Fake Gmail:- भारतीय खुफिया ब्यूरो के नाम पर स्कैमर्स भेज रहे फेक कोर्ट नोटिस, सरकार ने किया अलर्ट जारी

Fake Gmail:-सरकार द्वारा हाल ही में जारी किया गया यह अलर्ट इंटरनेट यूजर्स के लिए चेतावनी है। इंटरनेट धोखाधड़ी (स्‍कैम) का एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें फर्जी ईमेल का इस्तेमाल किया जा रहा है। जाने इस फर्जी ईमेल के बारे में ?  Gmail

Fake Gmail:-इंटरनेट की दुनिया में स्‍कैमर्स नए-नए तरीके निकालकर लोगों को ठगने की कोशिश करते रहते हैं। हाल ही में सरकार ने एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि स्‍कैमर्स अब फर्जी ईमेल का सहारा लेकर लोगों को डराने और उनसे पैसे ऐंठने का प्रयास कर रहे हैं। यह धोखाधड़ी (स्‍कैम) भारतीय खुफिया ब्यूरो (Intelligence Bureau) का नाम लेकर की जा रही है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि इस स्थिति में क्या करना चाहिए। 

स्‍कैम का तरीका

स्‍कैमर्स ऐसे ईमेल भेज रहे हैं, जो दिखने में सरकारी दस्तावेज जैसे लगते हैं। इनमें दावा किया जाता है:

  1. आरोप: ईमेल में लिखा होता है कि आपने अपने इंटरनेट का इस्तेमाल “अनुचित गतिविधियों” (जैसे पोर्नोग्राफी देखना) के लिए किया है।
  2. धमकी: कहा जाता है कि भारतीय खुफिया ब्यूरो ने आपकी गतिविधियों को साइबर क्राइम पुलिस यूनिट के साथ मिलकर ट्रैक किया है।
  3. फर्जी हस्ताक्षर: इस ईमेल को और असली दिखाने के लिए इसमें “प्रोसेक्यूटर” के नाम और हस्ताक्षर जोड़े जाते हैं।
  4. पैसे की मांग: डराने के बाद यह कहा जाता है कि मामले को निपटाने के लिए तुरंत पैसे जमा करें, वरना आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

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आपको क्यों सतर्क रहना चाहिए?

सरकार ने इस तरह के ईमेल को साफ तौर पर फर्जी (Fake) बताया है। PIB Fact Check, जो सरकार के आधिकारिक फैक्ट चेक हैंडल है, ने X (पहले Twitter) पर जानकारी साझा की है। सरकार ने साफ कहा है कि यह पूरी तरह से एक स्‍कैम है।

कैसे पहचानें कि यह ईमेल फर्जी है?

  1. कानूनी नोटिस ईमेल से नहीं आते:
    असली कानूनी नोटिस हमेशा हार्ड कॉपी (डाक) के माध्यम से आते हैं। सरकार या कोर्ट कभी ईमेल के जरिए इस तरह की जानकारी नहीं देती।
  2. लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है:
    ईमेल में अक्सर एक लिंक होता है, जिस पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है। ये लिंक आपके सिस्टम में वायरस डाल सकते हैं या आपकी निजी जानकारी चोरी कर सकते हैं।
  3. भाषा पर ध्यान दें:
    फर्जी ईमेल में भाषा असामान्य होती है। कभी-कभी यह डराने वाली या जल्दबाजी में कार्रवाई करने की बात करती है।

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ऐसे ईमेल मिलने पर क्या करें?

1. घबराएं नहीं:

  • ईमेल में लिखी बातों को गंभीरता से न लें।
  • यह केवल आपको डराने के लिए लिखा गया है ताकि आप पैनिक होकर उनकी मांगें पूरी करें।

2. किसी लिंक पर क्लिक न करें:

  • ईमेल में दिए गए किसी भी लिंक को न खोलें।
  • ऐसे लिंक पर क्लिक करने से आपकी व्यक्तिगत जानकारी या बैंकिंग डिटेल्स चुराई जा सकती हैं।

3. ईमेल को रिपोर्ट करें:

  • फर्जी ईमेल को cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
  • आप ईमेल को अपने मेल सर्विस प्रोवाइडर के “स्पैम” या “फिशिंग” ऑप्शन में भी रिपोर्ट कर सकते हैं।

4. सरकारी सूचना देखें:

  • PIB Fact Check या सरकारी एजेंसियों के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर जाकर जानकारी की पुष्टि करें।

 स्‍कैम

  1. संदिग्ध ईमेल को खोलें नहीं:
    • यदि आप किसी ईमेल के स्रोत को नहीं पहचानते, तो उसे न खोलें।
  2. अपना सिस्टम सुरक्षित रखें:
    • एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
    • नियमित रूप से पासवर्ड बदलें और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
  3. साझा जानकारी पर ध्यान दें:
    • अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को किसी भी ईमेल या कॉल पर साझा न करें। 

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