Google पर कस्टमर केयर नंबर खोजने की गलती पड़ी भारी, दंपति के खाते से उड़ गए 1.5 लाख रुपये

आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग बढ़ गया है, लेकिन इसके साथ ही साइबर ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। जाने पूरी घटना ? Google Fraud

Google Fraud News:-आजकल जब भी हमें किसी ऐप या ऑनलाइन सर्विस से जुड़ी कोई दिक्कत होती है, तो हम सीधा गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च कर लेते हैं। लेकिन कभी-कभी ये नंबर असली नहीं होते, बल्कि ठगों द्वारा डाले गए फर्जी नंबर भी हो सकते हैं। मध्य प्रदेश के भोपाल में एक दंपति ने भी यही गलती कर दी, और इसकी कीमत उन्हें 1.5 लाख रुपये गंवाकर चुकानी पड़ी।

क्या हुआ था?

भोपाल के रहने वाले विजय कुमार नाम के व्यक्ति ने म्यूजिक ऐप का सब्सक्रिप्शन लिया था। लेकिन जब उन्होंने देखा कि उनके खाते से तय रकम से ज्यादा पैसे कट गए हैं, तो उन्होंने इसे वापस पाने के लिए गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च किया। जो नंबर सबसे ऊपर दिखा, उन्होंने बिना जांचे-परखे उस पर कॉल कर दिया

कैसे हुई ठगी?

जैसे ही विजय ने नंबर पर फोन किया, उधर से एक व्यक्ति ने खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताया। ठग ने बड़ी चालाकी से बातचीत करते हुए कहा कि वह उनकी समस्या हल कर देगा। उसने विजय के फोन पर एक ओटीपी (OTP) भेजा और कहा कि इसे बता दें ताकि पैसे वापस हो सकें। विजय को शक नहीं हुआ और उन्होंने वो ओटीपी बता दिया।

इसके बाद ठग ने उनकी पत्नी के मोबाइल पर भी एक ओटीपी भेजा और कहा कि यह भी प्रोसेस का हिस्सा है। दंपति ने बिना सोचे समझे वह ओटीपी भी साझा कर दिया

कुछ ही सेकंड बाद विजय के मोबाइल पर एक मैसेज आया कि उनके बैंक खाते से 82,000 रुपये कट चुके हैं। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, उनकी पत्नी के खाते से भी 77,000 रुपये निकल गए। यह देख उनकी हालत खराब हो गई।

फौरन पुलिस के पास पहुंचे

जब दंपति को एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हो गई है, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच जारी है।

इससे बचने के लिए क्या करें?

  1. गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने से बचें – कई बार जो नंबर दिखते हैं, वे फर्जी हो सकते हैं।

  2. कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं – सही जानकारी के लिए हमेशा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से नंबर लें।

  3. ओटीपी किसी को न बताएं – कोई भी बैंक या कस्टमर केयर अधिकारी आपसे कभी भी ओटीपी नहीं मांगता।

  4. संदिग्ध कॉल्स से बचें – अगर कोई फोन पर ज्यादा जल्दीबाजी दिखाए या जबरदस्ती ओटीपी पूछे, तो सतर्क हो जाएं।

  5. साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें – अगर ठगी हो जाए तो तुरंत साइबर क्राइम में रिपोर्ट करें।

आजकल साइबर ठग बहुत चालाक हो गए हैं और छोटी-छोटी गलतियों का फायदा उठाते हैं। भोपाल के इस मामले से हमें यह सीखने की जरूरत है कि किसी भी कस्टमर केयर नंबर को बिना जांचे फोन न करें, और ओटीपी किसी से साझा न करें। थोड़ी सी सतर्कता से हम अपने मेहनत के पैसे सुरक्षित रख सकते हैं।

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