Jharkhand Election 2024;-झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव की गिनती अब निर्णायक मोड़ पर है। चुनाव आयोग के ताज़ा रुझानों के अनुसार, इंडिया गठबंधन स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है, जाने कौन बैठ सकता है कुर्सी पर ? 

Jharkhand Election 2024:-झारखंड विधानसभा चुनाव की मतगणना तेजी से जारी है और ताजा रुझानों के अनुसार, इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A) बहुमत के करीब पहुंचता नजर आ रहा है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन 51 सीटों पर आगे है, जबकि एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) 29 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इसके अलावा, अन्य प्रत्याशी 2 सीटों पर आगे चल रहे हैं।
रुझानों से स्पष्ट है कि झारखंड में एक बार फिर से हेमंत सोरेन की अगुवाई में सरकार बनने जा रही है। अगर यही स्थिति आखिरी नतीजों में बदलती है, तो यह इंडिया गठबंधन की बड़ी जीत मानी जाएगी।
मतगणना
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर मतगणना सुबह से शुरू हुई।
- सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हुई।
- इसके बाद ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के वोटों की गिनती शुरू हुई।
- गिनती के कुल 13 से 27 राउंड होंगे, सीटों की संख्या और वोटों की गिनती के आधार पर राउंड की संख्या अलग-अलग है।
- मतगणना का काम शाम तक पूरा होने की संभावना है।
गठबंधन और दल
1. इंडिया गठबंधन
इंडिया गठबंधन में जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा), कांग्रेस, आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) और सीपीआई-माले शामिल हैं। इस बार भी गठबंधन ने पिछली बार की तरह सीटों का बंटवारा किया था:
- जेएमएम: 43 सीटों पर उम्मीदवार उतारे।
- कांग्रेस: 30 सीटों पर चुनाव लड़ा, जो 2019 से एक सीट कम है।
- आरजेडी: 7 सीटों पर उम्मीदवार उतारे।
- सीपीआई-माले: 4 सीटों पर प्रत्याशी मैदान में हैं।
2. एनडीए (भाजपा और सहयोगी दल)
एनडीए में मुख्य दल भाजपा और आजसू हैं। इनके अलावा जेडीयू और चिराग पासवान की पार्टी लोजपा-रामविलास ने भी चुनाव लड़ा।
- भाजपा: 68 सीटों पर चुनाव लड़ी।
- आजसू: 10 सीटों पर प्रत्याशी उतारे।
- जेडीयू: 2 सीटों पर उम्मीदवार उतारे।
- लोजपा-रामविलास: 1 सीट पर चुनाव लड़ा।
2019 में भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ा था और 79 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन इस बार उसने आजसू और अन्य सहयोगियों के साथ गठबंधन किया।
मुकाबले
- मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मैदान में
इस बार के चुनाव में वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा कई प्रमुख नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भी चुनावी मैदान में थे। इनकी साख दांव पर लगी है, जिससे मुकाबला और रोचक हो गया। - जेकेएलएम का अलग चुनाव लड़ना
जेकेएलएम (झारखंड किसान मजदूर लोक मंच) ने 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जिससे एनडीए और इंडिया गठबंधन को टक्कर देने की कोशिश की गई। - कड़े मुकाबले वाली सीटें
कुछ सीटों पर रुझान बार-बार बदल रहे हैं, जिससे यह साफ है कि मुकाबला बेहद कड़ा है। कई जगहों पर छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवार भी मजबूत स्थिति में नजर आ रहे हैं।
नतीजे
अगर रुझान नतीजों में बदलते हैं और इंडिया गठबंधन बहुमत हासिल करता है, तो झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार सरकार बनेगी। यह गठबंधन के लिए एक बड़ी राजनीतिक जीत होगी। वहीं, एनडीए के लिए यह हार उनके झारखंड में कमजोर जनाधार को दर्शाएगी।
मतगणना
चुनाव आयोग शाम तक नतीजों की पूरी तस्वीर पेश करेगा। फिलहाल, झारखंड में इंडिया गठबंधन के उत्साह और एनडीए की चिंताओं के बीच चुनावी माहौल गर्म है।