Bahraich Violence:-उत्तर प्रदेश के अंदर बहराइच गांव में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो गुटों विवाद इतना बढ़ गया है की रामगोपाल को अपनी जान देनी पड़ गई। इसके साथ नाखून खींचा, शरीर पर 30 छर्रे पाए गए जाने पूरी खबर ? 

Bahraich Violence:-उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महाराजगंज में दुर्गा पूजा के अवसर पर मूर्ति विसर्जन के दौरान निकले जुलूस में हिंसा भड़कने के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। इस घटना में एक 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे इलाके में और अधिक अशांति फैल गई। हिंसा के दौरान पथराव और गोलीबारी में लगभग छह लोग घायल भी हुए हैं।
हिंसा के बाद अब पूरे जिले में पुलिस का भारी बंदोबस्त है और हर कोने पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। सभी दुकानें, बाजार, और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं, जिससे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए इलाके में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी हैं ताकि अफवाहें ना फैल सकें।
हत्या की पूरी कहानी और आरोपी की पहचान
इस घटना में राम गोपाल मिश्रा की हत्या को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, राम गोपाल को अब्दुल हामिद ने अपनी लाइसेंसी सिंगल बैरल बंदूक से गोली मारी थी। हत्या के बाद, राम गोपाल पर अब्दुल के बेटों ने भी हमला किया। बताया जा रहा है कि राम गोपाल की हत्या हमीद के घर के अंदर ही हुई। घटना के वक्त जब भीड़ वहां से भाग गई, तो राम गोपाल अकेला रह गया था। इसी दौरान हमीद और उसका बेटा सलमान राम गोपाल को अपने घर खींचकर ले गए और उसे वहां बंधक बना लिया।
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इस दौरान, सलमान और हमीद ने राम गोपाल को यातनाएं दीं। उन्होंने उसके पैरों के अंगूठे के नाखून प्लास से उखाड़ दिए। इसके बाद जब लोगों ने शोर मचाया और भीड़ फिर से हमीद के घर की ओर बढ़ी, तो सलमान ने 12 बोर की बंदूक से राम गोपाल के सीने में गोली मार दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन्होंने राम गोपाल को घर से बाहर निकाला, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
मुख्यमंत्री से मुलाकात
राम गोपाल मिश्रा की मौत के बाद उनके परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। मृतक के परिवार के साथ महसी से बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह भी इस मुलाकात के दौरान मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने राम गोपाल मिश्रा के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद, सीएम आवास, और अंत्योदय कार्ड दिए जाने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही सीएम योगी ने पीड़ित परिवार को यह भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी की तलाश में पुलिस और एटीएस की मुहिम
मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद के नेपाल सीमा के पास बेहड़ा में छिपे होने की जानकारी पुलिस को मिली है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए यूपी एटीएस ने बेहड़ा में डेरा डाल दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि आरोपी परिवार समेत नेपाल भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने समय रहते उसकी लोकेशन का पता लगा लिया। हालांकि, अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इस सांप्रदायिक हिंसा के बाद पुलिस ने इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी है और नेपाल सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। अब तक हिंसा में शामिल 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही, नगर निकाय ने हिंसा के दौरान जले हुए वाहनों और आगजनी की घटनाओं के बाद सड़कों की सफाई शुरू कर दी है।
मौजूदा स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और घरों में ही सुरक्षित रहें। वहीं, पुलिस प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है ताकि शांति और व्यवस्था को बहाल किया जा सके।