Murder Case:-गाजियाबाद का ऐसा मामला सामने आया है की जिसको सुनकर आप सभी हैरान हो जाओगे , जिसमे दो लोगो को गिरफ्तार कर लिया है इसमें एक दोस्त ने अपने ही दोस्त का सिर काट दिया आएगे जानते है पूरा मामला…..
Sahibabad Murder Case accused arrested:-गाजियाबाद के टीलामोड़ थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना का खुलासा हुआ है, जिसने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। यह मामला 22 जून 2024 का है, जब लोनी भोपुरा रोड पर सड़क किनारे एक सिर कटा शव बरामद हुआ था। इस घटना ने न केवल स्थानीय पुलिस को बल्कि आम जनता को भी हिला कर रख दिया था। लंबे समय तक जांच के बाद, पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम विकास उर्फ मोटा और धनंजय बताए गए हैं।
घटना :
गाजियाबाद के साहिबाबाद क्षेत्र में स्थित टीलामोड़ के पंचशील कॉलोनी के जंगल में 22 जून की सुबह एक युवक का सिर कटा लहूलुहान शव मिला था। पुलिस के अनुसार, यह शव किसी तंत्र-मंत्र की रस्मों के लिए मारा गया था। इस घटना के मुख्य आरोपी विकास उर्फ मोटा ने कबूल किया कि उनका तीसरा साथी, जिसका नाम भी विकास है, ने तंत्र-मंत्र के लिए मानव खोपड़ी की मांग की थी। इस मांग को पूरा करने के लिए उन्होंने इस अमानवीय हत्या को अंजाम दिया।
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हत्या की योजना और उसका क्रियान्वयन:
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) निमिष पाटिल ने बताया कि तीनों आरोपियों ने योजना बनाकर इस घटना को अंजाम दिया। दिल्ली के कमला मार्केट के पास उन्होंने राज कुमार नाम के एक व्यक्ति को, जो नशे का आदी था, अपनी योजना का शिकार बनाया। पहले उससे दोस्ती की, फिर उसे अपने किराए के कमरे में ले गए और शराब पिलाई। 21-22 जुलाई की रात को, जब राज कुमार पूरी तरह से नशे में था, तो उन्होंने उसके गले में दुपट्टा डालकर उसका गला घोंट दिया।
सिर कटने के बाद का अमानवीय कृत्य:
हत्या के बाद, विकास और धनंजय ने मिलकर शव को एक ऑटो-रिक्शा में लादकर भोपुरा लोनी रोड पर ले गए। वहां उन्होंने मृतक का सिर धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद, सिर को एक प्लास्टिक की बाल्टी में रखकर फरार साथी विकास को सौंप दिया गया, जिसने तंत्र-मंत्र के लिए खोपड़ी की मांग की थी। यह जानकारी खुद विकास उर्फ मोटा ने पुलिस को पूछताछ के दौरान दी।
पुलिस की कार्रवाई:
इस घटना के सामने आने के बाद, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और विकास उर्फ मोटा (24) और धनंजय (25) को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से एक ऑटो-रिक्शा, एक ई-रिक्शा, और हत्या में उपयोग किए गए छुरियां भी बरामद हुई हैं। हालांकि, अब तक मृतक का सिर बरामद नहीं हो सका है और पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है। इस मामले का तीसरा आरोपी, विकास, अब भी फरार है और पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है।
कानूनी प्रक्रिया और आगे की जांच:
गिरफ्तार दोनों आरोपियों को विधिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की तह तक पहुंचने और तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिए तेजी से जांच कर रही है। इस घटना ने समाज में हो रहे अमानवीय कृत्यों और अंधविश्वासों की जड़ता को एक बार फिर उजागर कर दिया है, जो समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
इस मामले में पुलिस द्वारा की जा रही तेजी से कार्रवाई और जांच से यह साफ है कि अपराधी कितने भी शातिर क्यों न हों, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकते। फिर भी, इस घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है कि समाज में अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र की आड़ में हो रहे इन अमानवीय कृत्यों पर कब और कैसे रोक लगाई जाएगी।