Sambhal violence:-उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद से उत्पन्न तनावपूर्ण माहौल धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर बढ़ रहा है , जाने इसके बारे में ?
Sambhal violence:-उत्तर प्रदेश के संभल में हालात पिछले कुछ दिनों से बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। रविवार को शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद से इलाके में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस बीच, शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं ताकि शांति व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
पुलिस
जुमे की नमाज से एक दिन पहले पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और बाजारों में गश्त लगाई। एएसपी श्रीश चंद्र के नेतृत्व में पुलिस ने मस्जिद के आसपास और अन्य संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। बाजारों और स्कूलों ने पहली बार अपनी दुकानें और कक्षाएं खोलीं, लेकिन स्थिति अब भी सामान्य होने की कोशिश में है।
एएसपी ने बताया, “इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।” इसके साथ ही पुलिस और प्रशासन ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात कर शांति बनाए रखने की अपील की है।
हिंसा का कारण
संभल में यह तनाव 19 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के पहले सर्वे के बाद से शुरू हुआ। अदालत के आदेश पर किए गए इस सर्वे में यह दावा किया गया कि मस्जिद की जगह पहले हरिहर मंदिर हुआ करता था। इसके बाद 26 नवंबर को जब मस्जिद का दोबारा सर्वे हुआ, तो हिंसा भड़क उठी।
इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई, जिनकी पहचान नईम, बिलाल, नोमान और कैफ के रूप में हुई। इसके अलावा 25 लोग घायल हुए। मरने वालों के परिवारों को जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से 5-5 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया गया है।
हिंसा से जुड़े आरोपी
घटना के बाद से पुलिस ने अब तक 31 लोगों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को फैजान, मोहम्मद अली और रेहान को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 300 देसी बंदूकें, तीन खोखे और रबर की सात गोलियां भी बरामद की गईं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की और 30 टीमें बनाई गईं हैं।
कोट गर्वी इलाके से कथित दंगाइयों की 100 से ज्यादा तस्वीरें जारी की गई हैं। पुलिस ने इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी को 48 घंटे के लिए बढ़ा दिया है और धारा 144 भी लागू कर दी है।
सुरक्षा के लिए बड़े इंतजाम
शुक्रवार को शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने निम्नलिखित इंतजाम किए हैं:
- 15 कंपनियां PAC और 2 कंपनियां RAF को तैनात किया गया है।
- 10 जिलों की पुलिस और महिला पुलिस बल की टीमें भी सक्रिय रहेंगी।
- संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जाएगी।
- जामा मस्जिद के आसपास मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं।
- पुलिसकर्मी घरों की छतों पर तैनात रहेंगे और दंगा निरोधी दस्ते की तैनाती की गई है।
जामा मस्जिद में नमाज के नियम
प्रशासन ने जामा मस्जिद में आने वाले लोगों के लिए खास नियम बनाए हैं:
- मस्जिद के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी, बाहर नहीं।
- केवल स्थानीय लोगों को मस्जिद में नमाज पढ़ने की अनुमति होगी।
- बाहरी व्यक्तियों को मस्जिद में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
- सभी दरवाजों पर सुरक्षा जांच के लिए मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं।
राजनीतिक और सामाजिक
घटना से जुड़े एक मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल को नामजद किया गया है। हालांकि, इकबाल महमूद ने सभी से अपील की है कि वे जामा मस्जिद आने के बजाय अपनी-अपनी स्थानीय मस्जिदों में नमाज अदा करें।
सर्वे की रिपोर्ट 29 नवंबर को अदालत में पेश की जाएगी। इसके लिए चंदौसी कोर्ट में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है ताकि हालात और न बिगड़ें।
संभल के लोग अब सामान्य स्थिति की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।