पाकिस्तान इन दिनों अपनी नाकामी के चलते वैश्विक मंच पर बेइज्जत हो रहा है। बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस की हाईजैकिंग की घटना ने उसकी सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।जाने पूरी खबर ? 

Train Hijack:-पाकिस्तान को इन दिनों कई मोर्चों पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक की घटना ने उसकी सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। इस मामले में पाकिस्तान ने बिना किसी सबूत के भारत पर आरोप लगा दिए, लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों को सख्ती से खारिज कर दिया है। वहीं, रूस और अफगानिस्तान जैसे देशों ने भी इस मामले पर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की है।
क्या है पूरा मामला?
19 फरवरी 2025 को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के मच इलाके में आतंकियों ने जाफर एक्सप्रेस नाम की ट्रेन को हाईजैक कर लिया। इस ट्रेन में कई यात्री सवार थे, लेकिन हमलावरों ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित छोड़ दिया। यह हमला बलूच विद्रोही संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने किया था।
BLA का कहना था कि उनका निशाना पाकिस्तानी सेना के जवान और अधिकारी थे, न कि आम नागरिक। इस घटना के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने एक ऑपरेशन चलाया और दावा किया कि उन्होंने 33 विद्रोहियों को मार गिराया है। लेकिन, BLA ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया और कहा कि युद्ध अभी भी जारी है।
पाकिस्तान ने भारत पर लगाया आरोप, भारत ने दिया करारा जवाब
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस हमले में भारत का हाथ होने का बेबुनियाद आरोप लगाया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने दावा किया कि जाफर एक्सप्रेस पर हमला करने वाले आतंकवादी अफगानिस्तान में अपने हैंडलर्स के संपर्क में थे, और भारत पाकिस्तान में आतंकवाद फैलाने में शामिल है।
लेकिन, भारत ने इस आरोप पर सख्त प्रतिक्रिया दी। भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा:
“हम पाकिस्तान की तरफ से लगाए गए निराधार आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हैं। पूरा विश्व जानता है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है। पाकिस्तान को दूसरों पर उंगली उठाने और अपनी आंतरिक विफलताओं का दोष दूसरों पर डालने के बजाय आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।”
भारत के इस बयान से पाकिस्तान को कड़ा संदेश मिल गया कि वह अपनी नाकामियों का ठीकरा भारत पर फोड़ना बंद करे।
क्या पाकिस्तान का ऑपरेशन सच में सफल हुआ?
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि उसने बलूच विद्रोहियों के खिलाफ सफल ऑपरेशन किया और 33 आतंकियों को मार गिराया। लेकिन, इस कथित सफलता की कोई फोटो या वीडियो जारी नहीं की गई, जिससे पाकिस्तान की बात पर शक गहरा गया।
वहीं, BLA के प्रवक्ता जियंद बलूच ने पाकिस्तानी सेना के दावों को झूठा करार देते हुए कहा:
“पाकिस्तानी सेना न तो युद्ध के मैदान में जीत हासिल कर पाई है और न ही अपने बंधक जवानों को बचा सकी है।”
BLA ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान की सेना ने अपने ही सैनिकों को बंधकों के रूप में छोड़ दिया और मरने के लिए छोड़ दिया।
बलूच विद्रोहियों की चुनौती – पत्रकारों को जाने दो!
BLA ने पाकिस्तान सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनकी सेना ने सच में विद्रोहियों को मार गिराया है, तो स्वतंत्र पत्रकारों और पर्यवेक्षकों को संघर्ष क्षेत्र में जाने की अनुमति दी जाए। लेकिन, पाकिस्तानी सेना ने पत्रकारों की एंट्री पर रोक लगा दी, जिससे BLA के आरोपों को और बल मिल गया।
BLA ने कहा कि अगर पाकिस्तान का दावा सही होता, तो वह मीडिया को मौके पर जाने से नहीं रोकता। इससे यह साफ संकेत मिलता है कि पाकिस्तानी सेना अपनी हार को छिपाने की कोशिश कर रही है।
भारत-पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
इस पूरी घटना ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच पहले से चले आ रहे तनाव को और बढ़ा दिया है। पाकिस्तान पहले से ही अफगानिस्तान पर आरोप लगाता रहा है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) अफगान धरती से पाकिस्तान में आतंकवादी हमले कर रहा है। लेकिन, अफगान सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है।
बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस हाईजैक की घटना ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदा कर दिया है। भारत पर आरोप लगाने की उसकी कोशिश नाकाम हो गई, क्योंकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने सख्ती से इन आरोपों को खारिज कर दिया।
वहीं, पाकिस्तानी सेना के 33 विद्रोहियों को मारने के दावे पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि न कोई सबूत पेश किया गया और न ही पत्रकारों को मौके पर जाने दिया गया। इससे पाकिस्तान की स्थिति और कमजोर हो गई है।
बलूच विद्रोही संगठन BLA ने पाकिस्तान सरकार और सेना की पोल खोल दी है, और इस पूरे मामले में पाकिस्तान एक बार फिर से दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है।