Lawrence Bishnoi:-लॉरेंस बिश्नोई का नाम पहले भी कई हाई-प्रोफाइल आपराधिक घटनाओं में सामने आ चुका है। इस गैंग पर फिरौती मांगने और हत्या जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देने के कई आरोप हैं, जाने पूरी खबर ? 

Lawrence Bishnoi:-लॉरेंस बिश्नोई आज अपराध की दुनिया का एक ऐसा नाम बन चुका है जिसे हर कोई जानता है। उसके नाम से लोग डरते हैं, और उसकी गैंग ने अपराध की दुनिया में एक अलग तरह का आतंक मचा रखा है। हालांकि वह गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, लेकिन उसके गैंग के लोग बाहर खुलेआम फिरौती और हाई-प्रोफाइल हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी भी बिश्नोई गैंग ने ली, जिससे देशभर में हड़कंप मच गया। यह घटना सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी एक खुली चुनौती बन गई है।
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लॉरेंस बिश्नोई के निवेश :
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने अपनी जांच में लॉरेंस बिश्नोई के वित्तीय नेटवर्क का भी खुलासा किया है। एनआईए की चार्जशीट में यह दावा किया गया है कि लॉरेंस ने वसूली के पैसे को विदेशों में निवेश किया है। खासकर, उसने थाईलैंड और कनाडा में अपनी आपराधिक गतिविधियों से प्राप्त धन को हवाला के जरिए भेजा था। इस पैसे का उपयोग वह कृषि योग्य जमीन, प्लॉट्स, और अन्य संपत्तियों को खरीदने के लिए कर रहा है। 2019 से 2021 के बीच इस तरह के कई लेनदेन का पता चला है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग सिर्फ वसूली ही नहीं करता, बल्कि उसने बॉलीवुड के नामी सितारों और व्यापारियों को भी धमकियां दी हैं। इस गैंग ने दिल्ली, मुंबई, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, और हिमाचल प्रदेश तक अपने आपराधिक जाल को फैला रखा है। ये गैंग व्यापारी, शराब कारोबारी, ट्रक ऑपरेटर, और मंडियों के लोगों से बंदूक की नोक पर वसूली करता है।
काला जठेड़ी का खुलासा:
एनआईए की चार्जशीट में लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी संदीप उर्फ काला जठेड़ी के बारे में भी अहम जानकारी सामने आई है। जांच में पाया गया कि सोनीपत के एक शराब कारोबारी को 2018-19 में 11 जोन में शराब की दुकान खोलने का लाइसेंस मिला था। हालांकि, काला जठेड़ी के गांव जठेड़ी में कारोबारी दुकान खोलने में असमर्थ था, क्योंकि काला जठेड़ी का वहां खौफ इतना था कि लोग दुकान खोलने की हिम्मत नहीं कर पाते थे।
काला जठेड़ी भी एक बड़ा अपराधी है, और वह लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर वसूली के जरिए बड़े पैमाने पर पैसे इकट्ठा कर रहा है। एनआईए ने दावा किया है कि उनके पास इस संबंध में पुख्ता सबूत हैं। इस पैसे को अवैध शराब कारोबार, कृषि जमीन, और आधुनिक हथियारों की खरीद में लगाया जा रहा है।
गैंग की गतिविधियों और इसका बढ़ता खतरा:
लॉरेंस बिश्नोई और उसके गैंग की गतिविधियों ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। यह गैंग सिर्फ वसूली तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके निशाने पर बड़े राजनेता और बिजनेसमैन भी हैं। गैंग ने हाई-प्रोफाइल मर्डर करके अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है, और सुरक्षा एजेंसियों को खुली चुनौती दे रखी है।
ऐसे में सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के सामने यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि कैसे जेल में बंद एक अपराधी अपने गैंग को इस तरह ऑपरेट कर रहा है और उसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।