Mahendra Singh Dhoni:-क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और उनके पुराने सहयोगी मिहिर दिवाकर के बीच आर्थिक विवाद अब झारखंड हाई कोर्ट तक पहुंच गया है। जाने पूरी खबर ?
Mahendra Singh Dhoni:-क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और उनके पुराने साथी मिहिर दिवाकर के बीच 15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का विवाद अब झारखंड हाई कोर्ट में पहुंच गया है। इस मामले में हाई कोर्ट ने धोनी को नोटिस भेजा है, जिसमें उन्हें अपनी तरफ से जवाब पेश करने का निर्देश दिया गया है।
मामला क्या है?
धोनी और मिहिर दिवाकर के बीच 2017 में एक समझौता हुआ था, जिसके तहत दोनों ने मिलकर एक क्रिकेट एकेडमी शुरू करने का फैसला किया। इस एकेडमी के संचालन और उससे होने वाले मुनाफे को लेकर आरका स्पोर्ट्स प्रबंधन कंपनी से एक करार हुआ था, जिसमें शर्तें थीं कि कंपनी धोनी को फ्रेंचाइज़ी फीस और लाभ का एक हिस्सा देगी। हालांकि, धोनी का आरोप है कि कंपनी और मिहिर दिवाकर ने इन शर्तों का पालन नहीं किया, जिसके कारण उन्हें 15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
धोनी की शिकायत
धोनी ने रांची सिविल कोर्ट में मिहिर दिवाकर, उनकी पत्नी सौम्या विश्वास और उनकी कंपनी आरका स्पोर्ट्स प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में धोनी ने आरोप लगाया कि कंपनी ने उनके साथ धोखाधड़ी की और समझौते की शर्तों को नहीं निभाया। इस शिकायत पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए मार्च में दिवाकर और उनके परिवार को समन जारी कर उनकी उपस्थिति के लिए कहा था।
हाई कोर्ट में मिहिर दिवाकर की याचिका
मिहिर दिवाकर ने इस आदेश के खिलाफ झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें उन्होंने मामले को चुनौती दी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने धोनी को नोटिस जारी किया और उनसे मामले पर जवाब मांगा है।
कानून
धोनी का आरोप है कि मिहिर दिवाकर और उनकी कंपनी ने व्यापारिक समझौते की शर्तों का पालन नहीं किया, जिससे उन्हें बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ। धोखाधड़ी के इस मामले में दिवाकर और उनकी पत्नी को पहले ही कोर्ट से जमानत मिल चुकी है, लेकिन मामला अब भी कानूनी प्रक्रिया में है।
इस नोटिस का मतलब है कि अब धोनी को झारखंड हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखना होगा और यह बताना होगा कि उन्होंने दिवाकर और उनकी कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप क्यों लगाया है।