तमिलनाडु के आदमबक्कम इलाके से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां 31 वर्षीय इंजीनियर आदित्य नारायणन ने अपने ही पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। जाने इसके बारे में ? 

Tamil Nadu Crime News:-तमिलनाडु के आदमबक्कम इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक 31 वर्षीय युवक, आदित्य नारायणन, ने मामूली झगड़े के बाद अपने ही पिता की बेरहमी से कैंची घोंपकर हत्या कर दी। यह मामला तब खुला जब एक सतर्क ऑटो ड्राइवर ने उसकी संदिग्ध बातचीत सुनकर उसे सीधे पुलिस थाने पहुंचा दिया।
कैसे हुआ हत्या का खुलासा?
सोमवार रात आदित्य नारायणन अपनी मां रोहिणी के साथ एक ऑटो में बैठा था। रास्ते में उसने फोन पर अपने बड़े भाई प्रसन्ना कुमार से बात करते हुए कहा –
“हमने पापा को मार दिया है, मम्मी को लेकर वकील के पास जा रहा हूं, तुम भी आओ।”
ऑटो चला रहे 25 वर्षीय अब्दुल मलिक को यह सुनकर शक हुआ। उसने देखा कि आदित्य की शर्ट पर लाल धब्बे थे, लेकिन शुरू में उसने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब उसने हत्या की बात फोन पर सुनी, तो बिना कुछ कहे ऑटो को सीधा पुलिस स्टेशन की ओर मोड़ दिया।
ऑटो ड्राइवर की समझदारी से आरोपी गिरफ्तार
जब वे ट्रिप्लिकेन पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो मलिक ने पुलिस को बताया कि उसका यात्री किसी की हत्या करने की बात कर रहा था। पुलिस ने तुरंत आदित्य और उसकी मां को हिरासत में लिया और आदमबक्कम पुलिस को मामले की सूचना दी।
घर में क्या हुआ था?
हत्या की जांच में जो सच सामने आया, वो चौंकाने वाला था।
👉 मृतक मुरलीधरन (68) एक कंस्ट्रक्शन बिजनेसमैन थे। उनका अपने बेटे आदित्य के साथ आए दिन झगड़ा होता था।
👉 आदित्य कोई भी नौकरी ज्यादा दिनों तक नहीं कर पाता था और अक्सर पिता से पैसे मांगता था।
👉 पिता इस बात से परेशान रहते थे और कई बार गुस्से में कह चुके थे कि वो उसे जहर दे देंगे।
👉 आदित्य डिप्रेशन की दवाई ले रहा था और अधिकतर वक्त घर पर ही रहता था।
हत्या की रात क्या हुआ?
सोमवार रात, जब मुरलीधरन और आदित्य के बीच फिर से झगड़ा हुआ, तो उनकी पत्नी रोहिणी ने बीच-बचाव करने की कोशिश की। लेकिन गुस्से में आकर आदित्य ने कैंची उठा ली और पिता पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
उसने अपने पिता के पेट और छाती पर कई बार वार किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद, आदित्य ने अपनी मां को समझाया कि उन्हें वकील से मिलने जाना चाहिए और एक ऑटो बुला लिया।
बड़े भाई को खबर कैसे लगी?
जब आदित्य ने अपने बड़े भाई प्रसन्ना कुमार को फोन करके हत्या की बात बताई, तो वह तुरंत माता-पिता के घर पहुंचे। वहां पिता को खून से लथपथ पड़ा देखा और तुरंत उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद प्रसन्ना ने आदमबक्कम पुलिस को सूचना दी।
क्या हुआ आरोपी के साथ?
पुलिस ने आदित्य को गिरफ्तार कर पुजल जेल भेज दिया। उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
ऑटो ड्राइवर की होशियारी ने बचाई पुलिस की मेहनत
अगर ऑटो ड्राइवर अब्दुल मलिक ने समझदारी नहीं दिखाई होती, तो शायद आदित्य भागने में कामयाब हो जाता। मलिक ने बिना घबराए सीधे पुलिस स्टेशन जाकर अपराधी को पकड़वाया, जो उसकी बहादुरी और जागरूकता को दिखाता है।
यह घटना एक परिवार के अंदर बढ़ते तनाव, मानसिक स्वास्थ्य और आपसी रिश्तों में कड़वाहट का परिणाम थी। यह कहानी यह भी सिखाती है कि गुस्से और आपसी विवादों को हल करना कितना जरूरी है, नहीं तो बात इस हद तक भी जा सकती है।