गिरफ्तारी से राहत जल्द मिले।

अतुल मोदी के परिवार का रुख

वहीं, अतुल सुभाष मोदी के परिवार ने इस अर्जी पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन यह माना जा रहा है कि वे इस अर्जी का विरोध करेंगे। अतुल के परिवार को इस घटना से गहरा आघात पहुंचा है, और वे चाहते हैं कि न्याय की प्रक्रिया सही ढंग से आगे बढ़े। हालांकि, अतुल के परिवार ने अब तक हाईकोर्ट में कोई कैविएट दाखिल नहीं की है।

सिंघानिया परिवार

इस मामले में सिंघानिया परिवार ने हाईकोर्ट में अपने बचाव के लिए वकीलों की एक मजबूत टीम तैयार की है। उनका उद्देश्य यह है कि अदालत को यह विश्वास दिलाया जाए कि वे जांच में सहयोग करेंगे और गिरफ्तारी की जरूरत नहीं है। कोर्ट में सुनवाई के दौरान सिंघानिया परिवार की ओर से बड़े वकील अपनी दलीलें पेश करेंगे।

सुनवाई पर सबकी नजरें

अगर इलाहाबाद हाईकोर्ट अग्रिम जमानत की अर्जी स्वीकार करता है, तो यह सिंघानिया परिवार के लिए बड़ी राहत होगी। हालांकि, अगर कोर्ट ने अर्जी खारिज कर दी, तो उनकी गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो जाएगा। इस सुनवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि यह फैसला इस मामले की दिशा तय करेगा।

अतुल सुभाष मोदी की आत्महत्या ने समाज में गहरी बहस छेड़ दी है। इस मामले ने परिवार और रिश्तों में तनाव, मानसिक स्वास्थ्य और न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अदालत का फैसला इस पूरे मामले को किस दिशा में ले जाता है।

इस मामले में आगे की सुनवाई और कोर्ट का निर्णय अत्यधिक महत्वपूर्ण होंगे। फिलहाल, सभी पक्ष अपने-अपने तर्कों के साथ तैयार हैं और न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *