constitution_of_india :-भारत का सविंधान दुनिया का सबसे बड़ा सविंधान माना जाता है , जानते कुछ सविंधान के अनोखी जानकारी। 

constitution of india Facts:-भारत के संविधान को मसौदा समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर ने निगरानी तैयार किया था. हालांकि, संविधान की मूल कॉपी यानी पांडुलिपि को प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा ने अपने हाथ से लिखा था. उन्होंने कैलीग्राफ़ी में इसे लिखा था और लिखते समय उन्होंने एक भी गलती नहीं की थी.
प्रेम बिहारी ने इसे लिखने में 303 निब और 354 इंक बोतल का इस्तेमाल किया था. इसे लिखने में उन्हें छह महीने का समय लगा था.और इसी सविंधान के बारे में आपको कुछ जानकारी देने वाले जानते एक एक पॉइंट में।
1. दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान: भारतीय संविधान 448 अनुच्छेदों, 12 अनुसूचियों और 103 संशोधनों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसकी तुलना में, अमेरिकी संविधान में केवल 7 अनुच्छेद हैं।
2. हस्तलिखित मूल प्रति: संविधान की मूल प्रति को इटैलियन चर्मपत्र पर सुंदर सुलेख में हाथ से लिखा गया था। इसे हिंदी और अंग्रेजी दोनों में लिखा गया था।
3. 2 वर्ष, 11 महीने और 18 दिन का निर्माण: संविधान को बनाने में 2 वर्ष, 11 महीने और 18 दिन लगे। 9 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी और 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया गया था।
4. 64 लाख रुपये की लागत: संविधान को बनाने में कुल 64 लाख रुपये की लागत आई थी।
5. 30 भाषाओं में अनुवाद: मूल संविधान को अंग्रेजी और हिंदी में लिखा गया था। बाद में इसका 22 अन्य भारतीय भाषाओं और 12 विदेशी भाषाओं में अनुवाद किया गया।
6. सबसे लंबी बहस: मौलिक अधिकारों पर संविधान सभा में सबसे लंबी बहस हुई थी। इस पर 15 दिनों से अधिक समय तक चर्चा हुई थी।
7. 7 सदस्यों की समिति: संविधान का प्रारूप तैयार करने के लिए डॉ. बी.आर. अंबेडकर की अध्यक्षता वाली 7 सदस्यों की समिति का गठन किया गया था।
8. 26 जनवरी 1950 को लागू: भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। इस दिन को भारत का गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
9. अनेक स्रोतों से प्रेरित: भारतीय संविधान को अमेरिकी, ब्रिटिश, आयरिश, फ्रांसीसी और भारतीय संविधानों सहित कई स्रोतों से प्रेरणा मिली है।
10. “गिरगिट” संविधान: भारतीय संविधान को “गिरगिट” संविधान भी कहा जाता है क्योंकि इसमें समय के साथ कई बदलाव किए गए हैं। 103 संशोधनों के साथ, यह दुनिया का सबसे अधिक संशोधित लिखित संविधान बन गया है।
11. मौलिक कर्तव्य: भारतीय संविधान में नागरिकों के लिए 11 मौलिक कर्तव्यों का भी उल्लेख है। ये कर्तव्य नागरिकों को देश के प्रति उनके कर्तव्यों को याद दिलाते हैं।
12. सबसे लंबा अनुच्छेद: संविधान का अनुच्छेद 395 भारत का सबसे लंबा अनुच्छेद है। इसमें सार्वजनिक सुरक्षा, सदाचार और नैतिकता से संबंधित प्रावधान हैं।
13. सबसे छोटा अनुच्छेद: संविधान का अनुच्छेद 361 भारत का सबसे छोटा अनुच्छेद है। इसमें केवल 8 शब्द हैं: “यह संविधान हिंदी में लिखा गया है।”
14. 104वां संशोधन: 2009 में पारित 104वां संशोधन, लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण प्रदान करता है।
15. जीवित दस्तावेज: भारतीय संविधान को एक “जीवित दस्तावेज” माना जाता है, जिसका अर्थ है कि इसे समय के साथ बदलती सामाजिक और राजनीतिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है।