Syria में हिंसा का तांडव, तख्तापलट के बाद 1000 से ज्यादा मौतें, अलावी समुदाय बना निशाना

सीरिया में पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के तख्तापलट के बाद से हिंसा की स्थिति गंभीर बनी हुई है। असद समर्थक अल्पसंख्यक अलावी समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, जाने पूरी खबर ? Syria  Crime

Syria Violence :-सीरिया में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति बशर-अल-असद के तख्तापलट के बाद से देश में भारी हिंसा हो रही है। नई सरकार के सत्ता में आने के बाद असद समर्थकों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। बंदूकधारी लोगों को पकड़कर मार रहे हैं, जिससे देशभर में दहशत का माहौल बना हुआ है।

6 मार्च 2025 की हिंसा: अब तक 1000 से ज्यादा मौतें

गुरुवार, 6 मार्च 2025 को सीरिया में एक भीषण संघर्ष हुआ, जिसमें 1000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 750 आम नागरिक शामिल हैं। मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, पिछले 14 सालों में यह सबसे भयानक हिंसा है।

कैसे भड़की हिंसा?

एसोसिएट प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा तब शुरू हुई जब नई सरकार के समर्थन में बंदूकधारियों ने पूर्व राष्ट्रपति असद के समर्थकों पर हमला कर दिया। उन्होंने असद के समर्थकों को मौत के घाट उतारना शुरू कर दिया, जिससे पूरे देश में दंगे भड़क उठे।

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मारे गए लोग और हिंसा का असर

इस संघर्ष में अब तक:

  • 125 सुरक्षाबलों के जवानों की मौत हो चुकी है।
  • 148 उग्रवादी भी मारे गए हैं।
  • अल्पसंख्यक अलावी समुदाय के लोगों को खासतौर पर निशाना बनाया जा रहा है।

अलावी समुदाय पर हमला क्यों?

अलावी समुदाय सीरिया में एक छोटा लेकिन प्रभावशाली समुदाय है। पूर्व राष्ट्रपति बशर-अल-असद खुद इसी समुदाय से आते थे। उनके शासन में अलावी लोगों को सेना और प्रशासन में ऊंचे पद मिले थे। लेकिन अब जब नई सरकार सत्ता में आई है, तो अलावी समुदाय के खिलाफ हिंसा बढ़ गई है

स्थिति और खराब: गांव जलाए जा रहे, लोग पलायन कर रहे

ब्रिटेन स्थित सीरियाई मानवाधिकार वेधशाला की रिपोर्ट के मुताबिक, अलावी बहुल इलाकों में:

  • बिजली और पानी की आपूर्ति रोक दी गई है।
  • गांवों को लूटा जा रहा है और उनमें आग लगाई जा रही है।
  • लेबनान के राजनेता हैदर नासिर ने बताया कि अलावी समुदाय के लोग अपनी जान बचाने के लिए सीरिया से लेबनान भाग रहे हैं।

महिलाओं पर भी अत्याचार

एसोसिएट प्रेस के अनुसार, हिंसा इतनी भयानक हो चुकी है कि महिलाओं को सड़कों पर निर्वस्त्र कर घुमाया जा रहा है और फिर उन्हें गोलियों से भून दिया जा रहा है। इस घटना ने सीरिया में हालात को और भयावह बना दिया है।

बानियास शहर सबसे ज्यादा प्रभावित

हिंसा से सबसे ज्यादा बानियास शहर प्रभावित हुआ है। वहां:

  • सड़कों पर शव बिखरे पड़े हैं
  • बंदूकधारियों ने नागरिकों को शव दफनाने से भी रोक दिया

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता

सीरिया में बढ़ती हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन चिंता जता रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है।

सीरिया में तख्तापलट के बाद हालात बेहद खतरनाक हो गए हैं। नई सरकार के समर्थक पूर्व राष्ट्रपति असद के समर्थकों पर हमले कर रहे हैंहजारों लोग मारे जा चुके हैं, महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही हैं, गांव जलाए जा रहे हैं और लोग सुरक्षित जगहों की तलाश में भाग रहे हैं। अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला तो सीरिया में गृहयुद्ध और तेज हो सकता है।

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