Mahakumbh 2025:-अगले साल होने वाला महाकुंभ के लिए पहले से तैयारी चलने लग गई है , इसके सरकार के द्वारा अन्य देशो के हालात को देखते हुई , प्रयागराज में बिना जाँच के किसी को प्रवेश नहीं होने वाले , जाने
Mahakumbh 2025:-महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए और विभिन्न देशों में चल रहे युद्ध जैसे हालात के मद्देनजर, भारत विरोधी तत्वों की सक्रियता पर नजर रखते हुए, प्रयागराज में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। अब महाकुंभ के दौरान बिना सघन जांच और चेकिंग के किसी भी व्यक्ति, वाहन या सामान को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।
जांच और सुरक्षा
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा के इंतजामों को लेकर हाल ही में एडीजी जोन प्रयागराज, भानु भास्कर की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इस बैठक में जोन, रेंज और जिलों के अधिकारी तथा जीआरपी (Government Railway Police) के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इसमें यह तय किया गया कि प्रयागराज की अंतरराज्यीय और अंतरजनपदीय सीमाओं पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। खासकर मध्य प्रदेश के सतना और रीवा जिलों से लगती सीमाएं, वाराणसी, कानपुर और लखनऊ जोन से आने वाली सीमाओं पर भी प्रत्येक व्यक्ति और वाहन की सघन जांच की जाएगी।
खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर यह सुनिश्चित किया गया है कि महाकुंभ के दौरान कोई भी संदिग्ध गतिविधि न हो सके। चेकिंग प्वाइंट्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे हर आने-जाने वाले की रिकॉर्डिंग हो सके। इसके अलावा, रेलवे स्टेशनों पर भी सघन निगरानी रखी जाएगी ताकि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या सामान बिना जांच के प्रवेश न कर सके।
होल्डिंग एरिया
महाकुंभ में इस बार पहले से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने योजना बनाई है कि पड़ोसी जिलों की सीमाओं और रेलवे स्टेशनों के पास होल्डिंग एरिया बनाए जाएं। इसका उद्देश्य यह है कि जब तक मेले के क्षेत्र में यातायात का दबाव कम न हो, तब तक इन होल्डिंग एरियाज में वाहनों और श्रद्धालुओं को रोका जाए और फिर धीरे-धीरे उन्हें प्रयागराज में प्रवेश दिया जाए। इससे मेले के क्षेत्र में भीड़ पर काबू पाने में मदद मिलेगी और कोई अव्यवस्था नहीं होगी।
यातायात
सुरक्षा के साथ-साथ यातायात और भीड़ प्रबंधन पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। मेला क्षेत्र में अनावश्यक रूप से वाहनों का दबाव न बढ़े, इसके लिए सीमाओं पर भीड़ को नियंत्रित करने के इंतजाम किए जाएंगे। गश्त और चौकसी बढ़ाई जाएगी ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो। प्रत्येक वाहन और व्यक्ति की लगातार निगरानी की जाएगी और जरूरत पड़ने पर तलाशी भी ली जाएगी।
सरकार की तैयारी
सरकार इस बार महाकुंभ को लेकर पूरी तरह से तैयार है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां, खुफिया विभाग और पुलिस विभाग आपस में तालमेल बिठाकर काम कर रहे हैं। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
इन तमाम सुरक्षा उपायों का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महाकुंभ का आयोजन शांतिपूर्ण और सुरक्षित रूप से हो सके, और श्रद्धालु बिना किसी डर के अपने धार्मिक अनुष्ठान कर सकें।