India-UK Free Trade Agreement को अंतिम रूप मिला, मोदी ने बताया ऐतिहासिक कदम

पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीच भारत को आर्थिक मोर्चे पर बड़ी सफलता मिली है। भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच बहुप्रतीक्षित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को आखिरकार अंतिम रूप दे दिया गया है। जाने इसके बारे में ? India-UK Free Trade Agreement

India-UK Free Trade Agreement:-जहां एक ओर पाकिस्तान से बढ़ते तनाव और युद्ध जैसे हालात की खबरें चिंता पैदा कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर भारत को आर्थिक मोर्चे पर एक बड़ी और राहत भरी खबर मिली है। भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच लंबे समय से चर्चित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को आखिरकार अंतिम रूप दे दिया गया है। इस बात की जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) के ज़रिए दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस ट्रेड डील को “ऐतिहासिक, महत्वाकांक्षी और परस्पर लाभकारी” बताया है। उन्होंने बताया कि इस समझौते से भारत और UK के बीच आर्थिक साझेदारी और मजबूत होगी। इसके साथ ही दोनों देशों ने Double Contribution Convention नाम के एक और अहम समझौते पर भी सहमति जताई है, जिससे विदेशों में काम करने वाले लाखों भारतीयों को बड़ी राहत मिलेगी।

क्या है ये फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA)?

फ्री ट्रेड एग्रीमेंट एक ऐसा समझौता होता है जिसमें दो देश तय करते हैं कि वे एक-दूसरे से व्यापार करते समय कई सामानों और सेवाओं पर लगने वाले टैक्स या शुल्क (टैरिफ) को घटाएंगे या पूरी तरह खत्म कर देंगे। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार करना सस्ता और आसान हो जाता है।

भारत और यूके के इस नए FTA के तहत:

  • दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा

  • कई सामानों और सेवाओं पर टैरिफ घटेगा या खत्म होगा

  • निवेश, रोजगार और इनोवेशन को नई रफ्तार मिलेगी

  • स्टार्टअप्स और MSMEs को ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर फायदा मिलेगा

क्या होगा आम उपभोक्ताओं को फायदा?

हां, बिल्कुल।
इस समझौते का सीधा असर आपकी जेब पर भी पड़ सकता है। भारत में यूके से आने वाले कई उत्पाद सस्ते हो सकते हैं। उदाहरण के लिए:

  • ब्रिटिश व्हिस्की और वाइन

  • लग्जरी ब्रांड्स के कपड़े और एक्सेसरीज़

  • फार्मास्युटिकल्स और हेल्थकेयर डिवाइसेज़

  • ऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट्स

  • इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स

  • ऑटोमोटिव स्पेयर पार्ट्स

इन सभी प्रोडक्ट्स पर अभी जो इंपोर्ट टैक्स लगता है, उसे या तो कम किया जाएगा या पूरी तरह हटा दिया जाएगा। इसका मतलब है कि अब ये चीज़ें सस्ती हो जाएंगी और आम उपभोक्ताओं को कम खर्च करना पड़ेगा।

डबल कॉन्ट्रिब्यूशन कंवेशन क्या है और इसका फायदा किसे मिलेगा?

यह समझौता उन भारतीयों के लिए बेहद फायदेमंद है जो यूके में काम कर रहे हैं या करने की योजना बना रहे हैं।

अब तक स्थिति यह थी कि अगर कोई भारतीय UK में नौकरी करता है, तो उसे भारत और यूके दोनों जगहों पर पेंशन या सोशल सिक्योरिटी फंड में योगदान देना पड़ता था। यानी एक तरह से उनकी कमाई पर दोहरी कटौती होती थी।

लेकिन Double Contribution Convention के लागू होने के बाद:

  • प्रवासी भारतीयों को केवल एक ही देश में सोशल सिक्योरिटी या पेंशन के लिए योगदान देना होगा

  • दोनों देशों के बीच वह योगदान मान्य माना जाएगा

  • इससे उनकी कमाई पर असर नहीं पड़ेगा और टैक्स या पेंशन का डबल बोझ नहीं पड़ेगा

  • ब्रिटेन में काम करने वाले भारतीय कामगारों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी

क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समझौते को “दोनों देशों के लिए आर्थिक विकास और अवसरों का नया अध्याय” बताया। उन्होंने यूके के नए प्रधानमंत्री केयर स्टारमर (Keir Starmer) से रविवार को बातचीत की और इस ऐतिहासिक समझौते पर खुशी जताई। साथ ही मोदी ने उन्हें भारत आने का न्योता भी दिया।

किन क्षेत्रों में होगा सबसे ज्यादा फायदा?

इस समझौते से इन क्षेत्रों में विशेष फायदा मिलने की उम्मीद है:

  • मैन्युफैक्चरिंग

  • टेक्नोलॉजी और इनोवेशन

  • हेल्थकेयर और फार्मा

  • फाइनेंस और बैंकिंग

  • स्टार्टअप्स और MSMEs

इस डील से दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते और मजबूत होंगे और भारतीय कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में अपनी पकड़ बनाने का मौका मिलेगा।

भारत और UK के बीच यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट न सिर्फ आर्थिक विकास का संकेत है, बल्कि यह भारत की वैश्विक कूटनीति और व्यापारिक समझ की भी मिसाल है। पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच यह डील देश को आर्थिक स्थिरता और वैश्विक साझेदारी का बड़ा सहारा दे सकती है।

आम जनता के लिए यह डील सस्ते प्रोडक्ट्स, नई नौकरियां, और बढ़े हुए विदेशी निवेश के रूप में बड़ा फायदा लेकर आ सकती है। वहीं प्रवासी भारतीयों को डबल टैक्स और डबल पेंशन कंट्रीब्यूशन की चिंता से भी छुटकारा मिलेगा।

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