SmartPhone:-स्मार्टफोन हो सकते है मंहगे क्योकि इसमें यूज होने वाली पावरफुल चिपसेट के दाम बढ़ सकते है , और इसका असर हमारे फ़ोन पर पड़ने वाली है , जाने ?
SmartPhone:-पिछले कुछ सालों में स्मार्टफोन की डिमांड में बड़ी तेजी आई है, और इसका असर अब उनकी कीमतों पर भी दिखाई दे रहा है। नई-नई तकनीकों के चलते स्मार्टफोन लगातार अपग्रेड हो रहे हैं, जिससे उनकी लागत भी बढ़ रही है। काउंटरपॉइंट रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि 2025 तक स्मार्टफोन की कीमतों में 5% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसका मतलब है कि अगर किसी स्मार्टफोन की कीमत अभी 20,000 रुपये है, तो अगले साल यह बढ़कर 21,000 रुपये तक हो सकती है।
कीमतों में इस बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण है एक छोटा-सा पुर्जा, जिसे “चिपसेट” कहा जाता है। यह स्मार्टफोन का वह हिस्सा होता है जो उसकी प्रोसेसिंग पावर और स्पीड को कंट्रोल करता है। अब चूंकि स्मार्टफोन में नई तकनीक जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बेहतर कैमरा प्रोसेसिंग और हाई-परफॉर्मेंस गेमिंग के लिए पावरफुल चिपसेट चाहिए होते हैं, इन चिपसेट्स की मांग और कीमतें दोनों बढ़ गई हैं।
चिपसेट बनाने वाली कंपनियों, जैसे क्वालकॉम, मीडियाटेक, और ताइवान की TSMC, ने हाल ही में अपने चिपसेट्स के दाम बढ़ाने का फैसला किया है। TSMC ने तो खासकर अपने 5 और 3 एनएम (नैनोमीटर) प्रोसेसर की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की है। ये प्रोसेसर ज्यादा पावरफुल और एडवांस्ड होते हैं और प्रीमियम स्मार्टफोन में इनका ही इस्तेमाल होता है।
चिपसेट की कीमतें बढ़ने का असर सीधे स्मार्टफोन की कीमतों पर पड़ता है क्योंकि कंपनियां इस बढ़ी हुई लागत को ग्राहकों पर डालने की कोशिश करती हैं। चिपसेट की बढ़ती कीमतों के पीछे का कारण निर्माण लागत का बढ़ना है। मेटेरियल की लागत, लेबर की कीमतें, और तकनीकी अपग्रेड जैसे कारणों से चिपसेट बनाने का खर्च लगातार बढ़ रहा है। इसके अलावा, स्मार्टफोन में नेक्स्ट जनरेशन चिपसेट लगाने की होड़ में कंपनियां सामान्य चिपसेट के बजाय एडवांस्ड चिपसेट का उपयोग कर रही हैं, जो सामान्य चिपसेट से लगभग 20% ज्यादा महंगे होते हैं। इसीलिए प्रीमियम स्मार्टफोन की कीमतें भी बढ़ रही हैं।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के मुताबिक, दुनियाभर में स्मार्टफोन का एवरेज सेल प्राइस अब 365 डॉलर (करीब 30,000 रुपये) से भी ज्यादा होने का अनुमान है। इसका मतलब है कि स्मार्टफोन की कीमतें पहले से काफी ऊपर जा रही हैं, और यह बढ़ोतरी लगातार जारी रह सकती है।