Most 10 Rich Temple:-भारत के 10 सबसे अमीर मंदिर , जहा चढ़ाता है करोड़ो का चढ़ावा

भारतीय परंपरा और इतिहास में मंदिरों का बड़ा महत्व है। ये हमारी आस्था के साथ-साथ देश की समृद्ध धार्मिक विरासत के भी प्रतीक हैं। एक अनुमान के मुताबिक देशभर में 500,000 से अधिक मंदिर हैं। देश में कई ऐसे मंदिर हैं जहां हर साल करोड़ों का चढ़ावा आता है। लोग मंदिरों में जाकर मन्नत मांगते हैं और इसके पूरी होने पर अपनी हैसियत के मुताबिक मंदिरों में रुपये, सोना और चांदी आदि दान करते हैं। 

  1. पद्मनाभस्वामी मंदिर, तिरुवनंतपुरम, केरल

तिरुवनंतपुरम

पद्मनाभस्वामी मंदिर, तिरुवनंतपुरम, भारत में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। पद्मनाभस्वामी मंदिर को दुनिया के सबसे धनी मंदिरों में से एक माना जाता है। मंदिर का इतिहास 8वीं शताब्दी से मिलता है। यह मंदिर विष्णु के 108 पवित्र मंदिरों में से एक है जिसे भारत का दिव्य देसम भी कहते हैं। दिव्य देसम भगवान विष्णु का सबसे पवित्र निवास स्थान है जिसका उल्लेख तमिल संतों द्वारा लिखे गए पांडुलिपियों में मिलता है। पद्मनाभस्वामी मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और इसमें भगवान विष्णु की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। मूर्ति शेषनाग पर लेटे हुए भगवान विष्णु की है। पद्मनाभस्वामी मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक भी है। इसमें से 7235 किलो सोना देश के 2 बैंक और 1934 किलो सोना ट्रस्ट के पास रखा हुआ है. हर साल इस मंदिर के पास करीब 1000-1200 करोड़ का चढ़ावा आता है. पद्मनाभ स्वामी मंदिर केरल के तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) शहर में है. इस मंदिर का खजाना काफी विशाल है, जिसमें सोना, हीरे-जवाहरात, रत्न आदि शामिल हैं.

  2     तिरुपति बालाजी मंदिर, तिरुपति, आंध्र प्रदेश

तिरुपति बालाजी मंदिर, आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु के बाल रूप, बालाजी को समर्पित है। तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। मंदिर का इतिहास 8वीं शताब्दी से मिलता है। कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने अपने बाल रूप में इस स्थान पर प्रकट हुए थे। मंदिर को कई बार नवीनीकृत किया गया है, जिसमें 11वीं शताब्दी में चोल राजाओं द्वारा और 15वीं शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य के राजाओं द्वारा किया गया नवीनीकरण शामिल है। तिरुपति बालाजी मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर भगवान बालाजी को समर्पित है और इसमें भगवान बालाजी की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। मूर्ति 10 फीट ऊंची है और इसे सोने और चांदी से सजाया गया है। तिरुपति बालाजी मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक भी है। दान में आया 7,235 किलो सोना देश के दो बैंकों में जमा है और लगभग 1,934 किलो सोना खजाने में रखा हुआ है। TTD के सोने के खजाने में भक्तों की ओर से चढ़ाई गई 553 किलो की छोटी जूलरी और अन्य सोने के आइटम शामिल हैं। तिरुपति बालाजी मंदिर में 50000 से लेकर 1 लाख श्रद्धालु हर रोज आते हैं।अपने चमत्कारों के लिए मशहूर इस मंदिर में हर साल लगभग 650 करोड़ रुपये से अधिक का चढ़ावा चढ़ाया जाता है। 

 

   3  साई बाबा मंदिर, शिरडी

 

श्री वेंकटेश्वर मंदिर, आंध्र प्रदेश के तिरुमला पहाड़ों पर स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु के बाल रूप, बालाजी को समर्पित है। श्री वेंकटेश्वर मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। मंदिर का इतिहास 1850 के दशक से मिलता है। कहा जाता है कि साईं बाबा 1858 में शिरडी आए थे और उन्होंने अपना अधिकांश जीवन यहीं बिताया था। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई चमत्कार किए थे और उनके अनुयायियों की संख्या लाखों में थी।साईं बाबा का समाधि मंदिर 1922 में बनाया गया था। मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर साईं बाबा के समाधि स्थल को समर्पित है। समाधि स्थल पर साईं बाबा की एक संगमरमर की मूर्ति स्थापित है। साईं बाबा मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। शिरडी में हर साल चढ़ता है 400 करोड़ तक का चढ़ावा, नए साल में आठ लाख भक्तों ने किए दर्शन किया था 

