Devendra Fadnavis:-तमाम सस्पेंस और सीएम पद की दौड़ में चल रही उठापटक के बाद आखिरकार बीजेपी ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस के नाम का ऐलान कर दिया। जाने पूरी खबर ? 

Devendra Fadnavis:-महाराष्ट्र में लंबे सस्पेंस और मुख्यमंत्री पद को लेकर चली खींचतान के बाद आखिरकार बीजेपी ने अपने फैसले का ऐलान कर दिया। बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस को एक बार फिर महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है। यह फैसला महाराष्ट्र बीजेपी विधायक दल की बैठक में लिया गया, जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर निर्मला सीतारमण और विजय रूपाणी भी मौजूद थे।
देवेंद्र फडणवीस क्यों बने पहली पसंद?
महाराष्ट्र बीजेपी के विधायकों ने एकमत होकर देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगाई। नवनिर्वाचित विधायक प्रवीण वसंतराव तायडे ने बताया,
“देवेंद्र फडणवीस वह नेता हैं, जो महाराष्ट्र में सकारात्मक बदलाव और बेहतरी ला सकते हैं। उनका अनुभव और सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता उन्हें इस पद के लिए सबसे उपयुक्त बनाती है। उन्होंने पहले भी पांच साल तक सरकार को कुशलता से चलाया है।”
इसी तरह बीजेपी विधायक रवि राजा ने भी कहा,
“पूरी पार्टी और महायुति का समर्थन देवेंद्र फडणवीस को है। उनका नेतृत्व महाराष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है। वे जल्द ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।”
बीजेपी के एक अन्य विधायक, भीमराव केराम ने देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने 2014 से 2019 के बीच अपनी सरकार को प्रभावी ढंग से संचालित किया। इसीलिए, विधायक दल में उनकी पसंद पर कोई सवाल नहीं था।
एकनाथ शिंदे और अजित पवार बनेंगे डिप्टी सीएम
विधायक दल की बैठक में यह भी तय किया गया कि शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रमुख एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में काम करेंगे। इस फैसले से यह सुनिश्चित हो गया है कि महायुति सरकार पूरी मजबूती के साथ काम करेगी।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी जोरों पर
देवेंद्र फडणवीस का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित होगा। इस भव्य कार्यक्रम के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने जानकारी दी कि महायुति के नेता बुधवार को दोपहर साढ़े तीन बजे राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन से मिलेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
इसके पहले विधान भवन में महायुति के सहयोगी दलों की बैठक होगी। बैठक के बाद सभी नेता राज्यपाल के पास जाकर औपचारिक रूप से सरकार बनाने की प्रक्रिया पूरी करेंगे।
देवेंद्र फडणवीस चुनौतियां
देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने का फैसला उनके पिछले कार्यकाल के प्रदर्शन को देखते हुए लिया गया है। उन्होंने 2014-2019 के बीच महाराष्ट्र को नई दिशा देने के लिए कई बड़े कदम उठाए। उनका प्रशासन कुशल और पारदर्शी माना गया, जिससे वे जनता और पार्टी दोनों के बीच लोकप्रिय बने।
हालांकि, उन्हें अब महाराष्ट्र में कई चुनौतियों का सामना करना होगा, जैसे:
- किसानों के मुद्दे
- बुनियादी ढांचे के विकास की गति बढ़ाना
- महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याएं
देवेंद्र फडणवीस के पास अब मौका है कि वे अपनी कार्यशैली से इन चुनौतियों को अवसर में बदलें और महाराष्ट्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं।
देवेंद्र फडणवीस के दोबारा मुख्यमंत्री बनने से यह साफ है कि बीजेपी ने अनुभव और नेतृत्व क्षमता को प्राथमिकता दी है। महायुति सरकार के गठन के साथ, महाराष्ट्र के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यह गठबंधन उनके हितों के लिए काम करेगा। 5 दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के बाद राज्य की नई सरकार अपना कार्यकाल शुरू करेगी।