Railway:-भारतीय रेलवे, जिसे देश की जीवनरेखा माना जाता है, यात्रियों को किफायती यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए हर साल भारी सब्सिडी देती है। जाने पूरी खबर ?
Railway:-रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में संसद में बताया कि भारतीय रेलवे यात्रियों को उनके टिकट पर 46 प्रतिशत की सब्सिडी देती है। इसका मतलब है कि जो टिकट वास्तविक रूप से 100 रुपये का होता है, यात्री उसे केवल 54 रुपये में खरीदते हैं। इस सब्सिडी के कारण भारतीय रेलवे पर हर साल 56,993 करोड़ रुपये का खर्च आता है।
इस सब्सिडी का मुख्य उद्देश्य रेल यात्रा को सस्ता और सुलभ बनाना है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग रेलवे का उपयोग कर सकें। मंत्री ने यह भी बताया कि यह सब्सिडी सभी प्रकार की रेल श्रेणियों में लागू होती है, चाहे वो सामान्य श्रेणी हो या फिर एसी कोच। इस कदम से सरकार की कोशिश है कि अधिक लोग रेल यात्रा करें और रेलवे द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठाएं।
इसके अलावा, भारतीय रेलवे ने हाल ही में अपने अग्रिम टिकट बुकिंग नियमों में बदलाव किया है। अब, यात्री अपनी ट्रेन टिकट केवल यात्रा की तिथि से 60 दिन पहले तक ही बुक कर सकते हैं। पहले यह समय सीमा 120 दिन थी। यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि जब ट्रेनें रद्द होती हैं, तो यात्रियों को कम परेशानी हो। इस बदलाव से रेलवे को यह उम्मीद है कि यात्रा की योजना में होने वाली अचानक बदलावों से यात्रियों को कम नुकसान होगा।
रेल मंत्री ने संसद में यह भी घोषणा की कि उन्होंने भारतीय रेलवे से जुड़े दो पुराने कानूनों, 1989 के रेलवे अधिनियम और 1905 के भारतीय रेलवे बोर्ड अधिनियम को एक साथ जोड़ने के लिए एक नया विधेयक पेश किया है। सरकार का कहना है कि इस विधेयक के पारित होने से रेलवे की कार्यप्रणाली में सुधार होगा और इसके संचालन में भी ज्यादा क्षमता आएगी।
इन सभी पहलुओं से यह साफ होता है कि भारतीय रेलवे का उद्देश्य सिर्फ यात्री सेवाओं को सस्ती और सुविधाजनक बनाना नहीं, बल्कि अपने संचालन को भी और बेहतर बनाना है।