Rajasthan Vidhansabha:-राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में एक अजीब पहलू फंसा हुआ है की यहाँ पर जितने भी विधायक रहे है उनकी मौत हो जाती है क्यों ? आएगे जानते है इसके बारे में…….
Ghost in Rajasthan Vidhansabha:-राजस्थान विधानसभा में 200 विधायकों का होना एक सामान्य बात होनी चाहिए, लेकिन पिछले कुछ सालों से यह संख्या 199 पर अटकी हुई है। यह रहस्यमय स्थिति अब एक पहेली बन गई है, जिसने न केवल राजस्थान के लोगों को बल्कि पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया है। हर बार जब विधानसभा में 200 विधायकों की संख्या पूरी होती है, किसी न किसी विधायक की असमय मृत्यु हो जाती है, जिससे संख्या फिर से 199 पर आ जाती है। इस परिस्थिति ने विधानसभा भवन को लेकर भूत-प्रेत और रहस्यमयी कहानियों को जन्म दे दिया है।
राजस्थान विधानसभा और 199 विधायकों की पहेली
राजस्थान विधानसभा की यह रहस्यमय स्थिति 2001 से शुरू हुई जब नया विधानसभा भवन बनकर तैयार हुआ। इसे बनने से पहले, इस जगह पर कई मजारें और श्मशान भूमि थी, जहां किसानों की जमीन भी थी। कहा जाता है कि विधानसभा भवन बनने के दौरान कई दुर्घटनाएँ हुईं, जिनमें मजदूरों की मौत भी शामिल है। ये दुर्घटनाएँ और इसके बाद की असमय मृत्यु की घटनाएँ इस रहस्यमयी स्थिति को और भी बढ़ावा देती हैं।
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हबीबुर्रहमान अशरफी का बयान: नागौर से पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान अशरफी ने इस रहस्य को भूत-प्रेत से जोड़ते हुए कहा कि “विधानसभा बनने से पहले यहां कई मजारें व श्मशान थे और कई किसानों की जमीन भी थी। जब विधानसभा का भवन निर्माण कार्य चल रहा था, इसी दौरान लिफ्ट में तीन चार मजदूरों की मौत हो गई थी। इसके बाद कई बार ऐसे विधानसभा में हादसे हुए हैं।”
23 सालों का रहस्यमयी संयोग
बीते 23 सालों से, राजस्थान विधानसभा में 200 विधायकों की संख्या कभी भी स्थिर नहीं रह पाई है। हर बार जब 200 विधायक चुने जाते हैं, उनमें से एक की मृत्यु हो जाती है। हाल ही में, सलूम्बर से बीजेपी विधायक अमृत लाल मीणा की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई, जिससे विधानसभा में विधायकों की संख्या फिर से 199 हो गई।
इससे पहले भी, 2013 के बाद से लगातार ऐसी घटनाएं होती रही हैं। 2008 से 2013 तक का एक समय ऐसा भी था जब सभी 200 विधायक विधानसभा में मौजूद थे, लेकिन 2013 के बाद यह रहस्यमयी स्थिति फिर से उभर आई। अब तक, विधानसभा भवन बनने के बाद से 17 विधायकों की असमय मृत्यु हो चुकी है।
क्या विधानसभा में वास्तुदोष है?
विधानसभा में हो रही रहस्यमयी घटनाओं ने सरकार को भी चिंतित कर दिया है। सत्ता और विपक्ष, दोनों ही पक्षों ने विधानसभा में वास्तुदोष के निवारण के प्रयास किए, लेकिन इसके बावजूद विधायकों की मृत्यु का सिलसिला जारी रहा। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सरकार के दौरान 4 विधायकों की मौत हुई थी, जबकि पिछली गहलोत सरकार में 7 विधायकों की मृत्यु हुई। इन घटनाओं ने लोगों के बीच यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वाकई विधानसभा में कोई अज्ञात शक्ति कार्यरत है?
विधानसभा परिसर का रहस्य
विधानसभा परिसर के बाहर स्थित श्मशान और उसके बगल में मंदिर का दौरा किया। वहां के स्थानीय लोग भी इस रहस्यमयी घटनाओं से चिंतित हैं और इस बात पर यकीन करते हैं कि विधानसभा परिसर में कुछ न कुछ अज्ञात शक्ति जरूर है। विधानसभा भवन बनने से पहले की घटनाएं और वर्तमान में हो रही असमय मृत्यु की घटनाएं, इस रहस्य को और भी गहरा बना देती हैं।
राजस्थान विधानसभा में विधायकों की संख्या 200 पर स्थिर नहीं रह पाना एक बड़ा रहस्य बन गया है। चाहे यह भूत-प्रेत का साया हो या कोई वास्तुदोष, इस स्थिति ने न केवल राजस्थान के विधायकों बल्कि पूरे राज्य के लोगों को चिंतित कर दिया है। यह देखना बाकी है कि क्या भविष्य में इस रहस्य का कोई समाधान निकल सकेगा, या फिर यह पहेली ऐसे ही बनी रहेगी।