पहलगाम में हुए दर्दनाक नरसंहार ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक ओर सरकार और सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई में जुटे हैं……… 

Pahalgam News:-पहलगाम में हुए दर्दनाक नरसंहार के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल है। आतंकियों ने निर्दोष भारतीय हिंदुओं को निशाना बनाया, जिसके बाद सरकार ने पूरे मामले की जांच एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) को सौंप दी है। एनआईए की टीम वारदात के अगले ही दिन पहलगाम पहुँच गई थी और जांच में तेजी से जुट गई। इस बीच अब इस नरसंहार को लेकर सियासत भी गर्मा गई है।
सिद्धारमैया के बयान से बढ़ा विवाद
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पहलगाम नरसंहार को देश की आंतरिक सुरक्षा में बड़ी नाकामी करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना के बाद पाकिस्तान से युद्ध जैसे हालात बनाने की कोई जरूरत नहीं है। उनका कहना था कि भारत को अपनी आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने पर फोकस करना चाहिए।
लेकिन, बीजेपी को सिद्धारमैया का यह बयान बिल्कुल पसंद नहीं आया। पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित मालवीय ने इस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब पाकिस्तान के बचाव में उतर आई है।
पाकिस्तान के चैनल पर भी दिखा सिद्धारमैया का बयान
अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक क्लिप शेयर की है। यह क्लिप पाकिस्तान के बड़े न्यूज चैनल जियो टीवी की है। इस क्लिप में देखा जा सकता है कि जियो टीवी के एंकर सिद्धारमैया के बयान को बार-बार चला रहे हैं और यह कह रहे हैं कि भारत के अंदर ही सुरक्षा की विफलता हुई है, पाकिस्तान को बेवजह इसमें घसीटा जा रहा है।
मालवीय ने पोस्ट करते हुए लिखा,
“कांग्रेस पाकिस्तान के बचाव में आगे आई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को पाकिस्तान में कोट किया जा रहा है। वे कह रहे हैं कि हमें पाकिस्तान से भिड़ने के बजाय कश्मीर में सुरक्षा उपायों पर ध्यान देना चाहिए। वो मुस्लिम वोटों के चलते सत्ता में हैं, जबकि हमारे हिंदू भाइयों की निर्मम हत्या हो रही है।”
एनआईए की जांच और सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा एक्शन
पहलगाम नरसंहार के बाद केंद्र सरकार ने इस गंभीर मामले की तह तक जाने के लिए एनआईए को जिम्मेदारी दी है। एनआईए के अधिकारी पहले ही दिन से पहलगाम में मौजूद हैं और हर छोटे-बड़े सुराग को खंगाल रहे हैं।
इस हमले के बाद भारतीय सेना और सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर आतंकियों के 64 सहयोगियों के घरों पर कार्रवाई की है। ये सभी लोग प्रतिबंधित संगठन टीआरएफ (The Resistance Front) और इस्लामिक स्टेट से जुड़े बताए जा रहे हैं।
पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ी, विदेशों से मांग रहा समर्थन
पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्त कार्रवाई से पाकिस्तान बुरी तरह घबराया हुआ है। पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री मोहम्मद इश्क डार ने अज़रबैजान और मिस्र के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की। उन्होंने इस दौरान अपने देश का पक्ष रखने की कोशिश की और मौजूदा हालात पर चर्चा की। साफ है कि भारत की आक्रामक कूटनीति से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ने से डर रहा है।
पहलगाम का नरसंहार सिर्फ एक आतंकी हमला नहीं है, यह भारत की संप्रभुता और जनता की सुरक्षा पर सीधा हमला है। ऐसे समय में देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहिए। मगर इस घटना पर देश के भीतर ही नेताओं के बयान और उन बयानों का पाकिस्तान में इस्तेमाल होना कई सवाल खड़े कर रहा है। राजनीति अपनी जगह है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकता पहली ज़रूरत है।