Ranji Trophy:-गुजरात के लेफ्ट आर्म स्पिनर सिद्धार्थ देसाई ने रणजी ट्रॉफी 2024-25 के मुकाबले में उत्तराखंड के खिलाफ एक ऐसा प्रदर्शन किया, की विकेट पर विकेट ले लिया ? 

Ranji Trophy:-गुजरात के लेफ्ट आर्म स्पिनर सिद्धार्थ देसाई ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज कर लिया है। गुरुवार को अहमदाबाद के गुजरात कॉलेज क्रिकेट ग्राउंड ए पर उत्तराखंड के खिलाफ खेले जा रहे मुकाबले में उन्होंने अपने फर्स्ट क्लास करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की। सिद्धार्थ ने 15 ओवर की शानदार गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 36 रन देकर 9 विकेट झटके। उनका यह प्रदर्शन गुजरात के लिए मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
सिद्धार्थ देसाई की कातिलाना गेंदबाजी
सिद्धार्थ देसाई की घातक गेंदबाजी ने उत्तराखंड की टीम को सिर्फ 30 ओवरों में 111 रन पर ऑलआउट कर दिया। उन्होंने अपनी सटीक लाइन और लेंथ से बल्लेबाजों को बांधकर रखा और लगातार विकेट लेते रहे। उत्तराखंड का बल्लेबाजी क्रम उनकी फिरकी के आगे बिल्कुल बेबस नजर आया।
उत्तराखंड के लिए शाश्वत डंगवाल ने सबसे ज्यादा 35 रन बनाए, जबकि अवनीश सुधा ने 30 रनों का योगदान दिया। इन दो बल्लेबाजों को छोड़कर टीम का कोई भी खिलाड़ी दहाई के आंकड़े को पार नहीं कर सका।
9 विकेट लेने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट
सिद्धार्थ देसाई ने अपनी शानदार गेंदबाजी में उत्तराखंड के प्रमुख बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। उनके शिकार बने खिलाड़ी थे:
- अवनीश सुधा (30 रन)
- प्रियांशु खंडूरी (7 रन)
- रविकुमार समर्थ (0 रन)
- युवराज चौधरी (0 रन)
- कुणाल चंदेला (12 रन)
- मयंक मिश्रा (5 रन)
- आदित्य तारे (4 रन)
- अभय नेगी (0 रन)
- दीपक धपोला (9 रन)
गुजरात के लिए अंतिम विकेट विशाल बी जयसवाल ने लिया, जिन्होंने हर्ष पटवाल (0 रन) को आउट किया।
सिद्धार्थ देसाई
सिद्धार्थ देसाई के 9/36 के आंकड़े रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अब तक के बेहतरीन प्रदर्शन में से एक हैं। उन्होंने गुजरात के लिए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
गुजरात के सर्वश्रेष्ठ :
- 9/36 – सिद्धार्थ देसाई बनाम उत्तराखंड (2025)
- 8/31 – राकेश ध्रुव बनाम राजस्थान (2012)
- 8/40 – चिंतन गाजा बनाम राजस्थान (2017)
रणजी ट्रॉफी इतिहास के शीर्ष :
- 10/49 – अंशुल कंबोज (हरियाणा) बनाम केरल (2024)
- 9/23 – अंकित चव्हाण (मुंबई) बनाम पंजाब (2012)
- 9/36 – सिद्धार्थ देसाई (गुजरात) बनाम उत्तराखंड (2025)
- 9/45 – आशीष जैदी (यूपी) बनाम विदर्भ (1999)
- 9/52 – आर संजय यादव (मेघालय) बनाम नागालैंड (2019)
युवा खिलाड़ियों
सिद्धार्थ देसाई का यह प्रदर्शन सिर्फ गुजरात ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में उभरते गेंदबाजों के लिए प्रेरणा बन सकता है। उनकी सटीकता, धैर्य और मेहनत ने दिखा दिया कि एक गेंदबाज अपनी योजनाओं पर अमल करके मैच का रुख पलट सकता है।
गुजरात की टीम को सिद्धार्थ के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन से बड़ा फायदा हुआ और उनकी पकड़ मुकाबले पर मजबूत हो गई। क्रिकेट प्रशंसक लंबे समय तक इस शानदार प्रदर्शन को याद रखेंगे।