ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, और स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को चूना लगा रहे हैं। जाने इसके बारे में ? 

Big online scam in Pune:-आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्कैमर्स हर दिन नए-नए तरीके निकालकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। हाल ही में पुणे से ऐसा ही एक चौंकाने वाला ऑनलाइन स्कैम सामने आया, जिसमें एक अकाउंटेंट को ‘बॉस’ बनकर फोन करने वाले ठगों ने 1.9 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया।
कैसे हुआ यह स्कैम?
यह घटना 6 मार्च को हुई। एक कंपनी के अकाउंटेंट को एक मैसेज आया, जिसमें भेजने वाले ने खुद को कंपनी का डायरेक्टर बताया। स्कैमर्स ने उसकी फोटो को अपनी प्रोफाइल पिक्चर के रूप में सेट कर रखा था ताकि अकाउंटेंट को कोई शक न हो।
इसके बाद, उस नकली डायरेक्टर ने अकाउंटेंट को बताया कि वह एक बिजनेस मीटिंग में व्यस्त है और उसे तुरंत एक खास बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने हैं। उसने यह भी कहा कि वह बहुत व्यस्त है, इसलिए उसे कॉल या मैसेज न किया जाए।
अकाउंटेंट को लगा कि यह आदेश उसकी कंपनी के असली डायरेक्टर ने दिया है, इसलिए बिना किसी संदेह के उसने पूरी रकम ट्रांसफर कर दी।
जब सच्चाई सामने आई…
जब असली डायरेक्टर ऑफिस आया और कंपनी के बैंक अकाउंट्स चेक किए, तो यह खुलासा हुआ कि 1.9 करोड़ रुपये गायब हो चुके थे। इसके बाद कंपनी को समझ में आया कि वे एक बड़े ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो गए हैं।
इस तरह के स्कैम को क्या कहा जाता है?
इस तरह के फ्रॉड को “व्हेल फिशिंग स्कैम” या “सीईओ फ्रॉड” कहा जाता है। इसमें स्कैमर्स किसी कंपनी के ऊंचे पद पर बैठे अधिकारी (जैसे सीईओ, डायरेक्टर या मैनेजर) की पहचान चुराकर उसके कर्मचारियों से पैसे ट्रांसफर करवा लेते हैं।
ऐसे स्कैम से कैसे बचें?
अगर आप किसी कंपनी में काम करते हैं या किसी वित्तीय लेन-देन से जुड़े हैं, तो आपको इस तरह की ठगी से बचने के लिए कुछ ज़रूरी सावधानियां बरतनी चाहिए:
- अचानक पैसे मांगने वाले मैसेज पर तुरंत भरोसा न करें – पहले कॉल करके पुष्टि करें कि वाकई में वही व्यक्ति पैसे मांग रहा है या नहीं।
- मैसेजिंग ऐप्स की सिक्योरिटी फीचर्स का इस्तेमाल करें – कई ऐप्स में सिक्योरिटी फीचर्स होते हैं, जो आपको किसी संदिग्ध मैसेज या अकाउंट के बारे में अलर्ट कर सकते हैं।
- पैसे ट्रांसफर करने से पहले अकाउंट डिटेल्स को वेरिफाई करें – अगर कोई नया बैंक अकाउंट दिया जा रहा है, तो उसे असली डायरेक्टर या मैनेजर से कन्फर्म जरूर करें।
- अनजान या संदिग्ध मैसेज पर तुरंत कार्रवाई न करें – खासकर तब, जब वह पैसे ट्रांसफर करने या किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कह रहा हो।
- ऑफिस में साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग लें – कंपनियों को अपने कर्मचारियों को इस तरह के फ्रॉड से बचाने के लिए ट्रेनिंग देनी चाहिए।
ऑनलाइन स्कैम दिन-ब-दिन ज्यादा खतरनाक होते जा रहे हैं। स्कैमर्स टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल कर असली लोगों की पहचान चुराकर फ्रॉड कर रहे हैं। इस मामले से सीख लेते हुए हमें सतर्क रहने की जरूरत है और किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले हर जरूरी जांच-पड़ताल करनी चाहिए। छोटी सी सावधानी आपको लाखों-करोड़ों के नुकसान से बचा सकती है।