Iran Vs Israel War:-इजरायल के हमले की आहट के बीच ईरान के कुद्स फोर्स चीफ इस्माइल कानी लापता, ईरान पर संकट के बादल छा रहे है कही यह तो नहीं…..
Iran Vs Israel War:-ईरान और इजरायल के बीच तनाव अपने चरम पर है, और अब यह आशंका जताई जा रही है कि इजरायल जल्द ही ईरान पर हमला कर सकता है। इस बीच, ईरान के लिए एक और मुश्किल सामने आई है—इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कुद्स फोर्स के प्रमुख, इस्माइल कानी लापता हो गए हैं। कानी का कोई पता नहीं चल रहा है, और उनके संपर्क में किसी भी अधिकारी को सफलता नहीं मिली है। यह स्थिति तब और गंभीर हो गई है जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर को बड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है, जो उसी दिन है जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था।
इस्माइल कानी का लापता होना क्यों है बड़ा झटका?
इस्माइल कानी, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामनेई के करीबी माने जाते हैं और कुद्स फोर्स के प्रमुख होने के नाते, मिडिल ईस्ट में ईरान की सैन्य रणनीति के केंद्र में हैं। उनकी भूमिका में हिजबुल्लाह, हमास और अन्य आतंकी समूहों को समर्थन और हथियारों की आपूर्ति शामिल है। कानी के लापता होने की खबरें तब आईं जब यह जानकारी मिली कि वह दक्षिण बेरूत में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के उत्तराधिकारी हाशिम सफीउद्दीन के साथ एक बंकर में छिपे थे, जहां इजरायली सेना ने ड्रोन हमले किए थे।
गुरुवार की रात हुई इन हमलों के बाद से कानी के साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि इस हमले में कानी गंभीर रूप से घायल हुए या मारे गए हो सकते हैं। लेबनान के सूत्रों के अनुसार, बंकर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, और वहां तक पहुंच पाना लगभग असंभव है। अगर इस्माइल कानी मारे गए, तो यह ईरान के लिए सबसे बड़ा झटका होगा, क्योंकि कानी की जगह भर पाना बेहद कठिन होगा।
इजरायल-ईरान तनाव
इजरायल और ईरान के बीच यह तनाव नया नहीं है। लेकिन अब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट संकेत दिया है कि इजरायल ने पूरी तैयारी कर ली है और वह अपने दुश्मनों को छोड़ने वाला नहीं है। 7 अक्टूबर की तारीख को विशेष महत्व दिया जा रहा है, क्योंकि इसी दिन हमास ने इजरायल पर हमला किया था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इजरायल इसी दिन ईरान पर हमला कर सकता है।
कानी का मारा जाना क्यों बढ़ाएगा ईरान की मुश्किलें?
– जनवरी 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के चीफ कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद इस्माइल कानी को कुद्स फोर्स का चीफ बनाया गया था।
– इस्माइल कानी, कासिम सुलेमानी की तरह ही ईरान की सैन्य योजनाओं का अहम हिस्सा रहे हैं, और उन्हें खामनेई का ‘राइट हैंड’ माना जाता है।
– हिजबुल्लाह, हमास, यमन के हूती और अन्य आतंकी संगठनों के साथ कानी का करीबी संबंध था, और वह मिडिल ईस्ट में ईरान की ताकत बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे थे।
– अगर कानी मारे गए, तो ईरान की सैन्य ताकत को बड़ा झटका लगेगा, और इससे मिडिल ईस्ट में तनाव और भी बढ़ने की आशंका है।
कुल मिलाकर, इस्माइल कानी के लापता होने और इजरायल की संभावित कार्रवाई के बीच ईरान के लिए हालात बेहद नाजुक हो गए हैं। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में ईरान और इजरायल के बीच क्या घटनाक्रम सामने आते हैं।