इस दुनिया में एक से बड़े खूबसूरत जगह है जहा जाने का दिल हर इंसान को होता है एक ऐसे ही भौगोलिक परिस्थितियों के बारे में बताने जा रहे है जहा इस जगह को एक अलग ही जगह बनती है कहीं ज्यादा गर्मी होती है तो कहीं ज्यादा ठंड पड़ती है. कुछ जगहों पर तो इतना एक्सट्रीम वेदर होता है कि लोगों के लिए रोज़ाना की ज़िंदगी जीना भी किसी स्ट्रगल से कम नहीं लगता.
24 घंटे रहता है अंधेरा :-आप सभी ने सुना होगा की साउथ पोल पर बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है जिसके कारण वहा पर रहने वाले लोगो को कुछ तकलीफ का सामना करना पड़ता है जहां से सेंटा क्लॉज़ के आने की कहानियां हम सबने सुनी हैं. यहां पर तापमान बेहद कम होता है. 32 साल की सैन फ्रांसिस्को निवासी मिशेल ने यहां रहने का अपना अनुभव बताया है. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक महिला पिछले साल नवंबर में यहां घूमने गई थी और हॉस्पिटैलिटी मैनेजर की नौकरी करने लगी. उसने बताया कि साउथ पोल पर माइनस 106 फारेनहाइट का तापमान होता ही है लेकिन शरीर बहुत जल्दी इसे एडॉप्ट कर लेता है. यहां नवंबर से फरवरी तक सूरज निकलता है और इन 6 महीनों को ऑस्ट्रल समर कहा जाता है. कुछ महीने ऐसे होते हैं, जिसमें न अंधेरा और न ही उजाला होता है. वहीं 10 मई के बाद से 6 महीने तक बिल्कुल अंधेरे की स्थिति आ जाती है और सूरज के दर्शन तक नहीं होते.
नहाने के लिए मिलते हैं 2 मिनट
इसके अलावा साउथ पोल पर रहते हुए आप रोज़ाना नहा भी नहीं सकते हैं. लोगों को हफ्ते में सिर्फ 2 बार नहाने की इज़ाजत है, वो भी सिर्फ 2 मिनट के लिए. अगर यहां आपको खाना फ्रीज़ करना है, तो किसी फ्रीज़र की ज़रूरत नहीं है, आप इसे वैसे ही बाहर रख देंगे तो ये फ्रीज़ हो जाएगा. सबसे दिलचस्प बात ये है कि यहां क्रिसमस मनाने का भी अलग रिवाज़ है. लोग जुलाई में पूरे महीने क्रिसमस सेलिब्रेट करते रहते हैं. है ना बेहद दिलचस्प जगह!