उत्तर प्रदेश में एक सुनियोजित धर्मांतरण रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसकी जड़ें अब देश से निकलकर विदेश तक फैलती दिख रही हैं। जाने पूरी खबर ? 

UP News:-उत्तर प्रदेश में इन दिनों एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है, जिसका मुख्य सरगना बताया जा रहा है छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन। इस मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं और जांच एजेंसियों की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई चौंकाने वाले नाम सामने आ रहे हैं।
🕵️♂️ ईडी की बड़ी कार्रवाई, 60 करोड़ से ज्यादा की संदिग्ध फंडिंग का खुलासा
छांगुर बाबा पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिकंजा कस दिया है। 17 जुलाई को ईडी ने बलरामपुर, लखनऊ समेत 15 ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में 475 पन्नों के अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनमें हवाला, विदेशी फंडिंग और फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में करोड़ों रुपये की एंट्री का खुलासा हुआ है।
ईडी को मिली जानकारी के मुताबिक, करीब ₹60 करोड़ से ज्यादा की रकम को भारत में लाकर धर्मांतरण और भारत विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किया गया।
इन दस्तावेजों में यूएई की RAK इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और स्विट्ज़रलैंड के हबीब बैंक से जुड़े कागज़ात शामिल हैं, जिससे ये साफ होता है कि छांगुर बाबा का नेटवर्क सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फैला हुआ है।
💔 मेरठ का बदर सिद्दीकी बना बड़ा चेहरा – लड़कियों को प्रेमजाल में फंसा कर धर्मांतरण का आरोप
इस पूरे मामले में अब एक नया नाम सामने आया है – बदर सिद्दीकी, जो मेरठ का एक जिम ट्रेनर है। आरोप है कि बदर खुद को फिटनेस ट्रेनर बताकर हिंदू लड़कियों से दोस्ती करता था, उन्हें प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराता और फिर उन्हें खाड़ी देशों में भेजने की तैयारी करता।
जांच एजेंसियों को शक है कि बदर जैसे कई लोग छांगुर बाबा के नेटवर्क से जुड़े थे, जो इस पूरे सिंडिकेट को जमीनी स्तर पर चला रहे थे।
👩💼 आशा नेगी केस में नया मोड़
इस मामले से जुड़ी एक और दुखद बात सामने आई है – आशा नेगी नाम की महिला का गायब होना। आशा, जो कभी एक प्रतिष्ठित मीडिया हाउस में HR मैनेजर थीं, 2018 से लापता हैं।
उनके परिवार ने कई बार पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अब जब छांगुर बाबा का रैकेट उजागर हुआ है, तो आशा के परिजनों को शक है कि उनकी बेटी भी इस गैंग की शिकार हो चुकी है।
परिवार ने बदर सिद्दीकी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
🚔 दो और गिरफ्तारियां, ATS की सक्रियता
इस धर्मांतरण सिंडिकेट से जुड़े दो और लोगों – सबरोज उर्फ इमरान उर्फ बुद्धू और शहाबुद्दीन को यूपी एटीएस ने बलरामपुर से गिरफ्तार किया है।
इन दोनों पर भी धर्मांतरण में मदद करने, पैसे के लेन-देन और नेटवर्क को चलाने के आरोप हैं।
छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों द्वारा चलाया जा रहा धर्मांतरण रैकेट केवल एक धार्मिक षड्यंत्र नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की तरह काम कर रहा था।
हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसा कर, उनका मानसिक शोषण कर धर्म परिवर्तन करवाना और फिर विदेश भेजने की तैयारी करना, ये सब इस रैकेट की योजनाओं का हिस्सा था।
अब जांच एजेंसियां इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सच सामने आएगा और गुनहगारों को सज़ा मिलेगी।