4 वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू

 

वैष्णो देवी मंदिर, भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के जम्मू जिले में त्रिकुटा पर्वत पर स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर माता वैष्णो देवी को समर्पित है, जो देवी दुर्गा के एक रूप हैं। वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय मंदिरों में से एक है l मंदिर का इतिहास 15वीं शताब्दी से मिलता है। कहा जाता है कि माता वैष्णो देवी ने त्रेता युग में एक सुंदर राजकुमारी का अवतार लिया था और उन्होंने त्रिकुटा पर्वत पर तपस्या की थी। बाद में उनका शरीर तीन दिव्य ऊर्जाओं महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती के सूक्ष्म रूप में विलीन हो गया।वैष्णो देवी मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर माता वैष्णो देवी को समर्पित है। मंदिर में माता वैष्णो देवी की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। मूर्ति एक गुफा में स्थित है, जिसे भवन कहते हैं। भवन की ऊंचाई 98 फीट है और इसमें 3200 से अधिक सीढ़ियां हैं। वैष्णो देवी मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है  एक अनुमान के मुताबिक उत्तर भारत के इस प्रमुख मंदिर की सलाना आमदनी 500 करोड़ रुपए है।

5 सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई

 

सिद्धिविनायक मंदिर, भारत के महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर के प्रभादेवी में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है, जो हिंदू धर्म में बुद्धि, ज्ञान, और सफलता के देवता हैं। सिद्धिविनायक मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। मंदिर का इतिहास 1801 से मिलता है। कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण लक्ष्मण विठू और देउबाई पाटिल ने करवाया था। देउबाई पाटिल एक अमीर किसान की पत्नी थीं, जो बांझ थीं। उन्होंने भगवान गणेश से प्रार्थना की कि उन्हें संतान प्राप्त हो। भगवान गणेश ने उनकी प्रार्थना स्वीकार की और उन्हें एक पुत्र हुआ। इस खुशी में, देउबाई पाटिल ने मंदिर का निर्माण करवाया।सिद्धिविनायक मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है। मंदिर में भगवान गणेश की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। मूर्ति ढाई फीट ऊंची है और यह दो फीट चौड़े एक ही काले शिलाखंड से बना है। मूर्ति की सूंड दाईं ओर मुड़ी हुई है, जो सिद्धिविनायक के रूप की पहचान है।सिद्धिविनायक मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है। हर साल इस मंदिर में करीब 500 करोड़ रुपये का चढ़ावा चढ़ाया जाता है. मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश का बेहद प्रसिद्ध मंदिर है. यहां हर साल फिल्मी हस्तियों से लेकर आम लोग तक आते हैं. हर साल यहां करीब 125 करोड़ रुपये का चढ़ावा चढ़ाया जाता है . 

 

6 मीनाक्षी मंदिर, मदुरै

 

 

मीनाक्षी मंदिर, भारत के तमिलनाडु राज्य के मदुरै शहर में वैगई नदी के दक्षिणी तट पर स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर देवी मीनाक्षी को समर्पित है, जो देवी पार्वती का एक रूप हैं। मीनाक्षी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। मंदिर का इतिहास 1623 और 1655 के बीच का है। कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण महाराजा वीरप्पा नायक ने करवाया था। मंदिर का निर्माण द्रविड़ वास्तुकला शैली में किया गया है। मंदिर की दीवारों और छतों पर सुंदर मूर्तियां और नक्काशी की गई है। मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर देवी मीनाक्षी को समर्पित है। मंदिर में देवी मीनाक्षी की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। मूर्ति सोने की है और यह एक सिंहासन पर बैठी हुई है।मीनाक्षी मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है।यह देश के उन चंद मंदिरों में शामिल है जहां रोजाना 20 से 30 हजार भक्त दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर की सालाना कमाई करीब 6 करोड़ रुपये की है। इस मंदिर परिसर में करीब 33,000 मूर्तियां हैं।

