Devendra Fadnavis:-महाराष्ट्र में गुरुवार का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया, जब देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जाने ?
Devendra Fadnavis:-गुरुवार, मुंबई का ऐतिहासिक आजाद मैदान। मौका था महाराष्ट्र में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का। देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, वहीं एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए शपथ ली। समारोह बेहद भव्य और यादगार रहा, जिसमें राजनीति, उद्योग और बॉलीवुड की तमाम मशहूर हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
भव्य आयोजन में देशभर से जुटीं हस्तियां
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने तीनों नेताओं को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू जैसे दिग्गज नेताओं ने भाग लिया।
औद्योगिक जगत से मुकेश अंबानी, उनके बेटे अनंत अंबानी और बहू राधिका अंबानी ने भी समारोह में शिरकत की। बॉलीवुड की चमक भी इस आयोजन में देखने को मिली। शाहरुख खान, सलमान खान, माधुरी दीक्षित, रणबीर कपूर और रणवीर सिंह जैसे सितारों ने अपनी उपस्थिति से समारोह को और खास बना दिया।
सरकार गठन की प्रक्रिया और महायुति की ताकत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को संपन्न हुए थे और 23 नवंबर को परिणाम आए। भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (रांकापा) के महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल कर बहुमत का परचम लहराया। इसके बाद, दो हफ्ते तक गहन चर्चा और बातचीत के बाद सरकार गठन की रूपरेखा तैयार की गई।
शिंदे की भूमिका पर उठा था सवाल
शपथ ग्रहण से पहले, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की भूमिका को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे। पिछले कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहे शिंदे इस बार अपनी भूमिका को लेकर असमंजस में थे। उन्हें उपमुख्यमंत्री पद की पेशकश की गई थी, लेकिन वे इसे लेकर असंतुष्ट थे।
हालांकि, भाजपा और शिवसेना नेताओं के समझाने और फडणवीस के विशेष अनुरोध के बाद शिंदे ने इस जिम्मेदारी को स्वीकार कर लिया। शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा, “शिंदे ने महाराष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह जरूरी था कि वह राज्य की जनता और अपने समर्थकों के लिए सरकार में शामिल हों।”
मंत्रालयों के बंटवारे
सामंत ने यह भी स्पष्ट किया कि विभागों के बंटवारे का फैसला फडणवीस, शिंदे और अजित पवार मिलकर करेंगे। शिवसेना ने गृह मंत्रालय की मांग की थी, लेकिन इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ। भाजपा और शिवसेना के बीच किसी भी तरह के मनमुटाव से इनकार करते हुए सामंत ने कहा, “शिंदे ने हमेशा प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के निर्णय को स्वीकार किया है।”
क्या उम्मीदें हैं नई सरकार से?
महाराष्ट्र की जनता अब इस नई सरकार से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठी है। देवेंद्र फडणवीस का तीसरी बार मुख्यमंत्री बनना उनके मजबूत नेतृत्व का प्रतीक है। शिंदे और पवार की साझेदारी के साथ यह महायुति सरकार महाराष्ट्र को विकास के नए आयामों तक ले जाने का दावा कर रही है।
यह आयोजन सिर्फ एक शपथ ग्रहण समारोह नहीं था, बल्कि एक ऐसा पल था जो महाराष्ट्र के राजनीतिक इतिहास में लंबे समय तक याद किया जाएगा।