DeepSeek:-चीन की यह नई एआई कंपनी डीपसीक (DeepSeek) और उसका प्रोडक्ट R1 वैश्विक तकनीकी जगत में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। जाने इसके बारे में ? 

DeepSeek:-पिछले कई दशकों से अमेरिका दुनिया में सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभरा है। पहले और दूसरे विश्व युद्ध में उसकी ताकत को पूरी दुनिया ने देखा। लेकिन इसके बाद शीत युद्ध के दौर में सोवियत संघ ने उसे कई मोर्चों पर कड़ी चुनौती दी। खासकर साइंस और टेक्नोलॉजी में दोनों देशों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा हुई।
1957 में सोवियत संघ ने दुनिया का पहला सैटेलाइट स्पूतनिक 1 लॉन्च कर इतिहास रच दिया। उस समय अमेरिका पीछे रह गया और उसने 1958 में अपना पहला सैटेलाइट एक्सप्लोरर 1 लॉन्च किया। यह घटना अमेरिका की ताकत को पहली बार चुनौती देने वाली साबित हुई।
आज की तारीख में, रूस की जगह चीन ने वही भूमिका निभानी शुरू कर दी है। चीन मौजूदा समय में अमेरिका की वैश्विक बादशाहत को चुनौती दे रहा है।
चीन की एआई कंपनी डीपसीक और उसकी धमाकेदार एंट्री
चीन की एक नई कंपनी डीपसीक (DeepSeek) ने हाल ही में अमेरिका में खलबली मचा दी है। यह कंपनी मात्र एक साल पुरानी है, लेकिन इसके एआई प्रोडक्ट R1 ने पूरे टेक्नोलॉजी सेक्टर को हिला दिया है।
R1 की खासियत
- यह प्रोडक्ट अमेरिका की बड़ी कंपनियों जैसे OpenAI, Google, और Meta के एआई मॉडल्स का सीधा मुकाबला कर रहा है।
- इस मॉडल को बनाने में सिर्फ 56 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 48 करोड़ रुपये) खर्च हुए हैं।
- इसके मुकाबले, अमेरिकी कंपनियां अपने एआई मॉडल्स पर अरबों डॉलर खर्च करती हैं।
डीपसीक के कारण अमेरिकी बाजार में हलचल
डीपसीक की घोषणा के बाद, अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई:
- नैस्डैक (Nasdaq) में 3.1% की गिरावट हुई।
- S&P सूचकांक 1.5% नीचे चला गया।
- हालांकि, डाऊ जोंस में 0.7% की बढ़त देखी गई।
निविडिया (Nvidia) को भारी नुकसान
- एआई चिप्स की दिग्गज कंपनी निविडिया के शेयर में 17% की गिरावट आई।
- कंपनी के बाजार मूल्य में 588.8 बिलियन डॉलर की कमी हुई।
- यह इतिहास में किसी भी कंपनी के शेयर में एक दिन में हुई सबसे बड़ी गिरावट थी।
अमेरिका के लिए चिंता की बात क्यों?
- कम लागत में बड़ा काम:
डीपसीक ने लो-कॉस्ट एआई चिप्स का इस्तेमाल कर जो तकनीक विकसित की है, वह अमेरिका की हाई-कॉस्ट टेक्नोलॉजी को चुनौती दे रही है। - चीन पर अमेरिकी पाबंदियों का असर नहीं:
अमेरिका ने चीन को हाई-पावर एआई चिप्स की सप्लाई रोकने की कोशिश की थी। इसके बावजूद डीपसीक ने कम पावर वाली चिप्स से यह कारनामा कर दिखाया। - टेक्नोलॉजी में नया संतुलन:
डीपसीक की एंट्री से यह साफ हो गया है कि चीन अब सिर्फ एक मैन्युफैक्चरिंग हब नहीं, बल्कि तकनीकी नवाचार का केंद्र भी बन रहा है।
विशेषज्ञों की राय
- टेक निवेशक मार्क एंड्रीसन ने कहा कि डीपसीक का प्रोडक्ट R1 अब तक के सबसे अद्भुत आविष्कारों में से एक है।
- यह घटना अमेरिका की तकनीकी श्रेष्ठता के लिए एक बड़ा खतरा मानी जा रही है।