उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। एक युवक, जिसने माथे पर तिलक लगाया , जाने पूरी खबर ?

Up News:-उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से एक बेहद चौंकाने वाली और दुखद खबर सामने आई है। एक युवक, जो खुद को ‘शिव वर्मा’ बताता था, असल में नावेद उर्फ कासिम पठान निकला। इस युवक पर आरोप है कि उसने हिंदू नाम और पहचान का झूठा दिखावा कर दर्जनों हिंदू लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाया, उनके साथ धोखाधड़ी और यौन शोषण किया।
🔴 कैसे खुला मामला?
पूरा मामला तब सामने आया जब एक युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि ‘शिव वर्मा’ नाम का लड़का उससे सोशल मीडिया पर मिला था। वह माथे पर तिलक लगाता था, हाथ में कलावा बांधता था और हर तरीके से खुद को एक संस्कारी हिंदू युवक की तरह दिखाता था। युवती को उस पर भरोसा हो गया और धीरे-धीरे वह उसके झांसे में आ गई।
लेकिन जब सच सामने आया, तो सब कुछ बदल गया। वह लड़का असल में मुस्लिम युवक नावेद उर्फ कासिम पठान था, जिसने जानबूझकर फर्जी नाम और हिंदू पहचान अपनाई थी।
📱 फोन से मिले अश्लील वीडियो और तस्वीरें
जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और उसका मोबाइल फोन जांचा, तो करीब दो दर्जन लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो उसमें मिले। इनमें ज्यादातर हिंदू लड़कियां थीं, जिन्हें वह सोशल मीडिया के ज़रिए फंसाकर ब्लैकमेल करता था।
पुलिस का कहना है कि कई लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर भी किया गया। हालांकि अभी तक सिर्फ एक लड़की ने एफआईआर दर्ज कराई है, लेकिन फोन में मौजूद सबूतों को देखकर यह साफ है कि मामला कहीं ज्यादा बड़ा है।
🛑 हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
जैसे ही यह खबर फैली, हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में लोग चौक कोतवाली के बाहर जमा हुए और आरोपी को फांसी देने की मांग करने लगे। साध्वी प्राची समेत कई हिंदू नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की।
👮♂️ पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फौरन एक्शन लिया और कासिम पठान को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ रेप, धोखाधड़ी, धार्मिक उन्माद फैलाने, और जबरन धर्म परिवर्तन जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अब आरोपी के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उसने पहले भी इस तरह के अपराध किए हैं।
पुलिस अब उन बाकी लड़कियों की पहचान कर रही है जिनकी तस्वीरें और वीडियो आरोपी के फोन से मिले हैं। कोशिश है कि उन सभी को न्याय दिलाया जाए और आरोपी को उसके कुकर्मों की सजा दी जाए।
इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर होने वाले फेक प्रोफाइल्स और पहचान छुपाकर किए जाने वाले अपराधों की पोल खोल दी है। यह न सिर्फ एक धोखे की कहानी है, बल्कि कई मासूम लड़कियों की जिंदगी से खिलवाड़ की भी दास्तान है।
अब वक्त है कि समाज सतर्क हो, लड़कियां और उनके परिवार जागरूक रहें और फेक प्रोफाइल्स की पहचान करना सीखें। साथ ही, ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में कोई दोबारा ऐसी हिम्मत न कर सके।