उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के हरदत्तनगर गिरंट थाना क्षेत्र के जब्दी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया है। जाने इसके बारे में ? 

UP NEWS:-उत्तर प्रदेश का श्रावस्ती जिला, जो अब तक अपनी शांत वादियों और ऐतिहासिक बौद्ध स्थलों के लिए जाना जाता था, आज एक खौफनाक हत्याकांड की वजह से चर्चा में है। हरदत्तनगर गिरंट थाना क्षेत्र के जब्दी गांव में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पति ने अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी। उसने न केवल पत्नी की जान ली, बल्कि उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और उन्हें मछलियों को खिला दिया। इस हत्याकांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
कैसे हुआ खुलासा?
15 मई 2025 को 27 वर्षीय सकीना, जो अपने पति सैफुद्दीन के साथ जब्दी गांव में रहती थी, अचानक लापता हो गई। सकीना के भाई ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत हरदत्तनगर गिरंट थाने में दर्ज कराई। भाई ने शिकायत में शक जताया कि सकीना के साथ कुछ अनहोनी हो सकती है और इसमें उसके पति का हाथ हो सकता है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और सैफुद्दीन से पूछताछ की। शुरू में सैफुद्दीन ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। वह बार-बार कहता रहा कि सकीना किसी रिश्तेदार के यहां गई है। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की और गांव के कुछ लोगों के बयान लिए, तो सैफुद्दीन टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
पति का चौंकाने वाला बयान
पुलिस के सामने सैफुद्दीन ने बताया कि उसका अपनी पत्नी सकीना से अक्सर झगड़ा होता था। उसके मुताबिक, सकीना छोटी-छोटी बातों पर उससे लड़ती थी, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान था। तंग आकर उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
सैफुद्दीन ने पुलिस को बताया कि उसने पहले सकीना की हत्या की और फिर शव को टुकड़ों में काट दिया। उसने कुछ हिस्सों को पास की नहर में फेंक दिया, जहां मछलियों ने उन्हें खा लिया। बाकी शव को उसने एक गड्ढे में दबाकर जला दिया।
जब पुलिस सैफुद्दीन को घटनास्थल पर ले गई और जांच शुरू की, तो एक आम के बाग में खुदाई के दौरान सकीना का अधजला हाथ बरामद हुआ। पुलिस ने तुरंत अवशेषों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया ताकि डीएनए टेस्ट के जरिए शव की पहचान की पुष्टि हो सके।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
हरदत्तनगर गिरंट थाने के प्रभारी और श्रावस्ती के पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने घटनास्थल का दौरा किया और मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की। सैफुद्दीन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाने) के तहत मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या सैफुद्दीन ने पहले भी कोई अपराध किया था या इस हत्या में कोई और शामिल था।
गांव में दहशत और गुस्सा
इस घटना ने पूरे जब्दी गांव और आसपास के इलाकों में सनसनी फैला दी है। स्थानीय लोग सकते में हैं कि उनके बीच रह रहा सैफुद्दीन इतना खौफनाक अपराध कर सकता है। लोग उस आम के बाग में इकट्ठा हो गए, जहां से सकीना का अधजला हाथ मिला था।
सोशल मीडिया पर गुस्सा
सोशल मीडिया पर भी इस हत्याकांड की चर्चा जोरों पर है। लोग सैफुद्दीन की क्रूरता पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “यह कितना भयावह है! एक पति अपनी पत्नी के साथ ऐसा कैसे कर सकता है?”
एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, “पुलिस को ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवानी चाहिए।”
दहेज उत्पीड़न का एंगल
सकीना के भाई ने शिकायत में दहेज उत्पीड़न की आशंका भी जताई थी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या यह हत्या दहेज को लेकर हुई किसी विवाद का परिणाम थी। ग्रामीणों का कहना है कि सकीना अक्सर मायके वालों से अपने घरेलू विवादों की शिकायत करती थी।
पुलिस अब फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे यह साबित हो सके कि बरामद अवशेष सकीना के ही हैं। इसके अलावा, पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सैफुद्दीन ने हत्या के बाद किसी अन्य व्यक्ति की मदद ली थी या नहीं।
सामाजिक विशेषज्ञों का कहना है कि घरेलू हिंसा और दहेज से जुड़े विवाद आज भी समाज में गहरे जड़ें जमाए हुए हैं। ऐसी घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि हमारे समाज को जागरूक और शिक्षित करने की आवश्यकता है, ताकि किसी महिला को इस तरह की खौफनाक स्थिति का सामना न करना पड़े।
श्रावस्ती पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें किसी भी प्रकार की घरेलू हिंसा या विवाद का पता चलता है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसके अलावा, महिलाओं से कहा गया है कि वे किसी भी प्रकार के उत्पीड़न को सहन न करें और अपनी सुरक्षा के लिए कानून का सहारा लें।