Lok Sabha Chunav 2024:-2024 शुरू होते ही बीजेपी आने वाले लोकसभा के चुनाव में अभी से लग गई है लेकिन यह सबसे बड़ा सवाल है की बीजेपी कितनी सीटों से चुनाव लड़ेगी ?, जाने इसके बारे में।
Lok Sabha Chunav 2024: 2024 शुरू होते ही सब एक ही बात कर रहे है इस साल चुनाव है और इसके 3 महीने की बचे है केवल और बीजेपी इस बार कितनी सीटों से चुनाव लड़ेगी। या फिर पीएम मोदी कोई बड़ा प्लान कर रहे हैं , हम आपको बता दे की बीजेपी बीजेपी ने मिशन 2024 के लिए तैयारी तेज कर दी है. इसके साथ ही पार्टी ने सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी बना लिया है. हालांकि, इसका आधिकारिक ऐलान होना बाकी है. इस फॉर्मूले के हिसाब से इस बार बीजेपी पिछली चुनावों के मुकाबले ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.
बीजेपी कितने सीटों से लड़ेगी चुनाव ?:-इस बार बीजेपी हो सकता है की ज्यादा सीटों से चुनाव लड़ सकती है। कई बड़ी पार्टियों के गठबंधन से अलग होने से यह संभावना है कि बीजपी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बता दें कि एनडीए गठबंधन से जनता दल (यूनाइटेड), अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम और शिरोमणि अकाली दल जैसी राजनीतिक पार्टियां अलग हो चुकी हैं. इसके अलावा शिवसेना जैसे कुछ अन्य दल भी अलग हो चुके हैं. हालांकि, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) बीजेपी के साथ है. इसके साथ ही कर्नाटक में जनता दल (सेक्युलर) जैसे कुछ अन्य सहयोगी भी मिले हैं. इसके बाद भी बीजेपी के लिए सीटों की संख्या बढ़ाने का मौका अभी भी बना हुआ है.
अब कितनी सीटों पर लड़ेगी BJP?:-अगर पिछले लोकसभा चुनाव की बात करे तो उनका स्ट्राइक रेट 2014 के मुकाबले काफी अच्छा रहा था. भाजपा ने 2014 के चुनाव में 428 सीटों पर, जबकि 2019 में 436 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. यानी चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की संख्या 8 बढ़ी, जबकि चुनाव जीतने वालों की संख्या 21 बढ़ गई. बीजेपी 282 उम्मीदवारों ने 2014 जीते थे, जबकि 2019 में 303 प्रत्याशी जीतकर लोकसभा पहुंचे. यानी बीजेपी की स्ट्राइक रेट 2014 तुलना में 2019 में 3.6 प्रतिशत बढ़ गई. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीजेपी इस बार चुनाव लड़ने वालों उम्मीदवारों की संख्या बढ़ा सकती है.
कब कितनी सीटों पर बीजेपी ने लड़ा चुनाव:-अगर हम कुछ वर्ष की बात करे तो बीजेपी (BJP) ने सबसे कम सीटों पर चुनाव साल 1989 में लड़े थे. तब पार्टी ने 225 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. इसके बाद 1991-92 में बीजेपी ने 477 सीटों पर प्रत्याशी उतारे. यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है, जब बीजेपी अकेले इतनी सीटों पर चुनाव लड़ी हो. 1991-92 के बाद बीजेपी लगातार सीटों की संख्या कम करती गई. बीजेपी ने 1996 में 471, 1998 में 288 और 1999 में 339 उम्मीदवार उतारे.
1999 के चुनाव के बाद केंद्र में भाजपा की पहली पूर्णकालिक सरकार बनी और अटल बिहारी वाजपेयी 5 साल तक प्रधानमंत्री रहे. इसके बाद से भाजपा द्वारा लड़ी जाने वाली सीटों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है. यह आंकड़ा 2019 में एक बार फिर चरम पर पहुंच गया, जब पार्टी ने 436 सीटों पर चुनाव लड़ा. बीजेपी ने 2004 में 364, 2009 में 433 और 2014 में 428 उम्मीतवार उतारे थे.