Bihar: पत्नी को कमाने के लिए कहना पड़ा भारी, पति ने बच्चों के सामने ले ली जान

मोतीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत झींगहा गांव में दिल को झकझोर देने वाली एक घटना सामने आई है। एक निर्दयी पति ने क्रूरता की सभी हदें पार करते हुए अपनी पत्नी की बांस से पीट-पीटकर हत्या कर दी। जाने पूरी खबर इस ब्लॉग में ?  Bihar crime news

Bihar crime news:-बिहार के मोतीपुर थाना क्षेत्र के झींगहा गांव से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे सुनकर और देखकर हर किसी का दिल दहल जाएगा। इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली इस घटना में एक पति ने अपनी ही पत्नी की बांस से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हैरानी की बात यह है कि यह खौफनाक मंजर उसके दो मासूम बच्चों के सामने हुआ, और आसपास के लोग मदद करने की बजाय खड़े-खड़े वीडियो बनाते रहे।

क्या था मामला?

घटना झींगहा गांव की है। मृतका का नाम मेहरुन्निसा था, जिसकी उम्र 35 साल बताई जा रही है। उसका पति कलीमुल्लाह आलम आए दिन उससे मारपीट करता था। मेहरुन्निसा का सिर्फ इतना कसूर था कि वह अपने पति से कमाने की बात कहती थी ताकि घर का खर्च चल सके।

कुछ दिन पहले वो अपने मायके सरैया चली गई थी और वहां उसने अपने ऊपर हो रही मारपीट की बात भी बताई थी। लेकिन ससुराल वालों ने रिश्तेदारी और समाज का वास्ता देकर उसे फिर बुला लिया। बेटी की जिंदगी बचाने के लिए मां ने भी समझाया और वो वापस लौट आई। मगर किसे पता था कि यही उसकी आखिरी वापसी होगी।

कैसे हुई घटना?

घटना वाले दिन किसी बात पर झगड़ा हुआ। गुस्से में कलीमुल्लाह ने बांस का डंडा उठाया और मेहरुन्निसा पर ताबड़तोड़ वार करने लगा। उसके छोटे-छोटे बच्चे मां को बचाने के लिए रोते-चिल्लाते रहे, लेकिन किसी ने उन्हें नहीं बचाया। पति तब तक वार करता रहा, जब तक मेहरुन्निसा ने दम नहीं तोड़ दिया।

सबसे दुखद बात यह रही कि आसपास के लोग मदद करने की बजाय खड़े-खड़े इस घटना का वीडियो बनाते रहे। कोई भी आगे नहीं आया।

क्या था बीते दिनों का हाल?

करीब 10 साल पहले मेहरुन्निसा के पहले पति की जेल में मौत हो गई थी। उसके बाद उसने अपने देवर कलीमुल्लाह से निकाह कर लिया था। लेकिन शादी के बाद से ही झगड़े और मारपीट का सिलसिला चलता रहा। कई बार वो मायके चली जाती थी, लेकिन फिर समाज और रिश्तेदारों के दबाव में ससुराल लौट आती थी।

घटना के बाद आरोपी पति घर छोड़कर फरार हो गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को SKMCH अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश कर रही है।

इस घटना ने एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हमारा समाज किस तरफ जा रहा है? एक महिला को इतनी बेरहमी से पीटा जा रहा था, मासूम बच्चे रो रहे थे और लोग मदद करने के बजाय मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। क्या हम इतने संवेदनहीन हो गए हैं?

अगर वक्त रहते पड़ोसी या गांव वाले बीच-बचाव कर देते तो शायद मेहरुन्निसा की जान बचाई जा सकती थी।

आज जरूरत है कि हम घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएं। अगर आपके आसपास ऐसा कुछ हो रहा है तो चुप मत रहें। पुलिस को सूचना दें, मदद करें, क्योंकि किसी की जान बचाना सबसे बड़ा धर्म है।

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