Kuwait Fire:-कुवैत के एक बिल्डिंग में भीषण आग गई है जिसमे बताया जा रहा है की 49 में से 40 भारतीय लोग शामिल है और कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबाह ने पुलिस को इमारत के मालिक ओर तमाम लोगो अभी गिरफ्तार कर लिया है?

Kuwait Fire:-कुवैत के अहमदी प्रांत के मंगफ ब्लॉक की एक बिल्डिंग में छह मंजिला इमारत भीषण आग की चपेट में आ गई। जिसके अंदर लगभग 49 लोगो की मौत हो गई है इसके अंदर 40 लोग भारत के ही शामिल है एक रिपोर्ट्स के अनुसार माना जाए तो हताहतों में तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश जैसे अन्य भारतीय राज्यों के लोग भी शामिल हैं. मृतकों में कोल्लम के ओयूर के 33 वर्षीय उमरुद्दीन शमीर भी शामिल हैं. आईसीयू में रखे गए 35 में से सात की हालत गंभीर बताई जा रही है. कम से कम पांच लोग वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं.
आग के अंदर मरने वाले भारतीय के नाम रंजीत, शिबू वर्गीज, थॉमस जोसेफ, प्रवीण माधव, लुकोस वडक्कोट्ट उन्नून्नी, भूनाथ रिचर्ड रॉय आनंद, केलू पोनमलेरी, स्टीफन अब्राहम साबू, अनिल गिरी, मुहम्मद शरीफ, साजू वर्गीज, द्वारिकेश पटनायक, पी वी मुरलीधरन, विश्वास कृष्णन, अरुण बाबू, साजन जॉर्ज, रेमंड, जीसस लोपेज, आकाश शशिधरन नायर और डेनी बेबी करुणाकरण शामिल हैं.
उस बिल्डिंग में लगभग 195 से अधिक मजदुर रहते थे, जो ज्यादातर भारत से ही आते है , सबसे ज्यादा मजदुर केरल, तमिलनाडु और उत्तर भारत के माने जाते है। यह इमारत मलयाली व्यवसायी केजी अब्राहम के स्वामित्व वाले एनबीटीसी समूह की है. इमारत में एनबीटीसी के सुपरमार्केट के कर्मचारी भी रहते थे.
कुवैत के डिप्टी पीएम ने क्या कहा:-कुवैत के उप-प्रधानमंत्री फहद यूसुफ अल-सबा ने घटनास्थल का जायज़ा लिया और इस मामले में पुलिस को जांच करने के आदेश दे दिए है। और जब तक पुलिस इसकी पूरी जांच न कर ले तब तक इमारत के मालिक, उसके चौकीदार और वहां रहने वाले श्रमिकों के नियोक्ता को हिरासत में रखने का निर्देश दिया है. उन्होंने कुवैत नगर पालिका और मैनपावर के लिए सार्वजनिक प्राधिकरण को भी इसी तरह के उल्लंघनों को देखने के लिए तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, जहां आवासीय भवनों में बड़ी संख्या में श्रमिकों की भीड़ होती है.
घटना की सूचना अधिकारियों को स्थानीय समयानुसार सुबह 6:00 बजे (0300 जीएमटी) दी गई. एक अन्य वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने राज्य टीवी को बताया, “जिस इमारत में आग लगी, उसका इस्तेमाल श्रमिकों के लिए किया जाता था और वहां बड़ी संख्या में कर्मचारी रहते थे.