छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के चैनपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच बसे इस गांव में, जहां आमतौर पर रातें खामोशी में गुजरती हैं, जाने इसके बारे में ? 

Chhattisgarh News:-छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के चैनपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच बसे इस छोटे से गांव में, जहां आमतौर पर रातें शांति से गुजरती हैं, एक दर्दनाक घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।
एक खुशहाल परिवार, लेकिन गुस्सैल पति
चैनपुर गांव में बबुआ और उसकी पत्नी ढेली बाई अपने दो छोटे बच्चों के साथ रहते थे। चार साल पहले ढेली बाई ने इसी गांव के बबुआ से शादी की थी। शुरुआती दिनों में परिवार में खुशहाली थी, लेकिन धीरे-धीरे बबुआ का शराब का नशा और चिड़चिड़ा स्वभाव घर की शांति को निगलने लगा। ढेली बाई ने हर मुमकिन कोशिश की कि परिवार टूटने न पाए। वह बबुआ की हर ज्यादती को सहती रही, सिर्फ इसलिए कि उसके बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे।
वो खौफनाक रात: अकेले थे पति-पत्नी
बुधवार की रात, बबुआ के माता-पिता और परिवार के बाकी लोग किसी रिश्तेदार के घर गए हुए थे। घर में सिर्फ बबुआ और ढेली बाई थे। रात होते ही बबुआ शराब के नशे में धुत होकर घर लौटा। नशे में धुत बबुआ ने पत्नी से जबरन शारीरिक संबंध बनाने की जिद की। ढेली बाई ने किसी वजह से इनकार कर दिया।
यह इनकार बबुआ के गुस्से की आग में घी का काम कर गया। वह बेकाबू हो गया और ढेली बाई को पीटना शुरू कर दिया। उसकी चीखें रात की खामोशी को चीर रही थीं। आवाज सुनकर ढेली बाई के पिता मधु और उसके छोटे भाई साधो वहां पहुंचे। उन्होंने बबुआ को समझाने की कोशिश की, लेकिन नशे में बबुआ ने उनसे भी झगड़ा करने की कोशिश की। तंग आकर ससुर और साडू ने उसकी जमकर पिटाई की और उसे शांत कराकर लौट गए।
गुस्से में भरा बबुआ: मौत का फरमान
ससुराल वालों के जाने के बाद बबुआ का गुस्सा सातवें आसमान पर था। उसने ढेली बाई पर आरोप लगाया कि उसी ने उसे पिटवाया है। यह सोचते ही उसका गुस्सा और बढ़ गया। उसने फिर से ढेली बाई को पीटना शुरू कर दिया और जबरन संबंध बनाने की कोशिश की।
ढेली बाई की चीखें एक बार फिर रात की खामोशी में गूंज उठीं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। इसी बीच बबुआ ने पास पड़ा एक बड़ा पत्थर उठाया और ढेली बाई के सिर पर जोर से मार दिया। एक ही वार में ढेली बाई जमीन पर गिर पड़ी और उसकी सांसें हमेशा के लिए थम गईं।
मौत के बाद भी न पछतावा, न डर
ढेली बाई की मौत के बाद भी बबुआ के चेहरे पर कोई पछतावा नहीं था। उसने पत्नी के शव को एक कंबल से ढंक दिया और उसी के पास पूरी रात बैठा रहा। शराब और गुस्से में डूबा बबुआ शायद अपने किए का एहसास भी नहीं कर पा रहा था।
सुबह का सन्नाटा और खौफनाक सच
अगली सुबह जब पड़ोसियों ने घर से अजीब सन्नाटा देखा, तो उन्हें शक हुआ। गांव के कोटवार को बुलाया गया, जिसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कुसमी थाना प्रभारी ललित यादव अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। वहां का मंजर देखकर हर कोई सन्न रह गया।
ढेली बाई का शव खून से सना पड़ा था, और पास ही बबुआ चुपचाप बैठा था। पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया और ढेली बाई के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जांच जारी, गांव में पसरा सन्नाटा
पुलिस ने बबुआ को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, और पूरे मामले की जांच जारी है। इस दर्दनाक घटना ने चैनपुर गांव के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। जो गांव कभी शांति और सादगी के लिए जाना जाता था, वह अब एक दर्दनाक हत्याकांड का गवाह बन गया है।
क्या कहता है कानून?
घरेलू हिंसा और जबरन शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश एक गंभीर अपराध है। भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत पत्नी पर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने का मामला भी कानूनी अपराध है। और हत्या के मामले में बबुआ पर IPC की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
समाज को सीखने की जरूरत
यह घटना एक बार फिर से समाज के सामने यह सवाल खड़ा करती है कि आखिर घरेलू हिंसा और नशे की लत से जूझते परिवार कब तक बर्बाद होते रहेंगे? क्या ढेली बाई जैसी महिलाओं के लिए कोई सुरक्षित रास्ता नहीं है?