Earthquake :-जब लोग अपने रोजमर्रा के दिन की शुरुआत करने वाले थे, तभी नेपाल और तिब्बत की सीमा पर आए एक भीषण भूकंप ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया।जाने पूरी खबर ? 

Earthquake:-7 जनवरी की सुबह, नेपाल और तिब्बत की सीमा के पास भूकंप ने भारी तबाही मचाई। भूकंप की तीव्रता 7.1 थी, जिसने तिब्बत को हिला कर रख दिया। इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी, जिससे झटके भारत के बिहार, यूपी, दिल्ली-एनसीआर, और पश्चिम बंगाल तक महसूस किए गए।
तिब्बत में नुकसान
चीन के तिब्बत क्षेत्र के शिगाजे शहर में इस भूकंप ने सबसे ज्यादा असर डाला। कई इमारतें ढह गईं, जिससे 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक घायल हो गए। भूकंप का केंद्र डिंगरी काउंटी में था, जो समुद्र तल से लगभग 4,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
नेपाली क्षेत्र पर असर
नेपाल के लोबुचे इलाके, जो एवरेस्ट बेस कैंप के पास है, वहां भी झटके महसूस हुए। लोबुचे, काठमांडू से करीब 150 किलोमीटर दूर है।
तबाही की तस्वीरें
चीनी मीडिया ने दिखाया कि कैसे घर, दीवारें और इमारतें मलबे में बदल गईं। कई लोग बेघर हो गए और राहत कार्य तेजी से चल रहा है।
पिछले भूकंपों की याद
यह भूकंप 2008 में सिचुआन (चीन) और 2015 में नेपाल में आए विनाशकारी भूकंपों की याद दिलाता है, जहां हजारों लोग मारे गए थे।