 

7 जगन्नाथ मंदिर, पुरी

 

जगन्नाथ मंदिर, भारत के ओडिशा राज्य के पुरी शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है, जो भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण के रूप में जाने जाते हैं। जगन्नाथ मंदिर हिंदुओं के चार धाम में से एक है। मंदिर का इतिहास 12वीं शताब्दी से मिलता है। कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण ओडिशा के राजा अनंतवर्मन चौहान ने करवाया था। मंदिर का निर्माण उड़िया वास्तुकला शैली में किया गया है। मंदिर की दीवारों और छतों पर सुंदर मूर्तियां और नक्काशी की गई है। मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है। मंदिर में भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की काठ की मूर्तियां स्थापित हैं। यह मूर्तियां हर साल जून या जुलाई में रथ यात्रा उत्सव के दौरान तीन अलग-अलग रथों में विराजमान होकर नगर की यात्रा को निकलती हैं।जगन्नाथ मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है।एक ही दिन में 28 लाख 10 हजार 691 रुपये नकदी के साथ 550 मिली ग्राम सोना एवं 61 ग्राम 700 मिलीग्राम चांदी मिली है। 

 

8 सोमनाथ मंदिर, गुजरात

 

सोमनाथ मंदिर, भारत के गुजरात राज्य के वेरावल शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो हिंदू धर्म में देवों के देवता हैं। सोमनाथ मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।मंदिर का इतिहास प्राचीन है। कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण स्वयं चंद्रदेव ने किया था। मंदिर का निर्माण गुजरात की लाट वास्तुकला शैली में किया गया है। मंदिर की दीवारों और छतों पर सुंदर मूर्तियां और नक्काशी की गई है।मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर में भगवान शिव की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। मूर्ति संगमरमर की है और यह एक सिंहासन पर बैठी हुई है। सोमनाथ मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है। इतिहासकार बताते हैं कि सोमनाथ मंदिर को 17 बार नष्ट किया गया है और हर बार इसका पुनर्निर्माण कराया गया. प्राचीन भारतीय इतिहास और आधुनिक भारत के इतिहास में सोमनाथ मंदिर को वर्ष 1024 में महमूद गजनवी ने तहस-नहस कर दिया था.

9  सबरीमला अयप्पा मंदिर, केरल

 

सबरीमला अयप्पा मंदिर, भारत के केरल राज्य के पतनमतिट्टा जिले में सबरीमला पहाड़ पर स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान अयप्पन को समर्पित है, जो भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र हैं। सबरीमला अयप्पा मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। मंदिर का इतिहास 7वीं शताब्दी से मिलता है। कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण भगवान विष्णु ने करवाया था। मंदिर का निर्माण केरल की द्रविड़ वास्तुकला शैली में किया गया है। मंदिर की दीवारों और छतों पर सुंदर मूर्तियां और नक्काशी की गई है।मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर भगवान अयप्पन को समर्पित है। मंदिर में भगवान अयप्पन की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। मूर्ति 18 फीट ऊंची है और यह एक सिंहासन पर बैठी हुई है।सबरीमला अयप्पा मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है।इससे दान का पिछला रिकार्ड टूट गया है. मंदिर को 351 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल हुआ है

 

10 अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली

 

अक्षरधाम मंदिर, भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। अक्षरधाम मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर परिसर है। मंदिर का निर्माण 1992 में आरंभ हुआ और 2005 में पूरा हुआ। मंदिर का निर्माण 11,000 से अधिक कारीगरों और श्रमिकों ने किया था। मंदिर का निर्माण गुजराती वास्तुकला शैली में किया गया है। मंदिर की दीवारों और छतों पर सुंदर मूर्तियां और नक्काशी की गई है। मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें कई मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। मुख्य मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। मंदिर में भगवान विष्णु की एक विशाल मूर्ति स्थापित है। मूर्ति 141 फीट ऊंची है और यह एक सिंहासन पर बैठी हुई है। अक्षरधाम मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है।   इस मंदिर में 500 करोड़ की मूर्तियां हैं और इस मंदिर को बनवाने में 200 करोड़ से ऊपर खर्च हुए थे। ये मंदिर 100 एकड़ परिसर में फैला हुआ है और हर हफ्ते इसमें 70-80 हज़ार लोग आते हैं। 

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