Phone Radiation:-मोबाइल फोन का रेडिएशन सेहत पर बुरा असर डाल सकता है, और इस पर कई मेडिकल एक्सपर्ट्स और रिसर्चर्स ने विभिन्न स्टडीज़ में चेतावनी दी है, जाने पूरी बातें।
Phone Radiation:-मोबाइल फोन आज के समय में हमारी ज़िंदगी का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है, और इसके बिना दिनचर्या की कल्पना भी मुश्किल हो गई है। जहां यह डिवाइस हमें कई सुविधाएं प्रदान करता है, वहीं इसके साथ सेहत से जुड़े कुछ गंभीर खतरे भी जुड़े हुए हैं, जिनमें सबसे बड़ा खतरा है मोबाइल फोन से निकलने वाला रेडिएशन। यह रेडिएशन हमारी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इस लेख में हम मोबाइल फोन के रेडिएशन के बारे में विस्तार से जानेंगे और यह समझने की कोशिश करेंगे कि इससे बचने के उपाय क्या हो सकते हैं।
मोबाइल फोन का रेडिएशन और सेहत पर असर:
1. रेडिएशन और DNA पर प्रभाव:
मोबाइल फोन से निकलने वाले रेडिएशन को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन (EMR) कहा जाता है। जब हम फोन को अपनी जेब में रखते हैं या इसका अत्यधिक इस्तेमाल करते हैं, तो हमारा शरीर इस रेडिएशन के संपर्क में आता है। मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह रेडिएशन हमारे शरीर के DNA स्ट्रक्चर को प्रभावित कर सकता है। लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से DNA की संरचना बदलने की संभावना रहती है, जो आगे चलकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।
2. सेक्सुअल हेल्थ पर असर:
एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि मोबाइल फोन का रेडिएशन पुरुषों की सेक्सुअल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऑस्ट्रिया और मिस्र के मेडिकल रिसर्चर्स द्वारा सेंट्रल यूरोपियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया कि मोबाइल फोन को लगातार जेब में रखने से स्तंभन दोष (erectile dysfunction) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस अध्ययन में 6 वर्षों के दौरान दो समूहों के पुरुषों का अध्ययन किया गया। जिन पुरुषों ने अपने फोन का उपयोग लंबे समय तक किया, उन्हें यौन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जबकि दूसरे समूह के पुरुषों को कोई परेशानी नहीं हुई।
3. हृदय रोगों का खतरा:
मोबाइल फोन का अधिक उपयोग हृदय रोगों के खतरे को भी बढ़ा सकता है। कैनेडियन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, प्रति सप्ताह कम से कम एक कॉल के लिए मोबाइल फोन का उपयोग करने से हृदय रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। यह स्टडी बताती है कि मोबाइल से निकलने वाले रेडिएशन के संपर्क में आने से हृदय की रक्त वाहिनियों में समस्याएं हो सकती हैं, जिससे हार्ट अटैक और अन्य कार्डियक समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
4. कैंसर का खतरा:
मोबाइल फोन का रेडिएशन कैंसर का कारण भी बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी यह माना है कि मोबाइल से निकलने वाला विकिरण कैंसर की संभावनाओं को बढ़ा सकता है। हालांकि, अभी भी इस पर और अधिक रिसर्च की जरूरत है, लेकिन कुछ स्टडीज ने इसे कैंसर के कारणों में से एक माना है।
क्या मोबाइल फोन से नपुंसकता हो सकती है?
जैसा कि विभिन्न रिपोर्टों और स्टडीज में बताया गया है, मोबाइल फोन को पेंट की जेब में रखने से रेडिएशन सीधे शरीर के नाजुक अंगों पर असर डालता है। यह स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकता है और इसकी गुणवत्ता को भी नुकसान पहुंचा सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि रेडिएशन के कारण फर्टिलिटी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है और लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से नपुंसकता का खतरा हो सकता है। हालांकि, इस पर अभी भी वैज्ञानिकों के बीच बहस जारी है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स में इसका संबंध स्थापित किया गया है।
रेडिएशन से बचने के उपाय:
- फोन का कम उपयोग करें: जहां तक संभव हो, फोन का उपयोग कम से कम करें। जब भी कॉल की जरूरत हो, उसे छोटा रखने की कोशिश करें और अनावश्यक फोन कॉल्स से बचें।
- ब्लूटूथ या स्पीकरफोन का इस्तेमाल करें: जब भी बात करनी हो, कोशिश करें कि ब्लूटूथ डिवाइस या स्पीकरफोन का उपयोग करें। इससे आपके शरीर का सीधा संपर्क फोन से कम होगा और रेडिएशन का प्रभाव भी कम होगा।
- जेब में फोन न रखें: हमेशा कोशिश करें कि फोन को अपनी पेंट या शर्ट की जेब में न रखें। यदि आपको फोन अपने पास रखना है, तो उसे किसी पर्स या बैग में रखें। यदि पेंट में रखना जरूरी हो, तो इसे पीछे की जेब में रखें ताकि यह नाजुक अंगों से दूर रहे और शरीर के रेडिएशन के संपर्क में आने का खतरा कम हो।
- सोते समय फोन को दूर रखें: सोते समय अपने फोन को सिर के पास रखने से बचें। इसे अपने बेड से दूर रखें या हवाई जहाज मोड में रखें, ताकि रात में शरीर रेडिएशन के संपर्क में न आए।
- रेडिएशन शील्ड का उपयोग करें: मार्केट में कुछ रेडिएशन शील्ड उपलब्ध हैं, जो फोन से निकलने वाले रेडिएशन को कम कर सकते हैं। आप इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
मोबाइल फोन का रेडिएशन एक गंभीर समस्या है, और इसका हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि, आज के समय में मोबाइल फोन से पूरी तरह से दूर रहना लगभग असंभव है, लेकिन इसके उपयोग को नियंत्रित करके और उचित सावधानियां बरतकर हम इसके जोखिमों को कम कर सकते हैं।