अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत ईमानदारी से की जाए, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। पूर्णिया के युवा उद्यमी मनीष कुशवाहा ने इस कहावत को सच कर दिखाया। जाने पूरी कहानी ? 

Purnia Manish Kushwaha Story:-पूर्णिया, बिहार: जब इंसान के इरादे मजबूत होते हैं और मेहनत में कोई कमी नहीं छोड़ता, तो सफलता मिलकर रहती है। ऐसी ही कहानी है मनीष कुशवाहा की, जिन्होंने नौकरी छोड़कर मखाना का बिजनेस शुरू किया और उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया। शुरुआत में संघर्ष था, पैसा कम था, सपोर्ट भी नहीं था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। आज उनका ब्रांड ‘चहक इंटरनेशनल फूड’ का मखाना भारत ही नहीं, अमेरिका, कनाडा, दुबई, यूरोप और रोमानिया तक पहुंच चुका है।
नौकरी से बिजनेस की ओर: एक मुश्किल फैसला
मनीष कुशवाहा बताते हैं कि उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला आसानी से नहीं लिया। उनके पास बड़ा जोखिम था, क्योंकि नौकरी छोड़ने के बाद खर्चा निकालना भी मुश्किल हो जाता है। बिजनेस में कोई खास अनुभव नहीं था और मखाना उद्योग के बारे में ज्यादा जानकारी भी नहीं थी। लेकिन उन्होंने सीखना शुरू किया और धीरे-धीरे ‘फार्म टू फैक्ट्री’ मॉडल पर काम करना शुरू किया।
शुरुआत में बहुत संघर्ष रहा। कई बार धोखा मिला, पैसा डूबा, नुकसान हुआ, लेकिन उन्होंने इसे सीखने का अनुभव समझा और आगे बढ़ते गए। उन्होंने कहा,
“अगर आप मालिक बनना चाहते हैं, तो पहले आपको सीखने पर ध्यान देना होगा, फिर कमाने पर।”
कैसे खड़ा किया मखाना का बड़ा कारोबार
जब मनीष ने मखाना का बिजनेस शुरू किया, तब इसे सिर्फ पारंपरिक तरीके से बेचा जाता था। उन्होंने इसमें बदलाव लाने के बारे में सोचा और अलग-अलग फ्लेवर में मखाना तैयार करने का आइडिया अपनाया। इससे लोगों को नए टेस्ट का अनुभव मिला और उनका प्रोडक्ट तेजी से पॉपुलर होने लगा।
आज उनके मखाने को न सिर्फ भारत में, बल्कि अमेरिका, कनाडा, दुबई, यूरोप और रोमानिया जैसे देशों में भी बेचा जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी दिया था उनके मखाने को बढ़ावा
मनीष के मखाने को अंतरराष्ट्रीय पहचान तब और मिली, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉरीशस के अधिकारियों को उपहार में मखाना दिया। ये मखाना पूर्णिया के उत्पादों में से एक था, जिससे वहां के किसानों और बिजनेस करने वालों को नई पहचान मिली।
ऑनलाइन बिजनेस से भी मिल रही सफलता
आज के जमाने में ऑनलाइन मार्केटिंग बहुत जरूरी है, और मनीष ने इसे बखूबी अपनाया। उन्होंने अमेजन, फ्लिपकार्ट, जिओ मार्ट, मीशो और अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अपने प्रोडक्ट बेचने शुरू किए। इससे उनके बिजनेस को बहुत बड़ा बाजार मिल गया और आज उनकी कंपनी सालाना 10 करोड़ रुपये का टर्नओवर कर रही है।
लोगों को भी दे रहे रोजगार
आज उनकी फैक्ट्री में 12 लोग काम कर रहे हैं, जिससे दूसरे लोगों को भी रोजगार मिल रहा है।
मनीष की सलाह: कैसे बनें नौकरी से मालिक
मनीष कुशवाहा मानते हैं कि कोई भी व्यक्ति अगर मालिक बनना चाहता है, तो उसे कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए:
- धैर्य रखें – बिजनेस में तुरंत सफलता नहीं मिलती, वक्त लगता है।
- सीखने पर ध्यान दें – पहले पूरी जानकारी लें, फिर काम शुरू करें।
- नुकसान से घबराएं नहीं – हर नुकसान एक सीख है, इससे मजबूत बनें।
- रिसर्च करें – जिस फील्ड में काम कर रहे हैं, उसकी पूरी जानकारी लें।
- सपनों को बड़ा रखें – छोटा बिजनेस भी ग्लोबल ब्रांड बन सकता है।
मनीष कुशवाहा की कहानी बताती है कि अगर इंसान ठान ले, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता। नौकरी छोड़कर उन्होंने अपना बिजनेस खड़ा किया और आज मखाना को एक बड़ा ब्रांड बना दिया। अगर आप भी अपने पैरों पर खड़ा होना चाहते हैं, तो उनकी कहानी से प्रेरणा ले सकते हैं। संघर्ष के बिना सफलता नहीं मिलती, लेकिन अगर आप मेहनत करते रहेंगे, तो एक दिन आपकी मेहनत जरूर रंग लाएगी।