Ram Temple Ayodhya: उत्तरप्रदेश के आयोध्या में राम मंदिर का काम बहुत तेजी से चल रहा है जो कुछ महीने में यह बन कर तैयार भी हो जाएगा हो सकता है अगले साल तक श्रद्धालू इसके दर्शन भी कर सकते है इस दौरान यहाँ कुछ बेशक़ीमती चीजे मिली है |
राम मंदिर का निर्माण:-जैसे की आप सभी को पता है राम मंदिर का काम कही दिनों से चल रहा है इसा लगता है की यह काम आखिरी चरण में चल रहा है यहाँ काम करने के दौरान यहा पर प्राचीन मंदिर के कुछ अवशेष मिले हैं जिसमें कई मूर्तियां और स्तंभ हैं. इसके बारे में राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी. यह मंदिर कब का है किस राजवंश से संबंध था इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है हालांकि सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा कि अवशेष गुर्जर प्रतिहार राजवंश की तरफ इशारा कर रहे हैं, इन्हें सहेज कर रखने की जरूरत है.श्रीराम तीर्थक्षेत्र ट्र्स्ट के सचिव चंपत राय ने एक तस्वीर साझा कि है
ट्रस्ट का कहना:-राम मंदिर के ट्रस्ट वालो का कहना है की इस मंदिर का निर्माण तय समय के दौरान इसका काम पूरा करने की कोशिश करेंगे मंदिर निर्माण में अत्यंत सावधानी बरती जा रही है. हमारी कोशिश है कि भव्य मंदिर के निर्माण को जल्द से जल्द पूरा हो सके.मंदिर में कुल 17,000 ग्रेनाइट पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है, जिनमें से प्रत्येक का वजन 2 टन है. इसके अलावा आधार के निर्माण के लिए मिर्ज़ापुर से 4 लाख घन फीट गुलाबी पत्थरों का उपयोग किया गया था और शिखर को तराशने के लिए राजस्थान के बंसी पहाड़पुर से 1 लाख घन फीट नक्काशीदार संगमरमर का उपयोग किया जा रहा है. योध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर, मंदिर वास्तुकला की नागर शैली के आधार पर बनाया जा रहा है. मंदिर वास्तुकला की नागर शैली उत्तरी भारत में पाई जाती है इसमें मंदिर का निर्माण आम तौर पर एक ऊंचे मंच पर किया जाता है जिसे जगती कहते हैं.