पश्चिम एशिया की तपती हुई रेत पर अब शांति की बयार बहने के संकेत मिल रहे हैं। महीनों तक चली गोलाबारी, धमाके और मिसाइल हमलों के बाद अब ऐसा लग रहा है कि ईरान और इजरायल की जंग थम सकती है। जाने पूरी खबर ? 

Iran–Israel War News:-पश्चिम एशिया में लंबे समय से जारी ईरान और इजरायल के बीच की तनातनी अब खत्म होती दिख रही है। ईरान ने संकेत दिए हैं कि वह इस युद्ध को खत्म करना चाहता है, लेकिन इसके लिए उसने एक अहम शर्त भी रख दी है।
ईरानी अधिकारियों ने मध्यस्थों (mediators) के जरिए अमेरिका और इजरायल को यह संदेश भेजा है कि अगर इजरायल अपने हमले रोक देता है, तो ईरान भी अपनी सैन्य कार्रवाई तुरंत रोकने को तैयार है। यह जानकारी अमेरिका के मशहूर अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सूत्रों के हवाले से दी है।
💣 मिसाइल हमलों के बाद बदला मूड
यह पहल ऐसे समय में सामने आई है जब कुछ दिन पहले इजरायली मिसाइलों ने ईरान के दो अहम एटमी ठिकानों – नतांज और इस्फहान – पर हमला किया था। ये दोनों जगहें ईरान की परमाणु ताकत का केंद्र मानी जाती हैं। जवाब में ईरान ने भी इजरायल के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी।
इसके बाद जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बढ़ा – खासकर अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और खाड़ी देशों की तरफ से – तो ईरान का रवैया कुछ नरम पड़ा और उसने अब शांति की पहल की है।
🕊️ बातचीत की पेशकश, लेकिन शर्त के साथ
ईरान ने साफ कहा है कि वह फिर से परमाणु वार्ता शुरू करना चाहता है। आपको याद दिला दें कि 2015 में अमेरिका और ईरान के बीच एक परमाणु समझौता हुआ था, जिससे 2018 में अमेरिका (ट्रंप सरकार) बाहर हो गया था। उसके बाद से दोनों देशों के रिश्ते और बिगड़ते चले गए।
अब ईरान का यह कदम तनाव कम करने की दिशा में एक अहम मोड़ माना जा रहा है।
🤔 इजरायल की प्रतिक्रिया क्या होगी?
हालांकि, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि इजरायल इस शांति प्रस्ताव पर क्या प्रतिक्रिया देगा। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में एक एयर बेस का दौरा करते हुए कहा – “हम जीत की ओर बढ़ रहे हैं। तेहरान के आसमान पर हमारा कब्जा है।”
उनके इस बयान से ऐसा लग रहा है कि इजरायल अभी भी पूरी तरह से पीछे हटने के मूड में नहीं है।
🌍 दुनिया की नजरें – कूटनीति का इंतजार
फिलहाल अमेरिका, यूरोपीय संघ और खाड़ी के कई देशों की नजर इस मुद्दे पर बनी हुई है। सभी देश चाहते हैं कि बातचीत के रास्ते इस गंभीर समस्या का समाधान निकाला जाए और खाड़ी क्षेत्र में शांति बनी रहे।
जानकारों का मानना है कि ईरान भले ही अब युद्धविराम के पक्ष में दिख रहा हो, लेकिन उसकी सशर्त शांति की यह पेशकश कितनी कारगर होगी, यह आने वाले दिनों में ही साफ हो पाएगा।
ईरान-इजरायल जंग ने पूरे पश्चिम एशिया को दहला कर रख दिया था। अब अगर यह जंग थमती है, तो यह दुनिया भर के लिए एक राहत की खबर होगी। लेकिन यह तभी संभव है जब दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हमले बंद करें और शांति से बातचीत की मेज पर आएं।