Delhi Mother Son Death Case:-दिल्ली में एक बार फिर से ख़राब व्यवव्था के चलते एक निर्दोष माँ और बेटे ने अपनी जान से हाथ दो बैठी है , और यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट पहुँच गया है , इसकी सुनवाई सोमवार को होने वाली है जाने क्या होने वाला है अब?
Delhi Priyansh Tanuja Case:-पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में एक बेहद दर्दनाक घटना घटी, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 31 जुलाई को एक 22 वर्षीय महिला तनुजा और उसका तीन साल का बेटा प्रियांश एक खुले नाले में गिरकर अपनी जान गंवा बैठे। यह दुर्घटना तब हुई जब वे एक साप्ताहिक बाजार से लौट रहे थे और बारिश के कारण नाला सड़क जैसा ही दिखाई दे रहा था।
घटना का विवरण
रात करीब आठ बजे, तनुजा और प्रियांश खोड़ा कॉलोनी के पास सड़क किनारे चल रहे थे, जहां नाले का निर्माण कार्य चल रहा था। अचानक प्रियांश का हाथ तनुजा से छूट गया और वह नाले में गिर गया। अपने बेटे को बचाने की कोशिश में तनुजा भी नाले में जा गिरी। जब पुलिस ने शवों को बाहर निकाला, तो दोनों एक-दूसरे को कसकर पकड़े हुए थे।
पुलिस का मस्त है इंसाफ… जिस व्यक्ति ने चलाई गोली वो बाहर , जिसने चलाई सड़क पर थार वो गिरफ्तार ?
प्रतिक्रिया और कानूनी कार्रवाई
इस घटना ने पूरे देश को भावुक और क्रोधित कर दिया है। इस मामले को दिल्ली हाई कोर्ट में ले जाया गया है, जिसमें डीडीए, दिल्ली के उपराज्यपाल, दिल्ली पुलिस, और केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय को पक्षकार बनाया गया है। याचिकाकर्ता झुन्नू लाल श्रीवास्तव ने कोर्ट से इंसाफ की गुहार लगाई है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कोर्ट ने क्या कहा
दिल्ली हाई कोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ ने इस मामले की सुनवाई के लिए 5 अगस्त की तारीख तय की है। पीठ ने तुरंत सुनवाई के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि इस गंभीर मामले पर सोमवार को सुनवाई होगी।
याचिका
याचिका में मांग की गई है कि:
- डीडीए के ठेकेदार और अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।
- दोनों पीड़ितों के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
- दिल्ली में सभी खुले नालों को तत्काल प्रभाव से ढका जाए और जनता को नालों से दूर रहने के लिए उचित संकेत लगाए जाएं।
- दिल्ली में चल रहे सभी नाला निर्माण परियोजनाओं का व्यापक ऑडिट किया जाए और बैरिकेड्स, चेतावनी संकेत, और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सहित उचित सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं।
- पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने और घटना की जांच शुरू करने का निर्देश दिया जाए।
देशभर के लोग
घटना के बाद समाज में गहरा आक्रोश है। लोग प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं और ऐसे हादसों से बचने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर व्यापक प्रतिक्रिया देखी जा रही है, जहां लोग अपनी संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं और सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की अपील कर रहे हैं।
यह घटना एक बार फिर से इस बात को उजागर करती है कि शहरों में बढ़ते निर्माण कार्यों और उचित सुरक्षा उपायों की कमी के कारण नागरिकों की जान जोखिम में है। उम्मीद की जाती है कि इस घटना के बाद प्रशासन और संबंधित विभाग ठोस कदम उठाएंगे ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाएं न हो।