सबसे हँसकर बात करती थी, लेकिन उसकी आँखों में एक गहरा डर छुपा हुआ था। कॉलेज की छुट्टियों में सब अपने घर जाने को बेताब रहते थे, जाने इसके बारे में ? 

Lucknow News:-ये कहानी है रिया की – एक मासूम, हंसमुख और होशियार लड़की की, जो BCA की पढ़ाई कर रही थी। वो हर किसी से प्यार से बात करती, सबका ध्यान रखती और हमेशा दूसरों की मदद करती थी। लेकिन पिछले कुछ महीनों से उसके चेहरे पर वो पहले जैसी मुस्कान नहीं थी। उसकी आंखों में एक गहरी उदासी और अजीब सा डर साफ़ देखा जा सकता था।
उसकी सबसे करीबी दोस्त नेहा बताती है कि जब कॉलेज में छुट्टियाँ होती थीं, बाकी छात्र अपने घर जाने को बेताब रहते थे, लेकिन रिया हमेशा हॉस्टल में ही रुकने की जिद करती थी। सबको लगता था कि शायद घर में कोई अनबन होगी या उसे हॉस्टल ज़्यादा पसंद है, लेकिन किसी को नहीं पता था कि वो किस दर्द से गुजर रही है।
🏠 घर का नाम सुनकर कांप जाती थी रिया
रिया की माँ, शांति ने जब पुलिस में बयान दिया तो हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने बताया कि रिया के सौतेले पिता, विकास, ने कुछ समय पहले उसके साथ गलत हरकत की थी — एक बाप बनकर नहीं, बल्कि एक दरिंदा बनकर।
उस घटना के बाद से ही रिया अंदर से टूट गई थी। माँ बार-बार छुट्टियों में घर बुलाती, लेकिन रिया हर बार कोई न कोई बहाना बना कर टाल देती। उसे डर था कि कहीं फिर से उसके साथ कुछ बुरा न हो जाए।
लेकिन इस बार माँ के ज़ोर देने पर रिया वापस घर आ गई। उसे हॉस्टल लौटने की तैयारी करनी थी — 30 जून को वापस जाना था। लेकिन… वो दिन कभी आया ही नहीं।
🔪 18 बार चाकू से हमला, फिर शव पर नाचता रहा हैवान
30 जून की रात, विकास ने एक बार फिर रिया के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की।
रिया ने इस बार खुलकर विरोध किया और सब कुछ अपनी माँ को बता दिया।
विकास को ये बर्दाश्त नहीं हुआ। गुस्से में वो हदें पार कर गया। उसने चाकू उठाया और रिया पर 18 बार वार किए — उसकी गर्दन, पेट और शरीर के नाजुक हिस्सों पर।
वो सिर्फ उसे मारना नहीं चाहता था… वो उसे मिटा देना चाहता था।
और इस हैवानियत की हद तो तब हुई जब रिया के शव पर चढ़कर वो नाचने लगा… जैसे कोई जीत का जश्न मना रहा हो।
🤐 माँ चुप रही, फिर हमेशा के लिए घर छोड़ दिया
रिया की माँ शांति उस वक्त घर में ही थी। उसने सब कुछ देखा… लेकिन डर के मारे कुछ नहीं कर सकी।
रिया की मौत के बाद, उसने उसी दिन घर को ताला लगाया और हमेशा के लिए छोड़ दिया। वो कहती है:
“मैं उस घर में अब कभी नहीं जाऊंगी… मेरी बेटी की चीखें अब भी उस दीवारों में गूंजती हैं…”
मंगलवार को रिया का अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन परिवार में एक खालीपन और टूटन रह गई है जो शायद कभी नहीं भरेगी।
🚓 पुलिस जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे
शांति के बयान के बाद पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है।
शांति ने बताया कि विकास सिर्फ हैवान नहीं था, बल्कि वो परिवार की संपत्ति हड़पने की साजिश भी रच रहा था।
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गुडंबा का एक प्लॉट 3 करोड़ में बेच दिया
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लेकिन शांति को सिर्फ 80 लाख दिए, बाकी पैसे खुद रख लिए
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अब विज्ञानपुरी वाला घर भी 2.5 करोड़ में बेचने की तैयारी कर रहा था
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इसी बात को लेकर घर में रोज़ झगड़े होते थे
महिला ने ये भी बताया कि कुछ दिन पहले पति ने उसके साथ भी ज़बरदस्ती (रेप) किया था।
पुलिस अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, मोबाइल डाटा, और बैंक ट्रांजैक्शन की जांच कर रही है।
महानगर इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मिश्रा के मुताबिक:
“मामले की गहन विवेचना की जा रही है। आरोपी के खिलाफ IPC की कई धाराएं बढ़ाई जाएंगी।”
🕯️ रिया की चीखें अब सब सुन रहे हैं, लेकिन बहुत देर हो चुकी है…
रिया अब इस दुनिया में नहीं है…
लेकिन उसकी कहानी, उसका दर्द, उसकी चुप्पी — अब आवाज़ बन चुकी है।
हम सबके लिए एक सवाल बनकर खड़ी है:
“क्यों एक बेटी अपने ही घर में सबसे असुरक्षित होती है?”
“क्यों वो चुप रह जाती है… जब उसे सबसे ज़्यादा बोलना चाहिए?”
शायद हमें समाज के हर विकास को अब पहचानने की ज़रूरत है…
क्योंकि हर रिश्ते का नाम भरोसा नहीं होता… कभी-कभी वो दर्द की परछाई भी बन जाता है।