UP NEWS:-यह घटना गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र की है, जहां एक शख्स ने अपने दस साल के बेटे की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई, जाने पूरी खबर ?
UP NEWS:-उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां मोदीनगर के भोजपुर गांव में एक पिता ने अपने 10 वर्षीय बेटे अहद की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना शनिवार की सुबह करीब नौ बजे हुई, जब नौशाद नामक मजदूर को शक हुआ कि उसके बेटे ने उसके जेब से 500 रुपये चुरा लिए हैं।
घटना
नौशाद सुबह अपनी मजदूरी से लौटने के बाद घर आया और अपनी पत्नी रजिया से कहा कि उसकी जेब से 500 रुपये गायब हैं। रजिया ने सुझाव दिया कि अहद ने पैसे चुरा लिए होंगे, और उसने नौशाद को बेटे की तलाशी लेने के लिए कहा। जब नौशाद ने अहद से पैसे के बारे में पूछा, तो बच्चे ने कहा कि उसे नहीं पता कि पैसे कहां गए हैं। इस पर गुस्साए नौशाद ने बेटे को बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया।
रजिया का उकसाना
पिटाई के दौरान रजिया ने नौशाद को कहा कि अहद ऐसे नहीं मानने वाला है और उसे और अधिक सजा देने के लिए लोहे की फूंकनी लाने का सुझाव दिया। रजिया ने लोहे की फूंकनी दी, और तब तक नौशाद गुस्से में था। उसने अहद के सिर पर लगातार 15 से 20 बार फूंकनी से प्रहार किया, जिससे बच्चा लहूलुहान होकर गिर पड़ा और वहीं पर उसकी मौत हो गई।
दादी का बयान
अहद की दादी, शहजहां खातून, ने कहा कि उसने अपने पोते को बचाने का प्रयास किया, लेकिन नौशाद ने उसकी एक न सुनी। घटना के बाद, नौशाद वहां से भाग गया, जबकि रजिया ने अहद के शव के पास बैठकर रोने का नाटक किया और खून साफ करने की कोशिश भी की। जब आसपास के लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे, तब लोगों ने आरोपी पिता की गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस का कार्रवाई
पुलिस ने शहजहां खातून की शिकायत पर रजिया को तुरंत गिरफ्तार किया और बाद में नौशाद को भी पकड़ा। एसीपी ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि दोनों आरोपियों ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। घटना के बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस से नौशाद की गिरफ्तारी की मांग की।
पारिवारिक
शहजहां खातून ने बताया कि नौशाद का पहला निकाह 12 साल पहले गढ़मुक्तेश्वर के बदरखा गांव की जीनत से हुआ था, जिससे अहद का जन्म हुआ। हालांकि, तलाक के बाद अहद अपने पिता के पास रहा। फिर सात साल पहले, नौशाद ने रजिया से दूसरी शादी की, लेकिन रजिया को संतान न होने के कारण उसने अपनी बहन की बेटी अदीबा को गोद ले लिया। रजिया के बाद में बेटी आयशा का जन्म हुआ। इसके बाद से ही अहद, रजिया की आंखों में खटकने लगा था।
भविष्य की चिंता
अब शहजहां खातून के सामने यह सवाल है कि उसकी गोद ली बेटी अदीबा और अपनी बेटी आयशा की परवरिश कैसे होगी। उनके पति शमशाद लंबे समय से बीमार हैं, जिससे स्थिति और कठिन हो गई है। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ा सदमा है, और इसे समाज में फैली हिंसा और परिवारिक विवादों की गंभीरता को उजागर करती है।