महाराष्ट्र के पुणे शहर में स्वारगेट बस स्टैंड पर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। जाने पूरा मामला ? 

pune bus rape case:-महाराष्ट्र के पुणे शहर में स्वारगेट बस स्टैंड पर एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। यह घटना मंगलवार सुबह करीब 6 बजे हुई, जब एक महिला के साथ एक खाली बस में दुष्कर्म किया गया। यह वारदात बेहद सुरक्षित और भीड़भाड़ वाले इलाके में हुई, जहां से कुछ ही दूरी पर पुलिस थाना स्थित है। इस घटना ने महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और सरकार की कानून-व्यवस्था पर भी बहस छिड़ गई है।
घटना कैसे हुई?
- महिला मंगलवार सुबह 5:45 बजे फलटन जाने वाली बस का इंतजार कर रही थी।
- तभी एक व्यक्ति उसके पास आया और उसे ‘दीदी’ कहकर बुलाया।
- उसने महिला से कहा कि उसकी बस दूसरे प्लेटफॉर्म पर आ गई है।
- फिर वह महिला को लेकर एक खाली बस में चला गया।
- महिला ने पहले अंदर जाने से मना किया, लेकिन आरोपी ने कहा कि वह टॉर्च की रोशनी में बस नंबर देख ले।
- जैसे ही महिला बस में गई, आरोपी ने जबरदस्ती की और फिर वहां से भाग गया।
पीड़िता ने कैसे दर्ज कराई शिकायत?
इस दर्दनाक हादसे के बावजूद, महिला ने तुरंत पुलिस को जानकारी नहीं दी। वह बस से फलटन चली गई और रास्ते में अपने एक दोस्त से फोन पर बात की। दोस्त ने उसे समझाया कि वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराए। इसके बाद महिला पुणे शहर में ही बस से उतरी और स्वारगेट पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी की कोशिशें
सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने आरोपी की पहचान 36 वर्षीय दत्तात्रय रामदास गाडे के रूप में की है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, गाडे पहले भी चोरी और चैन स्नेचिंग जैसी वारदातों में शामिल रह चुका है। पुणे पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें बनाई हैं और उसकी तलाश में डॉग स्क्वॉड की मदद ली जा रही है।
सुरक्षा में लापरवाही, 23 गार्ड सस्पेंड
इस घटना के बाद बस डिपो में सुरक्षा की बड़ी चूक सामने आई है।
- परिवहन विभाग ने डिपो के 23 सुरक्षा गार्डों को निलंबित कर दिया है।
- परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि जल्द ही नए सुरक्षा गार्डों की भर्ती की जाएगी।
- डिपो मैनेजर और यातायात नियंत्रक से भी पूछताछ की जा रही है।
- एक सप्ताह के भीतर इस मामले की जांच रिपोर्ट परिवहन आयुक्त को सौंपी जाएगी।
पुलिस और सरकार का क्या कहना है?
पुणे पुलिस की डीसीपी स्मार्तना पाटिल ने कहा:
“महिला की हालत स्थिर है और उसने पुलिस को स्पष्ट बयान दिया है। इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 के तहत रेप का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।”
डिप्टी सीएम अजित पवार ने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा:
“स्वारगेट जैसी जगह पर इस तरह की घटना होना बहुत शर्मनाक है। हम सुनिश्चित करेंगे कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए।”
विपक्ष ने सरकार को घेरा, सख्त सजा की मांग
इस घटना को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति भी गरमा गई है। विपक्षी दलों ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सरकार की आलोचना की।
शिवसेना (UBT) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा:
“अगर पुलिस चौकी और सुरक्षा गार्डों की मौजूदगी में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो सरकार की जिम्मेदारी क्या है?”
एनसीपी (SP) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा:
“स्वारगेट बस स्टैंड पर पुलिस चौकी होते हुए भी ऐसी घटना होना बताता है कि अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं है। यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलना चाहिए और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
सीएम देवेंद्र फडणवीस का बयान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुणे पुलिस कमिश्नर से इस मामले की पूरी जानकारी ली और आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने के आदेश दिए।
परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने महिला यात्रियों की सुरक्षा पर चर्चा के लिए गुरुवार को मंत्रालय में एक अहम बैठक बुलाई है। इसमें राज्य परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस और अन्य संबंधित अधिकारी शामिल होंगे।
यह घटना केवल एक क्राइम रिपोर्ट नहीं, बल्कि महिला सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल है।
- अगर भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो फिर सुरक्षित जगह कौन सी है?
- क्या सरकार और प्रशासन से यह उम्मीद की जा सकती है कि वे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे?
- आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कब तक होगी?
महिला सुरक्षा के लिए सख्त कानून और उसकी प्रभावी क्रियान्वयन की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।