Delhi Chief Minister:-दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, जिसमें उसने 70 में से 48 सीटें हासिल की हैं। जाने पूरी खबर ? 

Delhi Chief Minister:-दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद जबरदस्त जीत हासिल की है। इस बार भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी (AAP) को सत्ता से बाहर कर दिया। अरविंद केजरीवाल, जो पिछले 10 सालों से मुख्यमंत्री थे, और उनके डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत कई बड़े नेता चुनाव हार गए।
भाजपा ने बिना किसी मुख्यमंत्री चेहरे के चुनाव लड़ा था। अब जब पार्टी को बहुमत मिल गया है, तो अगला सवाल यही है कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा? भाजपा हमेशा आखिरी वक्त में ऐसा नाम सामने लाती है, जिसकी कोई उम्मीद नहीं करता। लेकिन इस बार कुछ नाम चर्चा में बने हुए हैं।
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री की रेस में कौन-कौन?
भाजपा में फिलहाल कई बड़े नेता मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। इनमें से कुछ प्रमुख नाम ये हैं:
1. प्रवेश वर्मा
- पूर्व सांसद और वर्तमान में नई दिल्ली विधानसभा सीट से विधायक
- उन्होंने इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल को हराकर बड़ा उलटफेर किया
- वे जाट समुदाय से आते हैं, जो दिल्ली में एक प्रभावशाली वोट बैंक माना जाता है
2. विजेंद्र गुप्ता
- भाजपा के वरिष्ठ नेता और दो बार दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं
- वैश्य समुदाय से आते हैं, जो भाजपा के मुख्य वोटर बेस में शामिल होता है
- संगठन में अच्छी पकड़ और प्रशासनिक अनुभव है
3. मोहन सिंह बिष्ट
- उत्तराखंड मूल के नेता, छह बार विधायक बन चुके हैं
- भाजपा के पुराने और अनुभवी चेहरों में से एक
- उत्तराखंड के प्रवासी समुदाय पर मजबूत पकड़ है
4. सतीश उपाध्याय
- दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
- ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, जो दिल्ली में अच्छा खासा प्रभाव रखता है
- संगठन में मजबूत पकड़ और पार्टी के वफादार नेता माने जाते हैं
5. आशीष सूद
- भाजपा के युवा और आक्रामक नेता
- राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की विचारधारा को मजबूती से रखने वाले नेताओं में शामिल
6. मनजिंदर सिंह सिरसा
- सिख समुदाय के प्रभावशाली नेता और तीन बार विधायक रह चुके हैं
- अगर भाजपा पंजाब में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है, तो उन्हें मौका मिल सकता है
7. रेखा गुप्ता (महिला चेहरा)
- भाजपा महिला मोर्चा की प्रमुख नेता
- शालीमार बाग से विधायक और महिला वोटर्स के बीच लोकप्रिय
- अगर भाजपा महिला मुख्यमंत्री बनाना चाहे, तो ये मजबूत दावेदार हो सकती हैं
भाजपा कैसे तय करेगी दिल्ली का नया मुख्यमंत्री?
भाजपा सिर्फ चुनाव जीतने तक रणनीति नहीं बनाती, बल्कि सत्ता चलाने के लिए भी उसकी एक लंबी योजना होती है। मुख्यमंत्री का चुनाव कई फैक्टरों पर निर्भर करता है, जैसे:
1. क्षेत्रीय समीकरण
दिल्ली में कई राज्यों से आए लोग रहते हैं, जैसे यूपी, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा। भाजपा ऐसा चेहरा चुन सकती है जो इन सभी वर्गों को जोड़ सके। उदाहरण के लिए:
- पूर्वांचली वोटर्स (यूपी-बिहार से आए लोग) – अजय महावर, अभय वर्मा
- उत्तराखंड मूल के वोटर्स – मोहन सिंह बिष्ट
- पंजाबी-सिख वोटर्स – मनजिंदर सिंह सिरसा
2. जातिगत समीकरण
- जाट समुदाय – प्रवेश वर्मा (दिल्ली की 13 जाट बहुल सीटों में से 12 पर भाजपा जीती है)
- वैश्य समुदाय – विजेंद्र गुप्ता
- ब्राह्मण समुदाय – सतीश उपाध्याय
- सिख समुदाय – मनजिंदर सिंह सिरसा
- महिला वोटर्स – रेखा गुप्ता
3. प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की पसंद
भाजपा में मुख्यमंत्री का फैसला हाईकमान करता है। अगर पार्टी किसी नए और चौंकाने वाले नाम पर दांव लगाती है, तो यह भी संभव है कि किसी ऐसे नेता को चुना जाए, जिसकी चर्चा अभी ज्यादा न हो रही हो।
क्या दिल्ली को पहली बार महिला मुख्यमंत्री मिलेगी?
भाजपा महिला वोटर्स पर काफी ध्यान देती रही है। इस बार रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा हो रही है। अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली को पहली बार महिला मुख्यमंत्री मिल सकती है।
क्या भाजपा सिख चेहरे को सीएम बनाएगी?
अगर भाजपा मनजिंदर सिंह सिरसा को मुख्यमंत्री बनाती है, तो यह दिल्ली के पंजाबी और सिख वोटर्स के लिए बड़ा संदेश होगा। साथ ही, इसका असर पंजाब विधानसभा चुनाव 2027 पर भी पड़ेगा।