Raja Raghuvanshi की हत्या का शक पत्नी सोनम पर, सोनम बोली- मैं पीड़िता हूं

राजा रघुवंशी और सोनम की शादी को महज 9 दिन ही हुए थे, जब यह जोड़ा अपने हनीमून के लिए मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग पहुंचा। जाने पूरी खबर ? Raja Raghuvanshi

 

Raja Raghuvanshi :-राजा रघुवंशी और सोनम की शादी को अभी सिर्फ 9 दिन ही हुए थे। नया-नया जोड़ा हनीमून के लिए घर से निकला था। पर किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह सफर एक ऐसी कहानी में बदल जाएगा, जिसमें प्यार, धोखा, हत्या और कानून के पेच एक साथ उलझ जाएंगे।

हनीमून के बहाने निकले, लेकिन…

राजा मध्य प्रदेश के रहने वाले थे। उन्होंने कुछ दिन पहले ही सोनम से शादी की थी। शादी के बाद दोनों ने कहा कि वे असम के कामाख्या मंदिर दर्शन के लिए जा रहे हैं। लेकिन उनका सफर शिलॉन्ग (मेघालय) तक पहुंचा। फिर एक दिन खबर आई कि राजा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है।

पत्नी सोनम पर शक क्यों?

शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि यह एक हादसा हो सकता है। लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटनास्थल की जांच सामने आई, तो हत्या की आशंका जताई गई। इसके बाद जो सबसे चौंकाने वाली बात सामने आई, वह ये थी — सोनम अचानक गायब हो गई थी।

कुछ ही दिन बाद वह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में ट्रेस की गई और वहीं पकड़ी गई। अब सवाल ये उठा कि अगर मामला मध्य प्रदेश और शिलॉन्ग से जुड़ा है, और महिला यूपी में मिली, तो आखिर मेघालय पुलिस वहां क्यों पहुंची?

कानूनी प्रक्रिया को लेकर लोगों में भ्रम

ये केस सिर्फ एक मर्डर मिस्ट्री नहीं है, बल्कि इसमें कानून का भी अहम रोल है। बहुत से लोग सोच रहे हैं कि जब महिला यूपी में मिली और वह मध्य प्रदेश की बहू है, तो क्या यूपी या एमपी पुलिस को उसे गिरफ्तार नहीं करना चाहिए था?

असल में, भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 156 और 166 के मुताबिक, जिस राज्य में अपराध होता है, वहां की पुलिस को ही जांच और गिरफ्तारी का अधिकार होता है। चूंकि राजा की मौत शिलॉन्ग (मेघालय) में हुई, इसलिए jurisdiction मेघालय पुलिस का है।

ट्रांजिट रिमांड क्या होता है?

जब कोई आरोपी एक राज्य में होता है और मामला किसी दूसरे राज्य से जुड़ा होता है, तब CrPC की धारा 80 और 81 के तहत, उस आरोपी को सीधा नहीं ले जाया जा सकता। उस राज्य की पुलिस को वहां की स्थानीय कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेना होता है। यानी कोर्ट की इजाजत लेकर आरोपी को दूसरे राज्य ले जाया जाता है।

ठीक यही हुआ इस केस में। मेघालय पुलिस गाजीपुर पहुंची, कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मांगा और सोनम को शिलॉन्ग ले जाया जाएगा, जहां आगे की पूछताछ और जांच शुरू होगी।

क्या ये प्लान की गई हत्या थी?

राजा के परिवार ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि शादी अरेंज थी और शुरुआत में सब कुछ ठीक था। लेकिन फिर अचानक राजा की मौत और सोनम का गायब हो जाना किसी साजिश की तरफ इशारा करता है।

परिवार ने यह भी बताया कि दोनों ने कोई रिटर्न टिकट बुक नहीं किया था। इससे शक और गहराता है कि कहीं ये हनीमून का बहाना बनाकर कोई और प्लान तो नहीं बना था?

राज कुशवाहा का नाम क्यों आ रहा है?

मीडिया रिपोर्ट्स में एक नया नाम सामने आ रहा है — राज कुशवाहा। कहा जा रहा है कि इस केस में उसका कनेक्शन भी जांच के दायरे में है। सोनम के मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड और उसके संपर्कों की गहराई से पड़ताल की जाएगी।

अब सोनम को शिलॉन्ग ले जाकर वहां की पुलिस पूरी जांच करेगी। अगर मामले में गहराई और साजिश के मजबूत संकेत मिले तो परिवार की मांग पर CBI जांच की सिफारिश भी की जा सकती है।

इस पूरी घटना ने ना सिर्फ एक नई शादी को तोड़ दिया, बल्कि तीन राज्यों की पुलिस, कानून और लोगों की सोच को भी उलझा दिया है। अब देखने वाली बात ये होगी कि पुलिस जांच में क्या सामने आता है — क्या ये सच में एक प्लान की गई हत्या थी या सोनम की किडनैपिंग की कहानी में भी कुछ सच्चाई है?

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